तीखी बहस के बीच अनुपूरक बजट पेश
- सपा प्रमुख ने योगी सरकार पर लगाया जनता की अनदेखी का आरोप
- योगी बोले- प्रदेश का करेंगे चहुमुखी विकास
- भाजपा सरकार ने 28 हजार 760 करोड़ का किया प्रावधान
- बिजली के मुद्दे पर डिप्टी सीएम पाठक व नेता प्रतिपक्ष में तकरार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। भारी हंगामे की बीच योगी सरकार ने बुधवार को विधानसभा में 28 हजार सात सौ साठ करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश कर दिया है। जिसमें लगभग साढ़े सात हजार करोड़ रुपये का प्रस्ताव नई योजनाओं के लिए किया गया। यूपी विधानमंडल सत्र के दूसरे दिन वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने विधानसभा में वित्त वर्ष 2023-24 का अनुपूरक बजट पेश किया। 28,760.67 करोड़ का अनुपूरक बजट पेश किया। इसमें 1946.39 करोड़ रुपये राजस्व खर्च के लिए और 9714 करोड़ रुपये पूंजी खर्च के लिए रखे गए हैं।
नई योजनाओं के लिए 7421.21 करोड़ रुपये का प्रस्ताव है। सीएम योगी ने कहा इस बजट से प्रदेश का सर्वांगिण विकास होगा। वहीं विपक्ष के नेता अखिलेश यादव ने कहा कि यह सरकार केवल घोषणाएं करती है काम नहीं। अनुपूरक बजट को लेकर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि भाजपा सरकार प्रदेश के चतुर्मुखी विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। वहीं दूसरे दिन बिजली के मुददे पर ब्रजेश पाठक व अखिलेश यादव में जमकर तकरार भी हुई। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि योगी सरकार ने अपने कार्यकाल में प्रदेश में अब तक एक भी पावर हाउस नहीं खोला है।
अनुपूरक बजट में खास
- योगी सरकार ने विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के लिए 2000 करोड़ रुपये के आवंटन की घोषणा की है।
- पीएम मित्र योजना के अंतर्गत लखनऊ-हरदोई में पीएम मेगा एकीकृत वस्त्र क्षेत्र एवं परिधान पार्क की स्थापना के लिए 510 करोड़ रुपये देने की घोषणा की गई है।
- उत्तर प्रदेश डाटा सेंटर नीति के क्रियान्वयन के लिए 100 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
विकास योजनाओं को पूरा कराएंगे : ब्रजेश पाठक
अनुपूरक बजट को लेकर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि भाजपा सरकार प्रदेश के चतुर्मुखी विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। आज अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा…विभिन्न कार्य योजनाओं को हम पूरा करेंगे…। उन्होंने उत्तराखंड टनल से 41 लोगों रेस्क्यू की होने पर उत्तराखंड के सीएम को बधाई। विपक्ष पूरी तरह से डिरेल हो गया है। जब-जब विपक्ष की सरकार सत्ता में रही है तब तक भ्रष्टाचार चरम सीमा पर था। अन्य सरकारों में अपराधियों का बोलबाला था। जनता सब जानती है कि सपा के राज्य में गुंडाराज और अपराधियों का बोलबाला था। नई नियमावली को सभी को पालन करना चाहिए।
सरकार किसानों का जीएसटी कम करे : अखिलेश
उत्तर प्रदेश विधानसभा को संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, क्या गेहूं सरकार ने खरीदा या निजी कंपनियों को खरीदवाया? मैं कहना चाहता हूं कि खेती के उपकरणों पर जीएसटी 12 प्रतिशत से 18 प्रतिशत है। क्या डबल इंजन की सरकार किसानों की मदद के लिए जीएसटी कम करेगी या अपने खजाने से किसानों को सुविधा देगी?।
सिर्फ आंकड़ों की बाजीगरी : शिवपाल
सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव ने अनुपूरक बजट को आंकड़ों की बाजीगरी बताया है, उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में लिखा, आंकड़ों और अफसरों की फाइलों में सूबे का मौसम गुलाबी है। शिवपाल सिंह यादव ने विधानसभा का सत्र शुरू होने से पहले भी सरकार को घेरा था। उन्होंने खेती-किसानी, बिजली, सडक़, कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर असफल बताते हुए आरोप लगाया कि सरकार सदन में चर्चा कराने से भाग रही है।
सपा कार्यकर्ताओं ने विधानमंडल परिसर में किया प्र्रदर्शन
समाजवादी पार्टी के विधायकों ने राज्य सरकार के खिलाफ राज्य विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। सत्र के दूसरे दिन सपा कार्याकर्ताओं ने विधानमंडल परिसर में किसानों, नौजवानों और कानून व्यवस्था के मुद्दे पर प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इससे पहले सत्र के शुरुआती दिन सपा विधायकों ने काले कपड़े पहनकर विधान सभा के अंदर लागू किए गए नई नियमावली का विरोध काले कपड़े पहन कर किया था।
यूपी विधानसभा का घेराव करने जा रहे अभ्यर्थियों की पुलिस से नोकझोंक, कई अभ्यर्थी हुए घायल
लखनऊ। पिछले 532 दिनों से लखनऊ के ईको गार्डेन में 6800 चयन सूची पर नियुक्ति की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे अभ्यर्थियों ने बुधवार सुबह 9 बजे चारबाग से विधानसभा की तरफ हजारों की संख्या में कूच कर दिया। ये अभ्यर्थी विधानसभा का घेराव करने जा रहे थे। पिछड़े और दलितों को न्याय दो… के नारे लगाते अभ्यर्थी लगातार विधानसभा की तरफ बढ़ रहे थे तभी पुलिस ने हुसैनगंज चौराहे के पास बैरिकेडिंग करके अभ्यर्थियों को रोक लिया। पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया और बसों में भरकर फिर से ईको गार्डेन भेज दिया। अभ्यर्थियों के अनुसार पुलिस की बर्बरता में कई अभ्यर्थी घायल हुए हैं। अभ्यर्थियों का नेतृत्व कर रहे विजय यादव ने बताया कि 5 जनवरी 2022 को ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद आरक्षित वर्ग के 6800 अभ्यर्थियों की नियुक्ति के लिए सूची जारी कर दी गयी लेकिन नियुक्ति आज तक नहीं हो पाई। हम लोग सिर्फ एक मांग कर रहे हैं कि हमारी मुलाकात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कराई जाए ताकि हमें नियुक्ति मिल सके। मागें न मानी गईं तो कल सुबह दोबारा विधानसभा का घेराव करने को मजबूर होंगे। प्रदर्शन के दौरान सारिका चौरसिया, रीता शेखर, अन्नू पटेल, मालती वर्मा, अर्चना वर्मा, श्वेता, राजबहादुर, हसीन खरेला, योगेश को गंभीर चोटें आई हैं जिन्हें एम्बुलेंस से प्रशासन ने अस्पताल भेजा है।