यूपी भी होगा सपा-बसपा मुक्त : केशव मौर्य
- जनता ने उन्हें विपक्ष में बैठा दिया इसलिए बौखलाए हुए हैं अखिलेश
लखनऊ। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कौशांबी में गौशाला, निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज समेत अन्य विकास कार्यों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद उन्होंने कलेक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान केशव प्रसाद मौर्य ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी पर तंज कसा। कहा कि वह बीजेपी की जिलाध्यक्ष से बता दें, वह एक महिला हैं, वह उनके घर पर सामान भेज देंगी। इस दौरान उन्होंने नारा दिया कि जिस प्रकार कांग्रेस मुक्त भारत उसी प्रकार सपा-बसपा मुक्त उत्तर प्रदेश होगा। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य सबसे पहले भरवारी नगर पालिका स्थित पल्हना गौशाला पहुंचे। यहां उन्होंने गौवंशों को चना-गुड़ और हरा चारा खिलाया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि गौशालाओं में गौवंशों के रखरखाव में किसी भी प्रकार की कमी नहीं की जानी चाहिए। गौशाला के निरीक्षण के बाद डिप्टी सीएम ने विकास खण्ड मूरतगंज मोइद्दीनपुर गौस में ही निर्माणाधीन आईटीआई कॉलेज का निरीक्षण किया और कार्यदायी संस्था को गुणवत्तापूर्ण निर्माण करने के लिए निर्देशित किया। साथ ही डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य निर्माणाधीन कॉलेज के निरीक्षण के बाद मंझनपुर के लिए रवाना हुए। निरीक्षण के बाद उन्होंने कलेक्ट्रेट स्थित उदयन सभागार में अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की। इस समीक्षा बैठक में उन्होंने अधिकारियों से जिले में हो रहे विकास कार्यों में तेजी लाने के लिए निर्देशित किया है. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने पीसी करते हुए बताया कि अधिकारियों को जनपद में ओवरलोड को पूरी तरह से रोकने के लिए निर्देशित किया है। डिप्टी सीएम ने अखिलेश यादव द्वारा सरकारी बस चोरी होने की बात को लेकर किए गए ट्वीट पर कहा कि अखिलेश यादव जी बेचैन हैं। वह 2022 में 400 सीट जीतने का दावा कर रहे थे, लेकिन जनता ने उन्हें विपक्ष में बैठा दिया, इसलिए वह बौखलाए हुए हैं। विपक्षी की कुर्सी मिलने के बाद वह हताश निराश और उदास हैं। अब सपा समाप्त होने की कगार पर है। जिस प्रकार भारत कांग्रेस मुक्त हो रहा है, उसी प्रकार सपा बसपा मुक्त उत्तर प्रदेश भी होगा।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री कृष्णवीर सिंह कौशल का निधन
आगरा। प्रदेश के पूर्व मंत्री और कांग्रेस से चार बार के विधायक रहे डॉ. कृष्णवीर सिंह कौशल का मंगलवार को निधन हो गया। वह 27 अगस्त से आगरा के उपाध्याय हॉस्पिटल में भर्ती थे। उनके निधन की खबर के बाद राजनीतिक और चिकित्सा जगत में शोक की लहर दौड़ गई। डॉ. कौशल 84 वर्ष के थे। वह एसएन मेडिकल कॉलेज से वर्ष 1957 के पहले बैच में एमबीबीएस डिग्री धारक रहे। उन्होंने एमएस की डिग्री भी ली। डॉ. कौशल के राजनीतिक जीवन की शुरुआत रिपब्लिकन पार्टी से हुई थी। 1974 में कांग्रेस और आरपीआई के गठबंधन में छावनी सीट से उन्हें टिकट मिला। डॉ. कृष्णवीर सिंह कौशल 1974, 1977, 1980 और 1985 में छावनी विधानसभा से विधायक चुने गए। पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के कार्यकाल में डॉ. कौशल को सूचना राज्य मंत्री और उसके बाद शिक्षा मंत्री व कृषि मंत्री बनाया गया। वह प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष भी रहे। उनके निधन की सूचना मिलते ही नॉर्थ ईदगाह कालोनी स्थित आवास पर कांग्रेस नेताओं का पहुंचना शुरू हो गया। डॉ. कृष्णवीर सिंह कौशल के दो बेटे राजेश कौशल और डॉ. यज्ञेश कौशल हैं। उनकी तीन बेटियां हैं, जिनमें से एक का निधन पिछले वर्ष हो गया था। उनके निधन पर कांग्रेस नेता उपेंद्र सिंह, मनोज दीक्षित, डॉ. सिराज कुरैशी, राकेश चौहान, राजकुमार नागरथ आदि ने शोक व्यक्त किया।