दिल्ली से अरेस्ट सद्दाम 14 दिन की न्यायिक हिरासत में, अतीक और अशरफ के विदेशी काले निवेश का खुलेगा राज
लखनऊ। अतीक अहमद और अशरफ के लिए काली कमाई के लिए नेटवर्क तैयार करने वाले सद्दाम को कोर्ट ने 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। प्रयागराज में उमेशपाल हत्याकांड के बाद से फरार एक लाख इनामी सद्दाम कई महीने से पुलिस और एसटीएऊ को छका रहा था। बुधवार रात एसटीएफ ने इनामी सद्दाम को दिल्ली के मालवीयनगर इलाके से गिरफ्तार कर लिया। सद्दाम को आज कोर्ट में पेश किया गया। सद्दाम की गिरफ्तारी के बाद अब माना जा रहा है कि अशरफ के विदेशी निवेश के बारे में सुराग मिल सकता है। अतीक अहमद और उनके छोटे भाई अशरफ ने अपनी मौत से पहले दुबई और अन्य जगहों पर कई करोड़ रुपये का निवेश किया था। अब तक की जांच से संकेत मिले हैं कि सद्दाम कुछ साल पहले दुबई गया था और उसे इन निवेशों के बारे में अच्छी जानकारी हो सकती है। प्रयागराज में अधिवक्ता उमेश पाल की हत्या के बाद सामने आया कि इस हत्याकांड की साजिश बरेली जेल में बंद माफिया अतीक के भाई अशरफ ने रची थी। इसको लेकर जेल में अशरफ से अवैध मुलाकात का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें अतीक अहमद का बेटा असद, बमबाज गुड्डू मुस्लिम, गुलाम, उस्मान, सदाकत, इरफान, आतिन जफर समेत कई शामिल थे। 23 सितंबर को आतिन जफर को बिथरी पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। इस दौरान यह भी सामने आया कि इन सभी को सद्दाम ही जेल में अशरफ से मिलाने लेकर गया था। साथ ही उसने अशरफ का अवैध कमाई के लिए बरेली में लल्ला गद्दी, नाजिश, सैय्यद साहब, फुरकान आदि के साथ मिलकर नेटवर्क तैयार कर जमीनों के काम के जरिए कमाई का धंधा शुरू किया था। सद्दाम पर छह मुकदमे हैं, जिनमें चार प्रयागराज के थाना धूमनगंज और दो बरेली के बिथरी व बारादरी में हैं। एसटीएफ ने सद्दाम को बिथरी पुलिस को सौंपा। थाने में पूछताछ कर उसे जेल भेज दिया गया। गिरफ्तारी करने वाली टीम में एसआई राशिद अली, हेड कांस्टेबल रामजी लाल, कांस्टेबल संदीप, संजय, रामकिशन, गिरजेश शामिल रहे।