UGC का बड़ा ऐलान: माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी समेत 157 विश्वविद्यालयों को घोषित किया डिफॉल्टर

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने बड़ा ऐलान किया है। UGC ने देश की 157 डिफॉल्टर यूनिवर्सिटीज की लिस्ट जारी की है।

4PM न्यूज़ नेटवर्क: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने बड़ा ऐलान किया है। UGC ने देश की 157 डिफॉल्टर यूनिवर्सिटीज की लिस्ट जारी की है। इनमें मध्य प्रदेश के 7 सरकारी यूनिवर्सिटी समेत 16 विश्वविद्यालय भी शामिल हैं। यूनिवर्सिटी को डिफॉल्टर घोषित होने से कई विश्वविद्यालय पर आने वाले दिनों में नकारात्मक असर पड़ने वाला है। वहीं छात्र वर्तमान यहां पढ़ रहे हैं, उन्हें नौकरी देने वाली कंपनियों में भी निगेटिव छवि बनती है। ऐसा माना जा रहा है कि इन यूनिवर्सिटी की UGC में कोई क्रेडिबिलिटी नहीं है। डिफॉल्टर घोषित होने वाले विश्वविद्यालयों में मध्य प्रदेश मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी और राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) जैसे प्रोफेशनल विश्वविद्यालय भी हैं। यहां छात्रों को अपेक्षाकृत ज्यादा गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आरजीपीवी 19.48 करोड़ के घोटाले और मेडिकल यूनिवर्सिटी छात्रों की समस्याओं के चलते चर्चा का विषय बना हुआ है।

आपको बता दें कि UGC यानी यूनियन ग्रांट कमीशन ने मध्य प्रदेश के 7 सरकारी यूनिवर्सिटी के साथ-साथ देश की 157 डिफॉल्टर यूनिवर्सिटी घोषित कर दिया है। इनमें 108 सरकारी यूनिवर्सिटी 47 प्राइवेट यूनिवर्सिटी और दो डीम्ड यूनिवर्सिटी भी शामिल हैं। यूजीसी के मुताबिक, इन सभी यूनिवर्सिटीज ने लोकपाल नियुक्त नहीं किया इसके चलते इन्हें डिफाल्टर यूनिवर्सिटी के कैटेगरी में शामिल किया गया है।

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा जारी इस सूची में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय (भोपाल), राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (भोपाल), जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय (जबलपुर), मध्य प्रदेश मेडिकल साइंस विश्वविद्यालय (जबलपुर), नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विवि (जबलपुर), राजा मानसिंह तोमर म्यूजिक एंड आर्ट्स विवि (ग्वालियर) और राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय (ग्वालियर) शामिल है। इसके अलावा यूपी के किंग जार्ज यूनिवर्सटी ऑफ डेंटल साइंस (KGMU) का भी नाम सामने आया है।

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