शशि थरूर का बयान, कहा- पकिस्तान को खत्म करना होगा आतंकवाद

कांग्रेस नेता शशि थरूर ने एक कार्यक्रम में कहा कि भारत, पाकिस्तान के साथ संबंधों को सामान्य बनाने के लिए पहल नहीं करेगा.

4पीएम न्यूज नेटवर्क: कांग्रेस नेता शशि थरूर ने एक कार्यक्रम में कहा कि भारत, पाकिस्तान के साथ संबंधों को सामान्य बनाने के लिए पहल नहीं करेगा. इस बार पाकिस्तान को अपने देश से आतंकवाद को खत्म करके पहला कदम उठाना होगा. थरूर ने कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा से भारत के साथ विश्वासघात किया है.

कांग्रेस नेता शशि थरूर ने मंगलवार को अपने एक बयान में कहा कि पाकिस्तान की तरफ से बार-बार विश्वासघात करने के बाद अब भारत पाकिस्तान के साथ संबंधों को सामान्य बनाने के लिए पहल नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि
अगर पाकिस्तान भारत से रिश्ते सुधारना चाहता है तो उसे पहले अपने देश में पल रहे आतंकवाद को खत्म करना होगा. थरूर ने अपना यह बयान पूर्व राजदूत सुरेंद्र कुमार द्वारा संपादित पुस्तक ‘Whither India-Pakistan RelationsToday?’ के विमोचन के कार्यक्रम में दिया.

सांसद थरूर ने कहा कि भारत ने हमेशा से ही दोनों देशों के बीच रिश्ते सुधारने में पहल की है. उन्होंने कहा कि इसमें
1950 में लियाकत अली खान के साथ जवाहरलाल नेहरू के समझौते से लेकर 1999 में अटल बिहारी वाजपेयी की लाहौर बस यात्रा और 2015 में नरेंद्र मोदी की लाहौर यात्रा शामिल है. थरूर ने कहा लेकिन भारत की तरफ से की गई हर कोशिश पाकिस्तान की दुश्मनी ने नाकाम कर दिया.

पाकिस्तान को करनी होगी पहल
थरूर ने कहा कि पाकिस्तान के व्यवहार के पिछले रिकॉर्ड को देखते हुए इस बार जिम्मेदारी पाकिस्तान की है कि उन्हें ही अपनी देश में आतंकवादियों को मिटाने के लिए गंभीरता दिखाने के लिए पहला कदम उठाना होगा. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इन आतंकी शिविरों को बंद करने के बारे में गंभीर क्यों नहीं हो सकते? सबको पता है कि आतंकवादी कहां हैं.

थरूर ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र समिति के पास पाकिस्तान के 52 व्यक्तियों, संगठनों और स्थानों की सूची है. ऐसा नहीं है कि पाकिस्तान को उनके अस्तित्व के बारे में पता नहीं है. उन्होंने कहा कि आतंकवाद को बंद करो, इनमें से कुछ लोगों को गिरफ्तार करो और आतंकवाद को खत्म करने के लिए कुछ गंभीर कदम उठाओ. कांग्रेस नेता ने कहा कि एक बार पाकिस्तान की तरफ से ऐसी कार्रवाई होने पर भारत जवाबी कार्रवाई करने को तैयार है, लेकिन पहले कोई कदम नहीं उठाएगा.

मुंबई 2008 के हमले को किया याद
2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों को याद करते हुए थरूर ने कहा कि इस मुंबई हमले में भारत ने पाकिस्तान की संलिप्तता के भारी सबूत दिए थे, जिनमें लाइव इंटरसेप्ट और डोजियर शामिल हैं. लेकिन फिर भी पाकिस्तान ने इस हमले के एक भी मास्टरमाइंड पर मुकदमा नहीं चलाया. उन्होंने कहा कि हमलों के बाद दिल्ली ने असाधारण संयम दिखाया, लेकिन इसके बाद भी पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आया जिससे भारत के पास बहुत कम विकल्प बचे और फिर भारत को 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक और हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम देना पड़ा.

किताब के जरिए दी थी चेतावनी
कांग्रेस नेता ने कहा कि 2012 में प्रकाशित हुई मेरी किताब ‘पैक्स इंडिका’ में मैंने चेतावनी दी थी कि पाकिस्तान की तरफ से अगर कभी भी भारत में मुंबई जैसा हमला दोबारा हुआ, तो 2008 में हमने जो संयम दिखाया था, वह असंभव हो सकता है और सारे दांव बेकार हो जाएंगे. उन्होंने कहा और वास्तव में ऐसा ही हुआ. थरूर ने कहा कि कोई भी लोकतांत्रिक सरकार, खासकर भारत तब चुप नहीं बैठ सकता जब उसका विश्वासघाती पड़ोसी देश उसके नागरिकों और निर्दोष पर्यटकों पर बिना किसी कारण के हमला करता रहे.

थरूर कहते हैं कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बार-बार कहा है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. हालांकि भारत ने लगातार कहा है कि युद्धविराम का समझौता भारतीय और पाकिस्तानी सशस्त्र बलों के DGMO के बीच हुई बातचीत के कारण हुआ है. उन्होंने कहा कि भारत के सफल सैन्य हमले थे, जिसके वजह से पाकिस्तान की तरफ से भारत को फोन आया, न कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप इस समझौते का कारण है.

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