हेल्थ चेकअप के लिए हॉस्पिटल गए रतन टाटा, तबीयत पर खुद दिया अपडेट
नई दिल्ली। जाने-माने दिग्गज कारोबारी और टाटा संस के पूर्व चेयरमैन रतन नवल टाटा (86) ब्रीच कैंडी अस्पताल में हेल्थ चेकअप के लिए गए हुए हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर तबीयत को लेकर चल रहे अफवाह पर खुद जानकारी दी है. पहले ये खबर वायरल हो रही थी कि रतन टाटा को गंभीर हालत में रात 12:30 से 1:00 बजे के बीच अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मीडिया रिपोट्र्स के हवाले से यह दावा किया जा रहा था कि उनका ब्लड प्रेशर बहुत कम हो गया था, इसलिए उन्हें तुरंत आईसीयू में ले जाया गया, जहां जाने-माने हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. शारुख अस्पी गोलवाला की देखरेख में उनका इलाज चल रहा है. हालांकि अब उन्होंने खुद एक्स पर पोस्ट कर ये जानकारी दी है कि ये खबर गलत है. वह नॉर्मल मेडिकल चेकअप के लिए हॉस्पिटल गए हैं.
28 दिसंबर 1937 को तत्कालीन बॉम्बे जो अब मुंबई के नाम से जाना जाता है. वहां रतन टाटा का जन्म हुआ. वह टाटा समूह के संस्थापक जमशेदजी टाटा के परपोते हैं. वे 1990 से 2012 तक समूह के अध्यक्ष थे और अक्टूबर 2016 से फरवरी 2017 तक अंतरिम अध्यक्ष थे. रतन टाटा समूह के धर्मार्थ ट्रस्टों के प्रमुख बने हुए हैं.
टाटा की असल कहानी 1962 में शुरू हुई जब वे टाटा समूह में शामिल हुए. उन्होंने 1990 में समूह के अध्यक्ष बनने से पहले कई कार्य किए और धीरे-धीरे बिजनेस की सीढ़ी चढ़ते गए. उनके कार्यकाल में टाटा समूह ने घरेलू और विदेश दोनों ही स्तरों पर पर्याप्त वृद्धि और विस्तार का अनुभव किया. टाटा की दूरदर्शिता और रणनीतिक सोच ने कंपनी को टेलीकॉम, रिटेल और ऑटो जैसे नए उद्योगों में विस्तार करने की अनुमति दी.
टाटा की सबसे खास उपलब्धियों में से एक 2008 में जगुआर लैंड रोवर का अधिग्रहण था, जो टाटा समूह के इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण था. परोपकार और कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति उनके समर्पण ने उन्हें भारत के दो सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों पद्म भूषण और पद्म विभूषण सहित अनगिनत सम्मान दिलाए हैं.
साल 2024 तक रतन टाटा की कुल संपत्ति 1.5 बिलियन डॉलर यानी करीब 12,483 करोड़ रुपए होने का अनुमान है. साल 2022 में वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट के मुताबिक, रतन टाटा की कुल संपत्ति 3,800 करोड़ रुपए थी. मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक वह अपनी कमाई का 66 फ़ीसदी हिस्सा दान कर देते हैं. वे टाटा ट्रस्ट में अपनी इनकम का एक बड़ा हिस्सा दान करते हैं.
कुछ दिन पहले ही ये खबर आई थी कि रतन टाटा ने डिस्काउंट ब्रोकरेज फर्म अपस्टॉक्स में अपनी 5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच दी है. 86 वर्षीय रतन टाटा ने साल 2016 में इस फर्म में 1.33 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी थी. अपने निवेश में से उन्होंने अब केवल 5त्न हिस्सेदारी बेची है और शेष 95त्न निवेश अभी भी बनाए रखा है. अपस्टॉक्स ने हाल ही में घोषणा की कि कंपनी में रतन टाटा की 5त्न हिस्सेदारी का बायबैक प्रोसेस पूरा कर लिया गया है. इस हिस्सेदारी की बिक्री के साथ ही, रतन टाटा को 2016 के निवेश पर 23,000 प्रतिशत का जबरदस्त रिटर्न मिला है. यह रिटर्न कंपनी के मौजूदा 3.5 अरब डॉलर के वैल्यूएशन पर आधारित है.