जहां-जहां बीजेपी की सरकार वहां-वहां हादसे!

  • संजय राउत ने फडणवीस सरकार को बताया पनौती
  • प्रमोद तिवारी ने कहा हादसों की बीजेपी सरकार
  • महाराष्ट्र में हादसों पर राजनीति, संजय राउत ने राज्य सरकार को बताया पनौती
  • भारत में हर साल सड़क हादसों में लगभग 1.5 लाख लोग मारे जाते हैं
  • धार्मिक आयोजनों में भीड़ नियंत्रण की विफलता से औसतन हर साल 100 से अधिक जानें जाती हैं
  • 2015 से 2023 के बीच देश में 89 एयरक्राफ्ट क्रैश और हेलीकॉप्टर दुर्घटनाएं हुईं
  • जिम्मेदार कौन? क्या हुई कार्रवाई

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। हवा में राख बनते सपने सड़कों पर बिखरती सांसें और पवित्र घाटों पर मौत की चुप्पी। हाल में घटित कुछ घटनाओं ने पूरी व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिये है। पुणे का पुल हादसा और उत्तरखंड में गिरते हेलीकॉप्टर ने नये सिरे से सोचने पर मजबूर कर दिया है कि यह हो क्या रहा है? इन हादसों पर राजनीतिक पार्टियों ने सवाल खड़े किये हैं और कहना शुरू कर दिया है कि हादसे वहीं हो रहे है जहां-जहां भारतीय जनता पार्टी की सरकारें हैं। शिव सेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने महाराष्ट्र की फडणवीस सरकार को महाराष्ट्र के लिए पनौती बताया है। वहीं राज्य सभा संसद प्रमोद तिवारी ने कहा है कि बीजेपी से देश संभल नहीं पा रहा और अव्यावस्थाओं की भेट चढ़ गया है।

पनौती है महाराष्ट्र सरकार

पुणे में इंद्रायणी नदी पर बना पुल टूटने और मालवण में शिवाजी महाराज के स्टैच्यू का चबूतरा धंसने के बाद महाराष्ट्र में राजनीति गरमाने लगी है। शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के वरिष्ठ नेता और सांसद संजय राउत ने हालिया घटनाओं और हादसों को लेकर सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए उसे पनौती करार दिया। संजय राउत ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा है कि जब से देवेंद्र फडणवीस दोबारा मुख्यमंत्री बने हैं, तब से राज्य को पनौती लगी है। अहमदाबाद में जो हादसा हुआ उसमें महाराष्ट्र के 15-16 लोग मर गए। रविवार को आपने देखा होगा कि मालवण में शिवाजी महाराज का जो स्टैच्यू है, वहां चबूतरा धंस गया है।

उत्तर प्रदेश का कुंभ हादसा

प्रयागराज में कुंभ मेले के दौरान हुए भगदड़ और अव्यवस्था से हुई दर्जनों लोगों की मौतें शायद सबसे ज्यादा शर्मनाक हैं। जहां एक ओर प्रशासन ने कुशल प्रबंधन के दावे किए लेकिन हादसे के बाद भीड़ नियंत्रण के लिए पर्याप्त, निकास मार्ग, मेडिकल सुविधा और सुरक्षा बंदोबस्त की पोल खुल गयी। सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हुए उनमें घायल श्रद्धालु चिल्लाते रहे लेकिन उन्हें मदद नहीं मिली। मुख्यमंत्री ने हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। लेकिन जो लोग हादसे के शिकार हुए क्या उन्हें केवल शब्दों से संतोष मिलेगा?

श्रद्धा की उड़ान मौत में तब्दील

केदारनाथ यात्रा पर गए श्रद्धालुओं को लेकर उड़ रहा हेलीकॉप्टर तकनीकी खराबी के कारण क्रैश हो गया। यह पहला हादसा नहीं था। पिछले चार वर्षों में चार हेलीक्रैश इसी इलाके में हो चुके हैं। इस बार भी हादसे का कारण वही पुराना है। खराब मौसम के बाद भी उड़ान की अनुमति देना। मौसम और लो विजिबिलिटी की चेतावनी के बावजूद भी उड़ान की अनुमति कैसे दी गई? डीजीसीए की गाइडलाइन्स क्यों उपेक्षित की गईं? हादसे के बाद जहां यात्रियों के परिजन बेसुध हो रो रहे थे वहीं टूर कंपनियों ने प्राकृतिक कारण का हवाला देकर खुद को क्लीन चिट दे दी। सरकार ने हादसे की जांच की बात कही मुआवजा घोषित किया लेकिन अभी तक न तो कोई स्थायी नीति बनी है और न हेली सेवा की समीक्षा।

पुणे हादसे के लिए सरकार जिम्मेदार

महाराष्ट्र के पुणे जिले के इंद्रायणी नदी पर बने पुल ढहने से 4 लोगों की मौत पर कांग्रेस नेता अजय कुमार लल्लू ने मांग की है कि इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए और जो भी इसके पीछे दोषी हो, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा की सरकार में भ्रष्टाचार सिर चढ़ कर बोल रहा है। इनसे क्या उम्मीद लगा सकते हैं। इस घटना के पीछे जो भी दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। इससे संबंधित मंत्री को तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे देना चाहिए। जरूरी है कि उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज होनी चाहिए।

100 से ज्यादा लोग पानी में बह गए

संजय राउत के मुताबिक पुणे जिले में जो एक ब्रिज है, वो टूट गया। 100 से ज्यादा लोग पानी में बह गए। उनमें से अभी तक 40 लोग लापता हैं। राउत ने इंद्रायणी नदी पर बने पुल के ढहने की घटना को गंभीरता से उठाया। उन्होंने कहा, पुल बनाने के लिए सरकार ने पहले ही 8 करोड़ रुपये की मंजूरी दी थी, लेकिन सरकार के खजाने में पैसा नहीं है। इस तरह से एकाएक हादसों में लोग मारे जा रहे हैं।

निजीकरण का खामियाजा जनता क्यों भुगते : प्रमोद तिवारी

अहमदाबाद एयर इंडिया विमान हादसा, केदारनाथ हेलीकॉप्टर क्रैश और पुणे पुल हादसे को लेकर कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने केंद्र सरकार पर जोरदार निशाना साधा है। कांग्रेस सांसद ने कहा कि इस सरकार में जिस तरह से निजीकरण हुआ आज इसी का खामियाजा भुगतना पड़ा है। कांग्रेस सांसद ने कहा है कि एक बार जब बंगाल में पुल गिरा था तो पीएम मोदी ने कहा था कि बंगाल से ममता बनर्जी की सरकार जाने वाली है। हाल की घटनाओं पर गौर करें तो अहमदाबाद, उत्तराखंड और पुणे में जो हादसे हुए, वहां प्रदेश में भाजपा की सरकार है। केंद्र में भी इनकी सरकार है, तो क्या मान लें कि इनकी सरकार जाने वाली है।

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