सुप्रीम कोर्ट ने किसान नेताओं को लगाई जमकर फटकार, जानिए पूरा मामला
4PM न्यूज़ नेटवर्क: सुप्रीम कोर्ट ने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को अस्पताल में भर्ती करने की अनुमति न देने के लिए किसानों को आज (28 दिसंबर) को जमकर फटकार लगाई है। दरअसल, किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल 26 नवंबर से आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं। उनकी हालत काफी नाजुक है। डॉक्टरों की टीम ने यहां तक कह दिया है कि उनकी कभी भी मौत हो सकती है। इस दौरान कोर्ट ने उन किसान नेताओं को फटकार लगाई, जो डल्लेवाल को उनकी बिगड़ती स्वास्थ्य स्थिति के कारण अस्पताल में शिफ्ट करने की अनुमति नहीं दे रहे हैं।
न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने पंजाब के मुख्य सचिव से कहा कि कृपया उन्हें बताएं कि जो लोग डल्लेवाल के अस्पताल में भर्ती होने का विरोध कर रहे हैं, वे उनके शुभचिंतक नहीं हैं। इसके अलावा मुख्य अदालत ने कहा कि वह डल्लेवाल को चिकित्सा सहायता प्रदान करने और उन्हें अस्पताल जाने के लिए मनाने के 20 दिसंबर के आदेशों के अनुपालन के संबंध में पंजाब के प्रयासों से संतुष्ट नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट ने दिया बड़ा आदेश
इस पूरे मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब के मुख्य सचिव और डीजीपी से कहा कि अब आपकी रणनीति क्या है? आप इससे कैसे निपटेंगे, यह बताने की जरूरत नहीं है। अगर कानूनी कार्रवाई से प्रतिरोध होता है तो आपको उससे निपटने के तरीके खोजने होंगे।सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि डल्लेवाल को किसी कीमत पर अस्पताल दाखिल करवाया जाए। लेकिन अभी तक उन्हें अस्पताल में शिफ्ट नहीं किया गया है।
सूत्रों के मुताबिक पंजाब के मुख्य सचिव ने कोर्ट से कहा कि डल्लेवाल अस्पताल जाने से मना कर रहे हैं। वहां मौजूद किसान भी उन्हें अस्पताल नहीं जाने दे रहे हैं। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम जानते हैं कि कुछ किसान नेता हैं। हम उनका नाम नहीं लेना चाहते, लेकिन अगर वे चाहते हैं कि वह मर जाएं तो उनकी क्या मंशा हो सकती है?
महत्वपूर्ण बिंदु
- पंजाब के महाधिवक्ता और डीजीपी के आश्वासन पर सुप्रीम कोर्ट ने अपने निर्देशों का पालन करने के लिए उचित कदम उठाने के लिए और समय दिया है।
- कोर्ट ने कहा कि अगर पंजाब राज्य को किसी सहायता की आवश्यकता है, तो केंद्र सरकार अदालत के निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए सभी अपेक्षित सहायता देगी।
- सूत्रों के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट इस मामले की अगली सुनवाई 31 दिसंबर को करेगा।