पहलगाम आतंकी हमले के बाद राहुल गांधी का अमेरिका दौरा रद्द, घायलों से मिलने कश्मीर पहुंचे

पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम अहमद मीर ने बताया कि राहुल गांधी पहलगाम आतंकी हमले में घायल हुए लोगों का हालचाल जानने के लिए ही कश्मीर आ रहे हैं.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः पहलगाम में हुए हालिया आतंकवादी हमले के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपना प्रस्तावित अमेरिका दौरा रद्द कर दिया है। हमले में घायल हुए लोगों से मिलने और पीड़ितों के प्रति एकजुटता व्यक्त करने के लिए वे कश्मीर के दौरे पर पहुँचे हैं।

राहुल गांधी जम्मू-कश्मीर के अस्पतालों में भर्ती घायलों से मुलाकात करेंगे और स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ केंद्र सरकार को भी कांग्रेस की ओर से पूर्ण समर्थन का आश्वासन देंगे। कांग्रेस पार्टी ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। पार्टी प्रवक्ताओं का कहना है कि आतंकवाद के इस नापाक इरादे को किसी भी हाल में सफल नहीं होने दिया जाएगा और देश की एकता अखंडता के लिए कांग्रेस पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इस दौरे को लेकर सुरक्षा एजेंसियों ने कड़े बंदोबस्त किए हैं,जबकि राहुल गांधी का यह कदम पीड़ित परिवारों के साथ संवेदनात्मक जुड़ाव और समर्थन का प्रतीक माना जा रहा है।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत से देश गुस्से में है.इस संकट में सरकार और विपक्ष एक साथ खड़े हैं. हमले के बाद से ही मोदी सरकार एक्टिव है, तो विपक्ष भी पूरी तरह से सक्रिय नजर आ रहा है. कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दलों ने मोदी सरकार के साथ खड़े होने और आतंकवादियों के खिलाफ हर कार्रवाई में साथ रहने का ऐलान कर दिया है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बाद अब राहुल गांधी भी शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के दौरे पर जाएंगे, जहां पहलगाम हमले में घायलों का हालचाल जानेंगे.

पहलगाम आतंकी हमले के चलते राहुल गांधी अपना अमेरिका दौरा बीच में छोड़कर गुरुवार को भारत वापस लौटे. राहुल ने पहले हमले पर चर्चा के लिए सीडब्ल्यूसी की बैठक में शिरकत की और उसके बाद शाम को सर्वदलीय बैठक में शामिल हुए. इसके बाद अब दूसरे दिन शुक्रवार को राहुल कश्मीर के दौरे पर जा रहे हैं. पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम अहमद मीर ने बताया कि राहुल गांधी पहलगाम आतंकी हमले में घायल हुए लोगों का हालचाल जानने के लिए ही कश्मीर आ रहे हैं. इस दौरान अनंतनाग के सरकारी मेडिकल कॉलेज जाएंगे, जहां घायलों का इलाज चल रहा है.

राहुल गांधी के कश्मीर दौरे के मायने
आतंकी हमले के बाद राहुल गांधी विपक्षी दल के पहले नेता हैं, जो कश्मीर जा रहे हैं. पहलगाम हमले के दिन ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर पहुंचे थे और उन्होंने हाईलेवल मीटिंग की थी. इसके बाद दूसरे दिन मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर उनके दुख में शामिल हुए थे. शाह ने आतंक से निपटने और पीड़ितों को न्याय सुनिश्चित करने में जम्मू-कश्मीर प्रशासन को पूर्ण समर्थन का आश्वासन भी दिया. यही नहीं, हमले के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी सऊदी यात्रा बीच में छोड़कर वापस भारत लौटने के बाद से एक्टिव हैं. ऐसे में राहुल गांधी भी अपनी अमेरिका यात्रा को बीच में ही छोड़कर भारत लौटे और उसके बाद से ही सक्रिय नजर आ रहे हैं.

पहलगाम आतंकवादी हमले की निंदा करने के लिए सीडब्ल्यूसी की गुरुवार को आपात बैठक हुई, जिसमें राहुल गांधी ने शिरकत की. इस दौरान पहलगाम हमले पर एक एक प्रस्ताव पारित किया. इसके बाद राहुल गांधी ने सर्वदलीय बैठक में मल्लिकार्जुन खरगे के साथ शामिल हुए. संकट की इस घड़ी में केंद्र सरकार के साथ मजबूती से साथ खड़े रहने का संदेश कांग्रेस और राहुल गांधी ने दिया. हमले से देश में व्यापक रूप से निंदा किए गए इस हमले ने बड़े पैमाने पर आक्रोश और शोक पैदा कर दिया है. राहुल गांधी ने पार्टी लाइन से हटकर सख्त कार्रवाई की मांग की. सर्वदलीय बैठक के बाद राहुल ने कहा कि आतंकी हमले को लेकर सरकार की ओर से उठाए गए हर कदम का समर्थन करेंगे.

कांग्रेस के कुछ नेताओं के द्वारा 2019 में पुलवामा अटैक पर सवाल खड़े किए गए थे. इसके बाद एयर स्ट्राइक पर भी सरकार से सबूत मांगे थे. इसे लेकर कांग्रेस निशाने पर आ गई थी. बीजेपी ने कांग्रेस की छवि को राष्ट्र विरोधी कठघरे में खड़े करने की कोशिश की थी. यही वजह है कि पहलगाम हमले के बाद कांग्रेस कोई सवाल खड़े नहीं कर रही है और सीधे केंद्र सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है. कांग्रेस ने जिस तरह से कहा कि पहलगाम हमले में आतंकियों ने हिंदुओं को उनके धर्म के आधार पर टारगेट किया गया है, उसका सीधा सा मतलब है कि कांग्रेस इस बार कोई भी चूक नहीं कर रही है. देश के आवाम के मूड को देखते हुए हर दांव
चल रही है.

राहुल गांधी की कश्मीर दौरा अहम
कांग्रेस राहुल गांधी की छवि को एक जननेता के तौर पर बनाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है. राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का मकसद भी उनकी इमेज के लिए था. राहुल लगातार देश के मजदूर, किसान, दलित, पिछड़े और दूसरे तमाम लोगों से मिल रहे हैं. देश में लोगों से मोहब्बत की बात करते हैं. ऐसे में राहुल गांधी के लिए पहलगाम हमले के पीड़ितों से मिलना लाजमी बन जाता है. राहुल गांधी अगर नहीं मिलते तो उनके मुहब्बत वाले नैरेटिव पर सवाल खड़े होते. इसीलिए माना जा रहा है कि राहुल गांधी कश्मीर जाकर पहलगाम हमले में घायलों का हालचाल जानेंगे और उनके जख्मों पर मरहम लगाने की कोशिश करेंगे. राहुल गांधी के कश्मीर दौरे के सियासी मकसद को समझा जा सकता है.

Related Articles

Back to top button