संसद में नहीं थमा हंगामा, सत्ता पक्ष व विपक्ष में तीखी झड़प

  • शीतकालीन सत्र का तीसरा दिन, द्रमुक सांसद के बयान पर बीजेपी आक्रामक
  • कांग्रेस  ने भी बयान को गलत बताया, सेंथिल से प्रश्नकाल में माफी मांगने को कहा
  • डीएमके सांसद ने विवादास्पद टिप्पणियों पर लोकसभा में खेद जताया

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन भी संसद में जोरदार हंगामा जारी रहा। जहां विपक्ष ने ईवीएम समेत कई मुद्दों पर मोदी व बीजेपी सरकार को घेरा वहीं सत्तारुढ़ दल ने द्रमुक सांसद के गौमूत्र वाले राज्य के बयान पर कांग्रेस समेत पूरे इंडिया गठबंधन पर हमला बोला। उधर प्रश्नकाल के दौरान जब द्रमुक नेता टी आर बालू पीडीएस पर पूरक प्रश्न उठाने के लिए खड़े हुए तो संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने उनसे सेंथिलकुमार द्वारा मंगलवार को की गई टिप्पणी के लिए माफी मांगने को कहा। हंगामें के बाद डीएमके सांसद सेंथिलकुमार ने विवादास्पद टिप्पणियों पर लोकसभा में खेद व्यक्त किया।
लोकसभा में बुधवार को द्रमुक नेता डीएनवी सेंथिल कुमार की विवादास्पद टिप्पणी पर सदस्यों के बीच हंगामा हुआ, जिसके कारण कार्यवाही अचानक स्थगित करनी पड़ी। सेंथिलकुमार ने कहा कि कल अनजाने में मेरे द्वारा दिए गए बयान से यदि सदस्यों और लोगों के एक वर्ग की भावनाओं को ठेस पहुंची है तो मैं इसे वापस लेना चाहूंगा। मैं शब्दों को हटाने का अनुरोध करता हूं…मुझे इसका अफसोस है। केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि उन्होंने सदन में की गई टिप्पणी के लिए माफी नहीं मांगी।

संसद भवन में संविधान निर्माता को श्रद्धांजलि

पीएम मोदी बबा साहब को श्रद्धांजलि अर्पित करने संसद भवन पहुंचे थे। इस दौरान उनके साथ राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला समेत कई अन्य नेता मौजूद रहे। कांगेस नेता सोनिया, खरगे व राहुल गंाधी समेत उपराष्ट्रपति धनखड़ ने भी डा. अंबेडकर के महापरनिर्वाण दिवस पर उनको संसद भवन मे श्रद्धांजलि अर्पित की।

अब भी खत्म नहीं हुआ कांग्रेस का अहंकार : ठाकुर

नई दिल्ली। लोकसभा में द्रविड मुनेत्र कषगम के सांसद डीएनवी सेंथिलकुमार के गोमूत्र राज्य वाले बयान पर राजनीतिक बयानबाजी लगातार जारी है। अब इस मामले में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि चुनाव में मिली हार ने भी इनके अहंकार को खत्म नहीं किया है, अनुराग ठाकुर ने आगे कहा कि चुनाव में हार के बाद वो गाली-गलोच पर उतर आए हैं, वो (विपक्ष) लगातार ईवीएम पर सवाल उठा रहे हैं. लेकिन इस बार तो उन्होंने हद ही कर दी है। ये लोग हमारे देश की संस्कृति और पहचान को खत्म करने के लिए एक साजिश रच रहे हैं। उन्होंने राहुल गांधी की राष्ट्रव्यापी भारत जोड़ो यात्रा और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के लिए पार्टी की पसंद – रेवंत रेड्डी पर भी सवाल उठाए. अनुराग ठाकुर ने कहा कि तेलंगाना के मनोनीत मुख्यमंत्री ने कहा था कि तेलंगाना का डीएनए बिहार के डीएनए से बेहतर है. क्या उन्हें राहुल गांधी या सोनिया गांधी की मंजूरी है?

संसद पर हमले की धमकी के बाद दिल्ली पुलिस सतर्क

अमेरिका स्थित खालिस्तानी समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा संसद हमले की बरसी के मौके पर 13 दिसंबर को संसद की नींव को हिला देने की धमकी वाला एक वीडियो संदेश जारी करने के बाद दिल्ली पुलिस अलर्ट पर है। 13 दिसंबर 2001 को शीतकालीन सत्रके दौरान संसद पर आतंकवादी हमला हुआ था। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि संसद और उसके आसपास के इलाकों की सुरक्षा पहले ही बढ़ा दी गई है। उन्होंने कहा, किसी को भी कानून व्यवस्था बिगाडऩे की इजाजत नहीं दी जाएगी। अधिकारी ने कहा, जब संसद चल रही होती है तो हम सतर्क रहते हैं।

10 बीजेपी सांसदों ने दिया इस्तीफा, बने रहेंगे विधायक

देश के पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद बीजेपी के 10 सांसदों ने अपना इस्तीफा लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को सौंप दिया। इस्तीफा देने वाले सांसदों में छत्तीसगढ़ के गोमती साई, मध्य प्रदेश के नरेंद्र सिंह तोमर, राकेश सिंह, प्रह्लाद पटेल, रीति पाठक और उदय प्रताप सिंह शामिल हैं। वहीं राजस्थान के सांसद दीया कुमारी, राज्यवर्धन राठौड़, और किरोड़ी लाल मीणा ने भी इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने वाले 10 सांसदों में 5 मध्य प्रदेश, 3 राजस्थान और 2 छत्तीसगढ़ से हैं. बता दें कि बीजेपी ने 21 सांसदों को विधानसभा चुनाव में उतारा था, जिनमें से 12 ने जीत हासिल की और 9 सांसद हार गए. चुनाव जीतने वाले 10 विधायक आज लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के पास अपना इस्तीफा सौंपने पहुंचे, हालांकि वह विधायक बने रहेंगे। वहीं चुनाव जीतने वाले दो अन्य सांसद बाबा बालकनाथ और रेणुका सिंह आज इस्तीफा सौंपने नहीं पहुंचे।

तेलंगाना व मिजोरम में सीएम तय

  • भाजपा शासित राज्यों में अब भी असमंजस
  • तेलंगाना में 7 और मिजोरम में 8 दिसंबर को शपथ समारोह
  • मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ और राजस्थान में सीएम के नाम पर उठापटक जारी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने 17 अक्टूबर 2023 को पांच राज्यों (मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम) में चुनावों की तारीख का ऐलान किया था। इसमें तेंलगाना में सबसे अंत में यानी 30 नवंबर को वोटिंग थी, लेकिन यही तेलंगाना सरकार बनाने के मामले में नंबर-1 पर पहुंच गया है, यानी पांच राज्यों में सबसे पहले 7 दिसंबर को यहीं नई सरकार शपथ लेगी।
वहीं, मिजोरम में 8 दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन होगा। इन तारीखों की घोषणा के साथ ही बड़ा सवाल ये उठता है कि आखिर जिन राज्यों में पहले चुनाव हुए, सबसे पहले मतगणना हुई, वहां सरकार बनाने में क्या अड़चन आ रही है। भारतीय जनता पार्टी इस सवाल का जवाब देने से बच रही है।

बीजेपी में कई दावेदारों की वजह से फंस रहा पेंच

बीजेपी ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बहुमत हासिल किया है औऱ यहीं पर इन्हें सरकार बनानी है, लेकिन चुनाव परिणाम आने के तीन दिन बाद भी पार्टी अभी तक सीएम के नाम को तय नहीं कर पाई है। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह ये है कि पार्टी इस बार चुनाव में सीएम फेस के बिना उतरी थी, उसने मध्य प्रदेश में अपने मौजूदा सीएम शिवराज सिंह चौहान और छत्तीसगढ़ व राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्रियों (रमन सिंह और वसुंधरा राजे) से भी किनारा कर लिया था। यानी पार्टी इनको सीएम बनाना नहीं चाहती है। इसके अलावा पार्टी ने विधानसभा चुनाव में अपने कई सांसदों को भी विधायक चुनाव के लिए उतार दिया था। इनमें से अधिकतर जीत चुके हैं। बीजेपी के सामने तीनों ही राज्यों में ऐसे कई बड़े नाम हैं जिनमें से एक को तय करना इतना आसान नहीं है। इन तीन राज्यों में मुख्यमंत्री का नाम तय करने में पार्टी को काफी समय लग रहा है।

भावी सीएम रेवंत सोनिया व राहुल गांधी से मिले

काफी जद्दोजहद के बाद आखिरकार कांग्रेस ने तेलगांना के लिए सीएम के नाम का ऐलान कर दिया। तेलंगाना कांग्रेस के अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ही प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे। वह कल (7 दिसंबर) सीएम पद की शप लेंगे। इस राहुल गांधी ने रेवंत रेड्डी को सीएम चुने जाने पर बधाई दी है।

मिजोरम में राज्यपाल से मिले जेडपीएम नेता

आइजोल। मिजोरम में विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करने के बाद जोराम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) सत्ता में आ गई है। चुनावों में जीत हासिल करने के बाद जोराम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) के नेता लालदुहोमा ने राज्य के राज्यपाल हरि बाबू कंभमपति से मुलाकात की है। राज्यपाल से मुलाकात के बाद सरकार बनाने का दावा पेश किया।

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