सबसे आगे निकला UAE, Digital Consumer Power Vision ने बदल दिया पूरा खेल!
दोस्तों बिलकुल सही सुना आपने UAE ने अब दुनिया का नंबर 1 डिजिटल प्रोडक्ट कंज्यूमर रेडी मार्केट बन गया है। मतलब, यहां के लोग डिजिटल प्रोडक्ट्स को इस्तेमाल करने के लिए सबसे ज्यादा तैयार हैं।

4पीएम न्यूज नेटवर्क: नमस्कार दोस्तों 4PM मिडिल ईस्ट में आपका इस्तकबाल है। 4PM के इस चैनल पर हम आपके लिए लेकर आते हैं खाड़ी देशों से जुड़ी जरूरी जानकारी और रोचक कहानियां। साथ ही यहां हम दुनिया तमाम बड़ी खबरों को आपके समाने पेश करते हैं।
इसी कड़ी में UAE से जुडी एक ऐसी खबर के बारे में आज हम आपसे बात करने जा रहे हैं जिसकी दुनियांभर में खूब चर्चा हो रही है। दोस्तों जरा फर्ज करें एक ऐसा देश जहां हर कोई अपने फोन से कुछ भी खरीद सकता है, चाहे वो स्मार्टफोन हो, फैशन के कपड़े हों या फिर घर की स्मार्ट लाइट्स। ये सपना नहीं, हकीकत है! यूनाइटेड अरब एमिरेट्स ने हाल ही में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक की रिपोर्ट ‘फ्यूचर ऑफ ट्रेड: डिजिटाइजेशन’ के मुताबिक, यूएई अब दुनिया का नंबर 1 डिजिटल ट्रेड रेडी मार्केट बन गया है।
जी हाँ दोस्तों बिलकुल सही सुना आपने UAE ने अब दुनिया का नंबर 1 डिजिटल प्रोडक्ट कंज्यूमर रेडी मार्केट बन गया है। मतलब, यहां के लोग डिजिटल प्रोडक्ट्स को इस्तेमाल करने के लिए सबसे ज्यादा तैयार हैं। यह सब शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम के दूरदर्शी विजन की वजह से हुआ है। शेख साहब, जो दुबई के शासक और यूएई के उपराष्ट्रपति हैं, ने सालों से डिजिटल दुनिया को बढ़ावा दिया है।
उनके सपने ने न सिर्फ यूएई को आगे बढ़ाया, बल्कि दूसरे देशों को भी सोचने पर मजबूर कर दिया।इस लेख में हम सरल शब्दों में समझेंगे कि यह कैसे हुआ, शेख का विजन क्या था, यूएई की उपलब्धियां क्या हैं, और भविष्य में क्या होगा। आज के इस वीडियो में हम इसी के बारे में बात करेंगे तो दोस्तों बिना देर किये चलिए वीडियो को शुरू करते हैं।
शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम को लोग ‘शेख’ कहकर पुकारते हैं। वे एक ऐसे लीडर हैं जिन्होंने रेगिस्तान से निकलकर यूएई को वैश्विक हब बना दिया। 2006 में जब वे दुबई के शासक बने, तो उन्होंने देखा कि दुनिया तेजी से डिजिटल हो रही है। इंटरनेट, मोबाइल और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस भविष्य हैं। शेख ने सोचा, क्यों न यूएई को डिजिटल इकोनॉमी का मॉडल बनाया जाए? मतलब, एक ऐसी अर्थव्यवस्था जहां सब कुछ ऑनलाइन हो – व्यापार, सरकारी काम, शिक्षा और मनोरंजन। उनका विजन सरल था:
“नवाचार, ज्ञान और एआई से चलने वाली एकीकृत डिजिटल इकोनॉमी बनाओ। ” 2025 में गिटेक्स ग्लोबल इवेंट में शेख ने कहा, “हम यूएई को वैश्विक मॉडल बनाना चाहते हैं, जो तकनीकी और आर्थिक बदलाव का अंतरराष्ट्रीय प्लेटफॉर्म बने।” यह इवेंट दुबई में होता है, जहां दुनिया के टेक लीडर्स आते हैं। शेख ने यहां बताया कि दुबई का डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन इकोनॉमी में सालाना 100 अरब दिरहम यानी लगभग 27 अरब डॉलर का योगदान देगा, 2033 तक।
यह विजन सिर्फ बातें नहीं, बल्कि काम है। शेख ने दुबई स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट शुरू किया, जहां सारी सेवाएं ऐप पर आ गईं। मिसाल के लिए, दुबई नाउ ऐप से आप सरकारी कागजात, बिल पेमेंट और यहां तक कि पुलिस रिपोर्ट सब ऑनलाइन कर सकते हैं। शेख का विजन दूसरे शेखों को भी प्रेरित करता है। जैसे, शेख हमदान बिन मोहम्मद यानी शेख के बेटे ने 2025 में कहा कि दुबई का डिजिटल हब बनना शेख मोहम्मद के विजन का नतीजा है। और शेख मकतूम बिन मोहम्मद ने फाइनेंस मिनिस्ट्री की डिजिटल इनिशिएटिव्स को रिव्यू किया।
कुल मिलाकर, शेख का सपना था कि यूएई एशिया, यूरोप और अफ्रीका के बीच डिजिटल कैपिटल का पुल बने। यह विजन 2010 से चल रहा है, जब दुबई ने पहली बार स्मार्ट गवर्नमेंट बनने का ऐलान किया। आज, 99% इंटरनेट एक्सेस और 195% मोबाइल पेनेट्रेशन यानी मतलब हर व्यक्ति के पास औसतन दो मोबाइल के साथ यूएई तैयार है।
वहीं दोस्तों ‘डिजिटल प्रोडक्ट कंज्यूमर रेडी मार्केट’ की बात की जाये तो इसका मतलब साफ है कि यहां के लोग डिजिटल सामान खरीदने-बेचने और इस्तेमाल करने के लिए सबसे ज्यादा तैयार हैं। 2025 ग्लोबल डिजिटल शॉपिंग इंडेक्स Visa की रिपोर्ट में यूएई ने दुनिया में नंबर 1 पोजिशन हासिल की। इस रिपोर्ट में कहा गया कि 67% यूएई वाले अपनी आखिरी रिटेल खरीदारी मोबाइल से करते हैं जो की 2022 से 23% ज्यादा है। दुनिया में सबसे ज्यादा मोबाइल ऑनलाइन शॉपिंग रेट 37% है, जो सिंगापुर (34.8%), यूके (27.6%) और ब्राजील (24.4%) से आगे है।
बात की जाए यह क्या दिखता है तो आपको बता दें कि यूएई के लोग मोबाइल पर सब कुछ पसंद करते हैं, कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक्स, फूड डिलीवरी। 32% लोग बायोमेट्रिक यानी फिंगरप्रिंट या फेस स्कैन से पेमेंट करते हैं, जो ग्लोबल औसत 17% से दोगुना है। 53% क्रॉस-चैनल शॉपिंग करते हैं, मतलब ऑनलाइन ऑर्डर देकर स्टोर से पिकअप है। रिवॉर्ड प्रोग्राम (75%), फ्री शिपिंग (73%) और प्राइस मैचिंग (70%) पर यूएई टॉप पर है। वहीं इसके साथ ही आपको बता दें कि 38% लोग होम डिलीवरी के लिए मोबाइल या कंप्यूटर यूज करते हैं।
जनरेशन के हिसाब से, मिलेनियल्स 73% जो की सबसे ज्यादा मोबाइल यूज करते हैं, उसके बाद जेन Z और X। यहां तक कि बेबी बूमर्स और सीनियर्स 18% तक भी शामिल हैं। यह दिखाता है कि डिजिटल रेडीनेस हर उम्र में है। वीजा की रिपोर्ट कहती है कि यूएई मोबाइल शॉपिंग का ग्लोबल लीडर है। सवाल उठता है ऐसा क्यों? क्योंकि शेख के विजन से इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत हुआ। 5G नेटवर्क पूरे देश में, फ्री वाई-फाई हर जगह, और डिजिटल आईडी सिस्टम।
दोस्तों जानकारी के लिए आपको बताते चलिए कि UAE की डिजिटल सफलता सिर्फ शॉपिंग तक सीमित नहीं। कई सेक्टर्स में यह नंबर 1 है। तो आइए इसी कड़ी में इससे जुडी कुछ चीज़ों पर नजर डालते हैं। बात की जाए फिनटेक और वर्चुअल एसेट्स की तो दुबई दुनिया का सबसे बड़ा लाइसेंस्ड वर्चुअल एसेट्स मार्केट बन गया। वर्चुअल एसेट्स रेगुलेटरी अथॉरिटी यानी VARA ने 2022 में काम शुरू किया, शेख मोहम्मद और शेख मकतूम के लीडरशिप में। 2025 तक, 2.5 ट्रिलियन दिरहम यानी गभग 680 अरब डॉलर के रेगुलेटेड ट्रांजेक्शन्स हो चुके।
40 से ज्यादा लाइसेंस्ड कंपनियां, 2 बिलियन डॉलर का इन्वेस्टमेंट अबू धाबी के MGX से बिनेंस में। 19 अनलाइसेंस्ड फर्म्स पर फाइन लग चुका है। बड़े एक्सचेंज जैसे बिनेंस, OKX, बायबिट, क्रिप्टो.कॉम, कॉइनबेस यहां काम कर रहे। 2023-24 में 30 बिलियन डॉलर क्रिप्टो इनफ्लो के मुताबिक यह आकड़े सामने आये हैं। वहीं अगर बात की जाए विज़न की तो आपको बता कि 2031 तक 1 ट्रिलियन दिरहम की डिजिटल इकोनॉमी हो सकती है।
बात की जाए एआई और टेक की तो अबू धाबी दुनिया का पहला एआई-नेटिव गवर्नमेंट बनने की राह पर है। शेख हमदान ने 2025 में नई एआई इनिशिएटिव्स अप्रूव कीं, जो 30 इमर्जिंग कंपनियों को ग्लोबल यूनिकॉर्न यानी 1 बिलियन डॉलर वैल्यू बनाने में मदद करेंगी। 70.8% इन्वेस्टर्स एआई को मैनेज इन्वेस्टमेंट्स के लिए ट्रस्ट करते हैं। 73% एआई को ह्यूमन एडवाइजर्स की जगह चुनेंगे। शेख मोहम्मद ने गिटेक्स में कहा कि एआई चुनौतियों को अवसरों में बदल देगा। ई-कॉमर्स और मोबाइल शॉपिंग के लिया ऊपर बताई वीजा रिपोर्ट से साफ है।
यूएई फिनटेक मार्केट 2024 में 2.97 बिलियन डॉलर का था, 2030 तक 6.42 बिलियन पहुंचेगा नोमू, तलाबत जैसी ऐप्स रोजमर्रा का हिस्सा बने हुए हैं। सरकारी डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन की बात की जाए तो दुबई ग्रीनफील्ड FDI यानी फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट में नंबर 1 है। 2025 H1 में भी टॉप पर बना हुआ है। मिनिस्ट्री ऑफ फाइनेंस की डिजिटल इनिशिएटिव्स सस्टेनेबल फाइनेंशियल सिस्टम बना रही। शेख मकतूम ने गिटेक्स में इन्हें रिव्यू किया है। अब बात की जाए मीडिया और एंटरटेनमेंट की तो दुबई प्रेस क्लब की 2025 रिपोर्ट ‘अरब मीडिया आउटलुक’ में डिजिटल मीडिया का फ्यूचर विजन दिखाया। ये सेक्टर्स शेख के विजन से जुड़े हैं। उन्होंने 2026-28 बजट में स्पेस रिसर्च और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन पर इन्वेस्टमेंट बढ़ाया है।
यूएई के 1 करोड़ से ज्यादा लोग जिनमें 80% एक्सपैट्स डिजिटल रेडीनेस से फायदा उठा रहे। एक आम आदमी के लिए सुबह ऐप से कॉफी ऑर्डर, ऑफिस में वर्चुअल मीटिंग, शाम को एआई से हेल्थ चेक। महिलाएं और युवा सबसे ज्यादा यूजर्स। बिजनेस के लिए, स्टार्टअप्स आसानी से लॉन्च हो जाते। 2025 गाइड कहता है, प्रोडक्ट लॉन्च करने के लिए क्लियर पर्पज रखो, लोकल प्रॉब्लम सॉल्व करो। VARA जैसे रेगुलेशन्स ट्रस्ट बनाते।
ग्लोबल कंपनियां जैसे गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, अमेजन यूएई आ रही हैं। शेख ने ग्लोबल ट्रेड स्ट्रेटेजी लॉन्च की, जो यूएई को कॉमर्स गेटवे बनाएगी। अब दोस्तों जैसा की आप जानते हाई हैं कि हर अच्छी चीज में चुनौतियां होती हैं। इसमें बात की जाए तो साइबर सिक्योरिटी, डेटा प्राइवेसी है। लेकिन यूएई ने स्ट्रॉन्ग लॉज, एआई मॉनिटरिंग जैसे सॉल्यूशन भी दिए हैं। शेख का विजन सस्टेनेबल है, जहां टेक लोगों के लिए हो।
बात करें शेख के लक्ष्य के बारे में तो 2031 तक डिजिटल इकोनॉमी एआई, ब्लॉकचेन, टोकनाइजेशन से 1 ट्रिलियन दिरहम तक होनी है। इसके साथ ही दुबई न्यूट्रल ब्रिज बनेगा। शारजाह जैसे इमिरेट्स भी गिटेक्स में डिजिटल विजन दिखा रहे। यूएई का यह सफर शेख मोहम्मद के विजन का कमाल है। रेगिस्तान से डिजिटल हेवन तक। यह बताता है कि सही लीडरशिप से कुछ भी संभव। भारत जैसे देशों के लिए सीख: डिजिटल इंडिया को और तेज करो। यूएई ने साबित किया – विजन से दुनिया बदली जा सकती है।



