मुख में राम बगल में छुरी: वसुंधरा
- पूर्व सीएम का पायलट- गहलोत पर हमला
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जयपुर। राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने पायलट और गहलोत दोनों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सिंहासन के लिए संघर्ष चल रहा है। एक-दूसरे पर तीर चलाये जा रहे हैं। लोगों के मुख में राम बगल में छुरी है। वसुंधरा राजे ने वर्तमान सियासत में चल रहे सिंहासन के संघर्ष को लेकर कहा कि एक समय था जब पिता के आदेश पर भगवान राम सिंहासन छोड़ कर 14 वर्ष तक वनवास गए।
भरत को सिंहासन पर बैठाने की भी तैयारी हुई, लेकिन उन्होंने त्याग की मिसाल पेश की। बड़े भाई राम की चरण पादुकाओं को सिंहासन पर रख कर ही शासन चलाया, लेकिन खुद सिंहासन से दूर रहे। पूर्व सीएम ने कहा कि उस समय दोनों भाइयों का त्याग देखिए और आज दोनो में सिंहासन के लिए किस तरह संघर्ष हो रहा है, यह देखिए। किस तरह एक-दूसरे के ऊपर तीर चलाये जा रहे हैं।
हमेशा प्रदेश की जनता के साथ था और रहूंगा
पायलट ने कहा कि जब उनके पिता का निधन हो गया था। उसके बाद मुझे लगा था कि मैं अकेला हो जाऊंगा। लेकिन राजस्थान की जनता ने साथ दिया और एक अच्छे मुकाम तक पहुंचा कर पहचान बनाई। पायलट बोले, मैं हमेशा प्रदेश की जनता के साथ था और रहूंगा।
हर गलती कीमत मांगती है : पायलट
सचिन पायलट ने कहा, हर गलती कीमत मांगती है। यह बोलकर पायलट ने न केवल सीएम अशोक गहलोत, बल्कि पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को भी टारगेट किया। दौसा में राजेश पायलट की प्रतिमा अनावरण के बाद सचिन पायलट के साथ मौजूद मंत्री राजेंद्र सिंह को मंच पर आकर जैसे ही बोलने के लिए कहा गया, वैसे ही तुरंत सचिन पायलट उठे और माइक थामते हुए खुद भाषण की शुरुआत कर डाली। सचिन पायलट ने वसुंधरा के सीएम कार्यकाल के समय हुए खान आवंटन को बाद में निरस्त करने पर कहा कि मैं राजनीति में किसी भी नेता के लिए छोटे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करता हूं। हालांकि उनका यह इशारा सीधे तौर पर सूबे के मुखिया गहलोत की तरफ था, लेकिन उन्होंने खान मामले का जिक्र करते हुए कहा कि एक महिला मुख्यमंत्री के समय पहले खान अलॉट की गई। बाद में घोटाले उजागर होने लगे, तो निरस्त करना पड़ा। वह बात अलग है कि बाद में खान अलॉट नहीं हुई, लेकिन मामला तो उजागर हो गया था। इसलिए आदेश जारी कर निरस्त करना पड़ा।