राहुल गांधी और जयराम रमेश का दिल भारत में नहीं, बल्कि पाकिस्तान में बसता है, BJP का कांग्रेस पर पलटवार

कांग्रेस सांसद जयराम रमेश के बयान पर भाजपा ने पलटवार किया है। पार्टी नेता प्रदीप भंडारी ने कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी भारत के नैरेटिव पर विश्वास नहीं करती है, तो यह स्पष्ट हो जाना चाहिए कि राहुल गांधी और जयराम रमेश का दिल भारत में नहीं, बल्कि पाकिस्तान में बसता है। इंटरनेशनल फेक न्यूज फैक्ट्री कांग्रेस पार्टी आज इतनी अलग-थलग पड़ गई है कि झूठ फैलाना उसका काम बन गया है… आज कांग्रेस पार्टी की विश्वसनीयता ऐतिहासिक और वैश्विक स्तर पर शून्य पर है।
प्रदीप भंडारी ने आगे कहा कि जयराम रमेश जो कुछ भी कहते हैं, उस पर कांग्रेस पार्टी में राहुल गांधी को छोड़कर कोई भी विश्वास नहीं करता। मान लीजिए कि उनमें थोड़ी भी देशभक्ति है। उस स्थिति में, उन्हें देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान और उसके बाद उन्होंने पाकिस्तानी नैरेटिव को आगे बढ़ाया और देश के नैरेटिव को कमजोर किया। उन्हें भारत सरकार के आधिकारिक रुख पर विश्वास नहीं था, क्योंकि उन्हें लगता था कि अगर वे भारत के खिलाफ बोलेंगे, तो कांग्रेस पार्टी, जो पाकिस्तान की बी टीम है, आगे बढ़ जाएगी।
आपको बता दें कि पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच टेलीकांफ्रेंसिंग पर विदेश सचिव विक्रम मिसरी के बयान पर कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा था कि भारतीय विदेश नीति और कूटनीति को मिले ‘ट्रिपल झटके’ को समझिए। आज फील्ड मार्शल असीम मुनीर जिनकी भड़काऊ, भड़काऊ और भड़काऊ टिप्पणियां सीधे पहलगाम आतंकी हमलों से जुड़ी हैं। उन्हें आज राष्ट्रपति ट्रंप के साथ एक विशेष लंच के लिए आमंत्रित किया गया है। यह भारतीय कूटनीति के लिए एक झटका है। हम इस बारे में चुप हैं, हमने इस पर कोई आपत्ति नहीं जताई है…दूसरा, जनरल माइकल कुरिल्ला जो यूएस सेंट्रल कमांड के प्रमुख हैं, कहते हैं कि पाकिस्तान आतंकवाद-रोधी कार्रवाई में एक अभूतपूर्व साझेदार है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि हम कह रहे हैं कि पाकिस्तान एक असाधारण अपराधी है…तीसरा, 10 मई से लेकर अब तक 14 बार राष्ट्रपति ट्रंप दावा कर रहे हैं कि उन्होंने युद्ध विराम में मध्यस्थता की, उन्होंने व्यापार को एक साधन के रूप में इस्तेमाल किया, उन्होंने पाकिस्तान और भारत को एक साथ रखा…पीएम चुप रहे। इसका कोई जवाब नहीं दिया गया। आज, हमें बताया गया है कि उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप के साथ 35 मिनट तक फोन पर बात की और उन्होंने कई ऐसी बातें कहीं जो विदेश सचिव ने बताई हैं…संसद में भी यही बात कहें। संसद का विशेष सत्र बुलाएँ…कल सर्वदलीय बैठक बुलाएँ…और वही बातें कहें जो आपने राष्ट्रपति ट्रंप से फोन पर कही हैं…हम संसद में बहस चाहते हैं, हम रचनात्मक बहस चाहते हैं, हम सर्वदलीय बैठक चाहते हैं। हम एकता और एकजुटता दिखाना चाहते हैं।

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