एमडीएम में मिला चूहा औ छिपकली, पहले मिल चुका है मरा हुआ सांप
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के एक स्कूल में मिड-डे-मील में मरी हुई छिपकली और चूहा मिलने का मामला सामने आया है। मालदा जिले के साहूल गाछी विद्यानंदपुर प्राइमरी स्कूल का ये मामला है। घटना सामने आने के बाद मालदा के डीएम नितिन सिंघानिया ने जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही है। दरअसल प्राइमरी स्कूल में मिड डे मील की बोरियों में चूहे और छिपकली मिलने का मामला सामने आने के बाद कुछ बच्चों के परिजनों ने स्कूल के बाहर जमकर हंगामा किया था।
परिवारों का आरोप है कि स्कूल में छात्रों के मिड डे मील में चावल की बोरी में मरा हुआ चूहा और दाल की बोरी मे एक मरी हुई छिपकली मिली है। जैसे ही ये बात फैली तो बड़ी संख्या में लोग स्कूल पहुंच गए। स्कूल परिसर में स्कूल प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और मामले में जांच की मांग की है। इससे पहले पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में मिड डे मील में मरा हुआ सांप मिलने से हडक़ंप मच गया था।
इसे पहले बीरभूम जिले में मिड डे मील में मरा हुआ सांप मिला था। घटना मंडलपुर प्राथमिक विद्यालय में हुई। बता दें कि मिड डे मील का खाना खाने से करीब 30 से अधिक बच्चे बीमार हुए हैं। जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। हालांकि सभी बच्चों की तबीतय ठीक है। अधिकारियों ने इस मामले में जानकारी दी कि बीरभूम जिले के मयूरेश्वर ब्लॉक के एक प्राथमिक विद्यालय के लगभग 30 छात्र मिड डे मील में दिए गए खाने को खाने के बाद बीमार पड़ गए।
जांच में सामने आया कि मिड डे मील में जो दाल बच्चों को खाने में दी गई थी, उसके बर्तन में सांप पड़ा था। यह बात सामने आने के बाद पूरे इलाके में हडक़ंप मच गया। परिजनों ने स्कूल में इकठ्ठा होकर बवाल किया। अभिभावकों ने शासन-प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया।
सोमवार को यहां बच्चों के खाने के लिए मिड डे मील लाया गया था। बच्चों को खाना परोसा गया। खाना खाते ही बच्चे बीमार होने लगे। 30 छात्र खाना खाकर बीमार पड़ गए। जिसके बाद स्कूल में हडक़ंप मच गया। आनन-फानन में बच्चों को अस्पताल ले जाया गया। आरोप है कि स्कूल प्रशासन ने मामले को छिपाने की कोशिश की थी।