टीआर बालू का वीडियो वायरल, भाजपा के निशाने पर कांग्रेस और डीएमके

नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने वीडियो ट्वीट किया है। जिसमें डीएमके नेता टीआर बालू ये कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि उन्होंने 100 साल पुराने तीन मंदिरों को तोड़ा है। इतना ही नहीं वो तीनों मंदिरों के नाम और स्थान भी बता रहे हैं जिनको तोड़ा गया है। इस बयान को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस को भी आड़े हाथों लिया है। इस वीडियो के कैप्शन में उन्होंने लिखा है कि तमिलनाडु में राहुल गांधी और कांग्रेस के सहयोगी कैसे हिंदुओं के खिलाफ नफरत फैला रहे हैं।
उनके इस कथित विवादित बयान पर राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा है कि मुगल शासनकाल में मंदिर तोड़े जाते थे लेकिन अब भी मंदिर तोड़े जा रहे हैं, ये बहुत गलत बात है। जनता को उनका बहिष्कार करना चाहिए। डीएमके सांसद टीआर बालू ने हाल ही में अपने नेता पर हमला करने की हिम्मत करने वाले को मारने और हाथ काटने की धमकी दी थी। सोशल मीडिया पर उनके इस बयान की कड़ी निंदा की गई। उनके भाषण की एक और क्लिप वायरल हो रही है। इस बार उन्होंने कथित तौर पर अपने निर्वाचन क्षेत्र में सदियों पुराने मंदिरों को गिराने की बात कही। वीडियो क्लिप में वो कह रहे हैं कि मैंने 100 साल पुराने तीन मंदिरों को ध्वस्त कर दिया। एक सरस्वती मंदिर, एक लक्ष्मी मंदिर और एक पार्वती मंदिर था। ये तीनों मंदिर मेरे निर्वाचन क्षेत्र में थे। मैंने ये जानता था कि मुझे वोट नहीं मिलेंगे। लेकिन मुझे यह भी पता था कि वोट कैसे प्राप्त करना है।
भाजपा के तमिलनाडु प्रमुख अन्नामलाई ने ट्विटर पर वीडियो साझा किया। डीएमके के लोग 100 साल पुराने हिंदू मंदिरों को गिराने में गर्व महसूस करते हैं। हालांकि, उनके भाषण के एक विस्तारित वीडियो में सांसद को यह बात करते हुए दिखाया गया है कि कैसे उन्हें एक विकासात्मक परियोजना को लागू करने के लिए पूजा स्थलों को ध्वस्त करना पड़ा और कैसे उन्होंने उनका पुनर्निर्माण किया। टीआर बालू, जो सेतुसमुद्रम परियोजना के बारे में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि चारों-तरफ सडक़ बनाने के लिए उन्हें मस्जिदों और मंदिरों को तोडऩा पड़ा।

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