क्या अब जनहित के मुद्दे न उठाने का नियम आएगा: अखिलेश
- नियमावली पर कसा तंज-टमाटर खाकर विस में आना मना होगा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने विधानसभा की नई नियमावली पर पर जमकर बरसे है। अखिलेश ने ट्वीट कर कहा कि लगता है यूपी विधानसभा में प्रतिबंध के लिए अब और कुछ नियम आएंगे। उन्होंने कहा कि टमाटर खाकर आना मना, सांड पर बात नहीं करना, जनहित व सौहार्द के मुद्दे उठाना मना, स्मार्ट सिटी पर सवाल नहीं, बेरोजगारी व महंगाई शब्द का प्रयोग मना, जातीय जनगणना और पीडीए पर सांकेतिक भाषा में भी बात करना मना जैसे नियम आएंगे।
वहीं सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व मेंपार्टी के सभी विधायकों और पदाधिकारियों ने अगस्त क्रांति के महानायकों के अधूरे सपनों को पूरा करने और पीडीए (इंडिया) के 11 संकल्पों को पूरा करने की शपथ ली। इसमें समाजवाद लाने, भाजपा को हटाकर विश्व में भारत के लोकतंत्र को ऊपर ले जाने और इसका मान बढ़ाने के संकल्प प्रमुख रहे। इस अवसर पर अखिलेश ने कहा कि महात्मा गांधी और उनके सहयोगियों व समाजवादियों ने जो सपने देखे थे, वे अधूरे रह गए हैं। हम 11-सूत्रीय संकल्पों के साथ देश को खुशहाली के रास्ते पर ले जाने के लिए काम करते रहेंगे। कार्यक्रम में कवि और वरिष्ठ सपा नेता उदय प्रताप सिंह ने 11- सूत्रीय संकल्प पत्र पड़ा, जिसे सभी ने दुहराया। ये संकल्प थे-खुशहाल यूपी खुशहाल इंडिया बनाकर रहेंगे। समाज में धार्मिक सद्भाव, सहिष्णुता और सह-अस्तित्व को बढ़ाएंगे। संविधान बचाएंगे, सामाजिक न्याय, सस्ती और समान शिक्षा की व्यवस्था करेंगे। जाति आधारित जनगणना करवाएंगे। गरीबी हटाने, रोजगार लाने और अमीरी-गरीबी का फासला कम करने के लिए आजीवन संघर्ष करेंगे। पर्यावरण संरक्षण करेंगे और ध्वनि प्रदूषण कम करेंगे। श्रमिक व किसान को अर्थव्यवस्था के केंद्र में लाएंगे। महिलाओं को सम्मान, सुरक्षा और उनके अधिकार दिलाएंगे। धरती बचाने के हिमालय, वृक्ष और नदियां बचाएंगे। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक्स के जरिये संघ परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत छोड़ो आंदोलन में जिन्होंने भारत छोड़ो का नारा नहीं लगाया था,, वो उसी की भरपाई में आज यह नारे लगा रहे हैं। भाजपा के राज में जो लोग पहले से भगाए गए हैं, वो पहले से जाकर किसी और के आने के लिए तंबू तैयार करने वाले लोग हैं। यह है भाजपा का अपने लोगों को भारत छुड़वाया आंदोलन।
अंबेडकर के संविधान को कमजोर कर रही है भाजपा
अखिलेश ने कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर ने जो संविधान देश को दिया था, उस संविधान को आज सत्ता में बैठे लोग कमजोर करने की साजिश कर रहे हैं। उन्होंने आजादी के आंदोलन में भाग लेने के बजाय उसके बहिष्कार का काम किया था। भाजपा राज में रोजगार के क्षेत्र में और लोकतांत्रिक देशों की गिनती में लोगों को सामान्य सुविधाओं के सूचकांक में हमारी स्थिति दयनीय है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 10 खरब डॉलर की र्थव्यवस्था बनाने के लिए अपने तंत्र पर भरोसा नहीं, बल्कि इसके लिए एक अमेरिकी कंपनी को 300 करोड़ रुपये देने जा रहे हैं। सदन के अंदर भी पूछे गए सवालों का सटीक जवाब देने के बजाय सीएम इधर-उधर की बातें बतियाने लगते हैं।