चंद्रयान-3 लॉन्चिंग को तैयार शुक्रवार को भेजा जाएगा अंतरिक्ष यान

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। इसरो शुक्रवार को होने वाली चंद्रयान तीन की लॉन्चिंग के लिए अपनी तैयारियों को आखिरी रूप देने में लगा है। अंतरिक्ष यान अधिक ईंधन, कई असफल-सुरक्षित उपायों और चंद्रयान -2 की तुलना में बड़े लैंडिंग साइट से भरा हुआ है। इस बार इसरो को पूरा विश्वास है कि वो चंद्रयान को इस बार चंद्रमा पर सफलतापूर्वक लैंडिंग कराने में सफल रहेंग।
आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से लॉन्च होने वाला चंद्रयान-3, संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत को चंद्रमा की सतह पर अंतरिक्ष यान उतारने वाला चौथा देश बना देगा। इसरो के मुताबिक, चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान शुक्रवार को लॉन्चिंग के करीब एक महीने बाद चंद्रमा की कक्षा में पहुंचेगा। लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान के 23 अगस्त को चंद्रमा पर उतरने की उम्मीद है।

चुनौतियों से निपटना आसान नहीं

चंद्रमा पर सुरक्षित लैंडिंग ही सबसे बड़ी चुनौती है। जुलाई 2019 में, चंद्रमा पर एक अंतरिक्ष यान, चंद्रयान -2 को उतारने के भारत के पिछले प्रयास को एक बड़ा झटका उस वक्त लगा था जब विक्रम लैंडर चंद्रमा की सतह पर उतरने के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। ऐसे में इस बार किसी तरह की कोई गड़बड़ी ना इसे ध्यान में रखते हुए इसरो ने चंद्रयान-3 को अधिक ईंधन के साथ डिजाइन किया गया है, जो इसे दूर तक यात्रा करने, डिस्पर्सन को संभालने या यदि आवश्यक हो तो वैकल्पिक लैंडिंग साइट पर जाने की क्षमता भी प्रदान करेगा। इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा कि हमने बहुत सारी विफलताएं देखीं हैं, इनमें सेंसर विफलता, इंजन विफलता, एल्गोरिदम विफलता, गणना विफलताएं खास तौर पर शामिल हैं, इसलिए, चाहे जो भी विफलता हो, हम चाहते हैं कि यह आवश्यक गति पर लैंड करे, हमने इस बार हर बारीकी पर काम किया है. ताकि किसी वजह से इस बार के मिशन में कोई कसर ना छूट जाए।

Related Articles

Back to top button