अब विदेशों में खुशबू बिखेरेगी कश्मीरी केसर
श्मीर के केसर की जब भी बात होती है तो खुशबू से मन महक उठता है। इसके बारे में कहा जाता है कि व्यापारी बड़े-बड़े सूटकेस नोटों से भरकर लाते हैं और बदले में थोड़ी सी खुशबू समेट कर ले जाते हैं। जामुनी रंग के फूलों के बीच में लाल रंग की पंखुडिय़ां अलग कर केसर तैयार होता है। अभी तक असली और नकली के फेर में पड़े कश्मीरी केसर की पहचान पर शक किया जाता था, लेकिन अब जीआई टैग मिलने के बाद यह समस्या खत्म हो गई है। अब कश्मीरी केसर अपनी असल पहचान के साथ विदेशों में भी खुशबू बिखेरेगा।