स्ट्रांग रूम में अचानक देर रात ट्रक घुसने पर बवाल, कैमरे में कैद हुई वोट चोरी!

दोस्तों बिहार विधानसभा चुनाव के दोनों चरणों के मतदान पूरे हो चुके हैं, और अब इंतजार है तो चुनावी नतीजों का। जिसे लेकर प्रशासन की तरफ से तैयारियां जोरों से चल रही हैं। लेकिन इसी बीच एक ऐसा कारनामा सामने आया है जिसे देखकर लगता है

4पीएम न्यूज नेटवर्क: दोस्तों बिहार विधानसभा चुनाव के दोनों चरणों के मतदान पूरे हो चुके हैं, और अब इंतजार है तो चुनावी नतीजों का। जिसे लेकर प्रशासन की तरफ से तैयारियां जोरों से चल रही हैं।

लेकिन इसी बीच एक ऐसा कारनामा सामने आया है जिसे देखकर लगता है मानों चुनाव आयोग और प्रशासन पूरी तरह से सत्ताधारी दल के कंट्रोल में हैं और वोट चोरी में पूरी तरह से सत्ताधारी दल का साथ दे रहे हैं। दरअसल बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनज़र रोहतास जिला मुख्यालय सासाराम में बने मतगणना स्थल पर बुधवार की मध्य रात्रि को अचानक हड़कंप मच गया। एक ट्रक बिना पूर्व सूचना स्ट्रांग रूम परिसर के अंदर घुस गया जिसे देख मौके पर मौजूद कई प्रत्याशियों के समर्थक हंगामा करने लगे।

सामने आई खबरों के मुताबिक लोगों ने स्ट्रांग रूम की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। कुछ देर के लिए वहां अफरातफरी और तनाव का माहौल बन गया। पुलिस ने हंगामा कर रहे लोगों को नियंत्रित किया, हालांकि पुलिस ने लाठीचार्ज के आरोप से इनकार किया है। घटना की सूचना मिलते ही जिला अधिकारी उदिता सिंह और पुलिस अधीक्षक रौशन कुमार तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। दोनों अधिकारियों ने मौके पर ट्रक की जांच की जिसमें खाली बक्से पाए गए।

लेकिन RJD और विपक्ष के अन्य समर्थकों ने जिस तरह से आरोप लगाए इससे साफ़ जाहिर होता है कि यहां EVM के साथ छेड़-छाड़ और वोट चोरी जैसी चीजों को अंजाम देने के लिए योजना तैयार की जा रही थी। वहीं देर रात अंदर जाते इस ट्रक को देख भड़के विपक्ष के समर्थन द्वारा कई वीडियो बनाए गए जिसे लेकर अब सियासा गर्म है और विपक्ष चुनाव आयोग पर सवाल खड़े कर रही है। इसी बीच RJD ने आरोप लगाया है कि सासाराम के मतगणना केंद्र में ईवीएम से भरा एक ट्रक बिना किसी सूचना के घुस गया है.

इसको लेकर आरजेडी के कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए. RJD के आधिकारिक एक्स अकाउंट से एक वीडियो शेयर कर कई सवाल खड़े किए गए हैं. पूछा गया है कि कथित तौर पर EVM से भरा हुआ ट्रक सासाराम, रोहतास जिला के मतगणना केंद्र बिना किसी पूर्व सूचना और पारदर्शिता के जिला प्रशासन द्वारा क्यों घुसाया गया? ट्रक चालकों को सामने लाए बिना क्यों भगा दिया गया? 2 बजे से यहां CCTV कैमरा का फीड क्यों बंद रहा?

इतना ही नहीं इसके साथ ही RJD ने इसे लेकर मांग भी कर दी है कि पूरा फुटेज जारी किया जाए और ट्रक के अंदर क्या है यह प्रशासन को बताया जाए. इसको लेकर आरजेडी ने बिहार चुनाव आयुक्त और चुनाव आयोग को टैग कर स्पष्टीकरण भी मांगा है. साथ ही, चेतावनी दी है कि अगर सही बात सामने नहीं आती है तो कथित ‘वोट चोरी’ को रोकने के लिए हजारों लोग मतदान केंद्र तक पहुंच जाएंगे. इसके साथ ही प्रियंका भारती ने भी ट्विटर पर ट्वीट करते हुए लिखा कि- सासाराम में आधी रात में बक्से से भरा हुआ ट्रकस्ट्रॉंग रूम के अंदर घुसा। आखिर प्रशाशन घुसने कैसे दिया? ट्रक चालकों को सामने लाए बिना क्यों भगा दिया गया? 2 बजे से यहां CCTV कैमरा का फीड क्यों बंद रहा? साथ ही मांग की है कि पूरा फुटेज जारी किया जाए! ट्रक में क्या है प्रशासन बताए!

वहीं इसी बीच राजद के कई प्रत्याशियों ने वज्र गृह के अंदर सीसीटीवी खराब होने की शिकायत। इस घटनाक्रम के बाद कुछ देर के लिए दिनारा के राजद प्रत्याशी राजेश यादव; सासाराम के प्रत्याशी सतेंद्र साह व नोखा प्रत्याशी अनीता चौधरी धरना पर बैठ गए। डीएम-एसपी ने राजद प्रत्याशियों और उसके समर्थकों को समझाने का प्रयास किया। प्रत्याशियों और उनके समर्थकों का आरोप है कि पुलिस प्रशासन की ओर से मामले को दबाने के लिए उनके खिलाफ बल प्रयोग किया गया है। इस दौरान विपक्ष द्वारा क्या आरोप लगाए गए हैं

हालांकि रोहतास एसपी रौशन कुमार ने बल प्रयोग किए जाने के आरोप का खंडन किया है। वज्र गृह परिसर बाजार समिति तकिया में चेनारी विधानसभा के शिवसागर डिस्पैच सेंटर से खाली बक्शा लदा हुआ ट्रक परिसर में आने की बात स्वीकार किया है। जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम ने इस मामले में चेनारी विधानसभा के निर्वाची पदाधिकारी सह एडीएम रोहतास ललित रंजन से स्पष्टीकरण पूछा है।

स्पष्टीकरण में पूछा गया है वज्र गृह को सील कर दिए जाने के बाद आखिर किस परिस्थिति में खाली बक्शा लदा ट्रक भेजा गया था ‌। साथ ही आपको बता दें कि सासाराम नगर थाना क्षेत्र के बाजार समिति परिसर में ईवीएम का वज्र गृह‌ बनाया गया है। ऐसे में ट्रकों का इस तरह से अंदर जाना और बक्सों का होना वोट चोरी की तरफ साफ़ इशारा करता है। खैर विपक्ष इसे लेकर लगातार सवाल खड़े कर रहा है वहीं चुनाव आयोग है की ऐसे मामलों पर चुप्पी साधे हुए बैठा है।

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