मराठा आरक्षण पर छगन भुजबल की नाराजगी, संजय राउत बोले- इस्तीफा देकर जनता के बीच जाएं
अजित पवार गुट के नेता छगन भुजबल की नाराजगी पर शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि वो मंत्री पद से इस्तीफा देकर लोगों के बीच जाएं.

4पीएम न्यूज नेटवर्क: अजित पवार गुट के नेता छगन भुजबल की नाराजगी पर शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि वो मंत्री पद से इस्तीफा देकर लोगों के बीच जाएं.
महाराष्ट्र के मंत्री और प्रमुख ओबीसी नेता छगन भुजबल मराठा आरक्षण को लेकर देवेंद्र फडणवीस सरकार के फैसले से नाराज हैं. डिप्टी सीएम अजित पवार की एनसीपी के नेता भुजबल नाराजगी के बीच कैबिनेट की बैठक में शामिल नहीं हुए. अब इसको लेकर शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने तंज कसा है.
उन्होंने गुरुवार (4 सितंबर) को कहा, ”मराठा समाज का आंदोलन मुंबई में चल रहा था. उनकी सभी मांगें महाराष्ट्र की देवेंद्र फडणवीस सरकार ने पूरी की है. इससे खुश होकर मनोज जरांगे पाटील अपने-अपने घर चले गए. दावा है कि ओबीसी के आरक्षण को इससे धक्का नहीं लगेगा. ये कहने के बाद भी अगर कैबिनेट में कोई नाराज है.”
उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने कहा, ”…खासकर छगन भुजबल नाराज हैं. वही कैबिनेट की बैठक का बहिष्कार कर रहे हैं. बहिष्कार करने से अच्छा है कि इस्तीफा दें. आप इसके बाद ओबीसी समाज को बताइए कि मराठा समाज को आरक्षण देने के बाद ओबीसी समाज पर अन्याय होगा. क्या हुआ है और क्या नहीं हुआ है, ये देखने के लिए एक महीने इंतजार करना होगा.”
छगन भुजबल आरक्षण के लिए पात्र मराठों को कुनबी का दर्जा देने संबंधी सरकारी आदेश से नाराज हैं. मराठा आरक्षण आंदोलन के कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने मंगलवार को कुनबी (ओबीसी) जाति प्रमाण पत्र जारी करने के सरकारी प्रस्ताव (जीआर) के बाद अपने समुदाय के सदस्यों को आरक्षण का लाभ मिलने की बात कही है.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता छगन भुजबल ने बुधवार की शाम को कहा कि वह जीआर के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे. उन्होंने कहा, “ओबीसी नेताओं को जीआर पर संदेह है… कि जरांगे के आंदोलन के बाद कौन जीता. हम इस बारे में कानूनी राय ले रहे हैं कि क्या सरकार लोगों की जाति बदलने के लिए अधिकृत है.”



