राहुल गांधी का आरोप: SIR प्रक्रिया के जरिए असली वोटर्स के नाम हटाने की साजिश, 16 BLOs की मौत पर उठाए सवाल

राहुल गांधी शुरू से ही SIR प्रक्रिया का विरोध करते रहे हैं और उनका आरोप है कि सरकार इस प्रक्रिया के जरिए असली वोटर्स के नाम हटाने की साजिश कर रही है.

4पीएम न्यूज नेटवर्क: राहुल गांधी शुरू से ही SIR प्रक्रिया का विरोध करते रहे हैं और उनका आरोप है कि सरकार इस प्रक्रिया के जरिए असली वोटर्स के नाम हटाने की साजिश कर रही है.

राहुल ने कहा था, “SIR की आड़ में पूरे देश में अराजकता फैलाई गई है- नतीजा? 3 हफ्तों में 16 BLOs की जान चली गई. हार्ट अटैक, तनाव और खुदकुशी- SIR से कोई सुधार नहीं हो रहा, यह एक थोपा गया अत्याचार है.”

संसद के निचले सदन यानी लोकसभा में देश में जारी चुनाव सुधारों के मुद्दे पर चर्चा शुरू होने जा रही है. चर्चा
के दौरान चुनाव आयोग (ECI) की ओर से अलग-अलग राज्यों में शुरू किए गए वोटर लिस्ट की विशेष गहन
पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया पर भी चर्चा होगी. विपक्षी दलों की ओर से SIR पर बहस करने की मांग लंबे
समय से की जा रही थी, कांग्रेस ने वोटर लिस्ट में गड़बड़ियों का आरोप लगाया है.

कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष (LoP) आज मंगलवार को लोकसभा में चर्चा की शुरुआत कर
सकते हैं. लोकसभा में चुनाव सुधारों से जुड़े मसलों पर भी चर्चा होगी, जिसमें मंगलवार और बुधवार को
एसआईआर समेत इससे जुड़े सभी पहलुओं को शामिल किया जाएगा. जबकि राज्यसभा में कल बुधवार
और गुरुवार को चुनाव सुधारों पर चर्चा होगी.

कांग्रेस की ओर से बहस करेंगे ये नेता
लोकसभा में कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी के अलावा केसी वेणुगोपाल, मनीष तिवारी, वर्षा गायकवाड़, मोहम्मद
जावेद, उज्ज्वल रमन सिंह, ईशा खान चौधरी, रवि मल्लू, इमरान मसूद, गोवाल कागाडा पदवी और ज्योतिमनी भी
चुनाव सुधारों को लेकर अपनी बात रखेंगे.

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी शुरू से ही SIR प्रक्रिया का विरोध करते रहे हैं और उनका आरोप है
कि सरकार इस प्रक्रिया के जरिए असली वोटर्स के नाम हटाने की साजिश कर रही है. 23 नवंबर को राहुल गांधी
ने कहा था, “SIR की आड़ में पूरे देश में अराजकता फैलाई गई है- नतीजा? 3 हफ्तों में 16 बूथ लेवल ऑफिसर्स
(BLOs) की जान चली गई. हार्ट अटैक, तनाव और खुदकुशी- SIR से कोई सुधार नहीं हो रहा, यह एक थोपा गया
अत्याचार है.”

उन्होंने कहा, “ECI ने एक ऐसा सिस्टम बनाया है जहां नागरिकों को खुद को ढूंढने के लिए 22 साल पुराने वोटर
लिस्ट के हजारों स्कैन किए गए पेजों को पलटना पड़ रहा है. इनका इरादा साफ है- सही वोटर्स थक जाते हैं और
हार मान लेते हैं, और वोट की चोरी बिना किसी रोक-टोक के जारी रहती है.”

शुरुआत से ही राहुल करते रहे विरोध
राहुल गांधी ने कहा, “भारत दुनिया के लिए अत्याधुनिक सॉफ्टवेयर बनाता है, फिर भी भारत का चुनाव आयोग
अभी भी कागजों के जंगल बनाने में फंसा हुआ है. अगर आयोग का इरादा नेक होता, तो लिस्ट डिजिटल, खोजने
योग्य और मशीन पर पढ़ने योग्य होती – और आयोग 30 दिनों की जल्दबाजी में अंधाधुंध काम करने की जगह
पारदर्शिता और जवाबदेही पर ध्यान केंद्रित करने के लिए पर्याप्त समय लेता. इस तरह से SIR एक सोची-समझी
चाल है- जहां नागरिकों को परेशान किया जा रहा है और अनावश्यक दबाव के कारण BLOs की मौतों को
“कोलेटरल डैमेज” कहकर खारिज कर दिया जाता है.”

उन्होंने कहा कि यह कोई नाकामी नहीं है, यह एक साजिश है – सत्ता में बैठे लोगों की रक्षा के लिए लोकतंत्र
की बलि.” राहुल गांधी लोकसभा में जब आज अपना भाषण देंगे तो वह एसआईआर को लेकर अपने हमले को
और तेज कर सकते हैं, तो वहीं सरकार अपने जवाब के साथ तैयार है.

संसद में चर्चा के लिए 10 घंटे का समय
लोकसभा और राज्यसभा में चुनाव सुधार को लेकर पूरी चर्चा के लिए कुल 10 घंटे का समय तय किया गया है.
इस बीच, दिन के कामकाज की लिस्ट में, भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद राधा मोहन सिंह और वीरेंद्र
सिंह रक्षा मंत्रालय के साल 2025-26 के अनुदान मांगों पर अलग-अलग अन्य रिपोर्टों में दिए गए सुझावों या
सिफारिशों पर सरकार द्वारा की गई कार्रवाई पर रक्षा संबंधी स्थायी समिति की चार रिपोर्ट भी पेश करेंगे.

18वीं लोकसभा का छठा सत्र और राज्यसभा का 269वां सत्र सोमवार, 1 दिसंबर को शुरू हुआ, जो संसद के
शीतकालीन सत्र की शुरुआत है. संसद का यह सत्र 19 दिसंबर को खत्म हो रहा है. सत्र के शुरुआती दिन विपक्षी
सांसदों के हंगामे की वजह से बाधित रहे थे.

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