पटना IGIMS में बेड दिलाने के नाम पर मरीजों से ठगी, शातिर दलाल गिरफ्तार

बिहार की राजधानी पटना में इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (IGIMS) से पुलिस ने एक शातिर दलाल को गिरफ्तार किया है। आरोपी मरीजों की मजबूरी का फायदा उठाकर उन्हें अपनी जाल में फंसाता था।

4पीएम न्यूज नेटवर्क: बिहार की राजधानी पटना में इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (IGIMS) से पुलिस ने एक शातिर दलाल को गिरफ्तार किया है। आरोपी मरीजों की मजबूरी का फायदा उठाकर उन्हें अपनी जाल में फंसाता था।

बताया गया है कि यह दलाल अस्पताल आने वाले परेशान मरीजों को IGIMS में बेड दिलाने का लालच देता और उन्हें मजबूरी में निजी अस्पतालों में भेजकर भारी कमीशनखोरी करता था। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है और उसके नेटवर्क का खुलासा करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान मुजफ्फरपुर जिले के मोतीपुर निवासी मनोज कुमार शाही के रूप में हुई है. मनोज को IGIMS के इमरजेंसी वार्ड से ही गिरफ्तार किया गया. बताया गया कि वह पिछले काफी समय से अस्पताल में आने वाले परेशान और घबराए हुए लोगों को टारगेट करता था. जिस मरीज का इलाज तुरंत जरूरी होता था, उसके परिजनों को यह व्यक्ति विश्वास दिलाता था कि उसकी ऊपर तक पकड़ है और वह तुरंत बेड दिलवा सकता है. इसके बदले वह मोटी रकम वसूलता था.

निजी अस्पतालों में भेजकर लेता था कमीशन
जांच में खुलासा हुआ है कि मनोज मरीजों को राजीव नगर, बोरिंग रोड, दीघा आशियाना, पाटलिपुत्र कॉलोनी और राजा बाजार स्थित कई निजी अस्पतालों में भेजकर हर बार अच्छा-खासा कमीशन कमाता था. उसकी सबसे बड़ी चालाकी यह थी कि वह विकलांग है, जिसके कारण किसी को भी उस पर शक नहीं होता था. लोग इसे सहारा देने लायक समझते थे, मगर यही उसकी सबसे बड़ी ढाल थी. सूत्रों के मुताबिक मनोज अकेला काम नहीं कर रहा था. अस्पताल का ही एक गार्ड उसके साथ मिला हुआ था और हर डील में हिस्सा पाता था. इस नेटवर्क ने कई मरीजों को निजी अस्पतालों की ओर मोड़ कर हजारोंलाखों रुपये ऐंठ लिए हैं.

CCTV में खुला पूरा राज़
IGIMS के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि पिछले कई दिनों से इसकी शिकायत मिल रही थी.
शिकायतों के आधार पर CCTV खंगाले गए, जिनमें मनोज इमरजेंसी वार्ड में घूमते और मरीजों से बात करते हुए
दिखा. इसके बाद उस पर निगरानी रखी गई और जैसे ही वह एक मरीज के परिजन शशि भूषण चौबे से पैसों का
लेनदेन करते पकड़ा गया, पुलिस ने तुरंत उसे धर दबोचा.

आरोपी जेल भेजा गया
गिरफ्तारी के बाद मनोज को शास्त्री नगर थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया. उसे जेल भेज दिया गया है. अस्पताल प्रशासन का कहना है कि मरीजों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है. अस्पताल परिसर में किसी भी तरह की अवैध गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

पुलिस अब मनोज के पूरे नेटवर्क, उसके संपर्कों और उन निजी अस्पतालों की भी जांच कर रही है, जहां पर वह मरीजों को भेजकर कमीशन लेता था. IGIMS प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि परिसर में दलालों के प्रवेश पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी और ऐसे लोगों के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी रहेगी.

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