अमेठी से रॉबर्ट वाड्रा होंगे कांग्रेस उम्मीदवार ! खुद बताया पार्टी का प्लान
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अभी तक अपनी प्रतिष्ठित सीटें अमेठी और रायबरेली से किसी उम्मीदवार को घोषित नहीं किया। कई नामों को लेकर चर्चा चल रही है लेकिन अंतिम मोहर अभी किसी नाम पर नहीं लगी है। इसी बीच गांधी परिवार के दामांद रॉबर्ट वाड्रा ने अमेठी को लेकर बात की है। उन्होंने कहा है कि, मेरे लिए यह मांग आ रही है कि मैं अमेठी को या देश के किसी भी कोने का प्रतिनिधित्व करूं।
रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि अगर मैं सांसद बनने का फैसला करता हूं तो अमेठी के लोग मुझसे अपने निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने की उम्मीद करते हैं। वर्षों तक गांधी परिवार ने रायबरेली, अमेठी और सुल्तानपुर में कड़ी मेहनत की। अमेठी के लोग वास्तव में वर्तमान सांसद से परेशान हैं। उन्हें लगता है कि उन्होंने उन्हें चुनकर गलती की है। अमेठी के लोगों को यह एहसास हो गया है कि उन्होंने स्मृति जी को जिताकर गलती की है। वे चाहते कि अब यहां से गांधी परिवार का कोई सदस्य चुनाव लड़े। वे मेरी तरफ उम्मीद भरी नजरों से देख रहे हैं।
रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि जिसे भी कांग्रेस पार्टी चुनेगी, लेकिन उसे बीजेपी को टक्कर दे सकते हैं और जो सांसद बने। मुझे लग रहा है कि कांग्रेस पार्टी उसे चुनेगी। चाहे गांधी परिवार से हो या कोई और कांग्रेस का आदमी या महिला हो, जो स्मृति ईरानी नहीं कर पाई, वह उसे करे और प्रगति लेकर आए और मेहनत करे। प्रियंका की क्या सोच है या बाकी लोगों की क्या सोच हैं उस बारे में अपनी कोई विशेष टिप्पणी नही दे सकता हूं वो उनकी सोच हैं। उन्होंने कहा कि हर ओर से मांग आ रही है कि वह अमेठी को रिप्रसेंट करे या देश के किसी और कोने का प्रतिनिधित्व करें क्योंकि मांग और पुकार गांधी परिवार और मेरे लिए हर जगह से आ रही है।
ऐसा कोई फैसला लिया है , जो भी आदमी या महिला वहां रहेगी कांग्रेस पार्टी जरुर मदद करेगी की अमेठी की जो मुश्किले हैं उसमें सुधार हो। रॉबर्ट वाड्रा ने खुद के चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा कि, अगर मैं राजनीति में आता हूं और कदम रखता हूं, या किसी भी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करता हूं तो वहां प्रगति और गांधी परिवार का वर्चस्व बढ़ेगा। मैं हमेशा चाहता हूं कि प्रियंका सासंद बने। फिर मैं भी राजनीति में आ सकता हूं। पर मुझे लग रहा है कि मैं अपने मेहनत से बनूं और सोनिया जी व कांग्रेस पार्टी के के आशीर्वाद से बनूं।