हारी हुई सीटों पर विस्तारकों की जिम्मेदारी बढ़ी, विपक्षी नेताओं पर भी भाजपा की नजऱ!

लखनऊ। बीजेपी ने हारी हुई सीटों की समीक्षा बैठक में विस्तारकों और प्रभारियों को और मेहनत करने के लिए कहा है। राष्ट्रीय महामंत्री और हारी हुई सीटों के प्रभारी सुनील बंसल ने विस्तारकों और प्रभारियों को जीत का मंत्र दिया। लखनऊ में आयोजित लोकसभा प्रवास योजना की बैठक में सुनील बंसल ने नए वोटर बनाने, बूथ मजबूत करने, केंद्र एवं राज्य सरकार के योजनाओं के लाभार्थियों तक पहुंचने के टिप्स दिए।
अंबेडकरनगर, लालगंज, श्रावस्ती और रायबरेली के 20 से ज़्यादा विधानसभा में भेजे गए विस्तारकों को विशेष निर्देश दिए गए। विस्तारकों एवं प्रभारियों को दो महीने के अंदर घर घर पहुंचकर संपर्क करने के लिए कहा गया है। लोगों तक पहुंचने उनको पार्टी की रीति-नीति से जोडऩे की विस्तृत रिपोर्ट तैयार करके संगठन को सौंपने के भी निर्देश दिए गए हैं।
सुनील बंसल ने संगठन के सभी नेताओं, विस्तारकों एवं प्रभारियों को ये विशेष निर्देश दिया है कि पीएम विश्वकर्मा योजना को ज्यादा से ज्यादा लोगों से जोडऩे, आयुष्मान कार्ड बनवाने, युवा-किसान और महिलाओं को पार्टी की रीति-नीति से जुडऩे के लिए प्रेरित करें। ऐसे विपक्षी नेता जिनका अच्छा खासा जनाधार है उनपर विशेष नजऱ रखें उनको पार्टी में शामिल कराने का प्रयास करें।
बैठक में ये निर्णय हुआ कि प्रत्येक कार्ययोजना में संपर्क, संवाद और समन्वय रखें, इसी में जीत का मंत्र छुपा हुआ है। दरअसल, बीते दिनों यूपी की राजधानी लखनऊ में संघ, संगठन और सरकार की समन्वय बैठक हुई थी। इस बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई। बता दें कि 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी पूरे जोर शोर के साथ तैयारी कर रही है। यूपी में बीजेपी का पूरा लक्ष्य सभी 80 सीटें जीतने का है।
बता दें कि पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 80 में से 62 और उसके सहयोगी अपना दल (एस) ने दो सीटें जीती थीं। प्रदेश की 14 लोकसभा सीटें अब भी बीजेपी के कब्जे से दूर हैं। इनमें बिजनौर, नगीना, सहारनपुर, अमरोहा, अंबेडकरनगर, श्रावस्ती, गाजीपुर, घोसी, जौनपुर, लालगंज, संभल, मुरादाबाद, मैनपुरी व रायबरेली सीटें शामिल हैं। इन हारी हुईं सीटों को लेकर भाजपा ने यूपी में लोकसभा प्रवास कार्यक्रम चलाया है।

 

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