देशवासियों को प्रेरित करते हैं पंडित दीनदयाल के विचार : स्वतंत्र देव
- दीन दयाल उपाध्याय की जयंती पर भाजपा नेताओं ने चारबाग स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की
- देशभर में आज मनाई जा रही दीनदयाल की 105वीं जयंती
लखनऊ। पंडित दीनदयाल उपाध्याय को देश आज याद कर रहा है। देशभर में आज उनकी 105वीं जयंती मनाई जा रही है। इस मौके पर तमाम दिग्गजों ने उन्हें नमन किया है। उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने आज इस मौके पर कहा पंडित दीनदयाल के विचार देशवासियों को प्रेरित करते हैं। उनके विचारों को जनता आत्मसात करें। उन्होंने कहा पंडित दीनदयाल को उनकी जयंती पर शत-शत नमन। स्वतंत्र देव बोले कि उन्होंने राष्टï्र निर्माण में अपना जीवन समर्पित कर दिया। उनके विचार देशवासियों को सदैव प्रेरित करते रहेंगे। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा उपाध्याय ने समय समय पर विभिन्न चुनौतियों व समस्याओं के निराकरण के लिए अपने विचार-दर्शन से देश का मार्गदर्शन किया। उनके एकात्म मानववाद व अंत्योदय के मंत्र सदैव हमें जनकल्याण व राष्टï्र सेवा के लिए प्रेरित करते रहेंगे। पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर आज चारबाग स्थित उनकी प्रतिमा पर भाजपा नेताओं ने पुष्पांजलि अर्पित की। इस मौके पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के साथ राधा मोहन और कानून मंत्री बृजेश पाठक, स्वाति सिंह व अन्य मंत्रीगण मौजूद रहे।
राष्टï्र निर्माण के लिए कर दिया अपना जीवन समर्पित
उधर कानून मंत्री बृजेश पाठक ने कहा विचारों के प्रणेता एवं अंत्योदय के लिए आजीवन काम करने वाले ‘महामानवÓ पंडित दीनदयाल उपाध्याय को उनकी जयंती पर कोटि कोटि नमन। सेवा और समर्पण का उनका मंत्र हमें प्रेरणा देता है। उनके विचार और दर्शन भारत की आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरित करते रहेंगे। बृजेश पाठक ने कहा पंडित दीनदयाल ने राष्टï्र निर्माण में अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया।
शीर्ष नेतृत्व को धर्मेंद्र प्रधान देंगे यूपी की रिपोर्ट
- सत्ता में भाजपा की वापसी को लेकर पदाधिकारियों को दे गए टिप्स
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का फोकस बूथ पर होगा। पार्टी के आक्रामक चुनाव अभियान के केंद्र में मोदी-योगी होंगे। चुनाव से पहले पार्टी कई विशेष अभियानों के जरिए घर-घर दस्तक देकर केन्द्र और राज्य की भाजपा सरकारों की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाएगी। अपने तीन दिवसीय प्रवास के दौरान भाजपा की सत्ता में वापसी की तैयारियों की थाह लेकर पार्टी के प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान दिल्ली लौट गए जहां वह शीर्ष नेतृत्व को समीक्षा के निष्कर्षों की जानकारी देंगे। वापसी से पहले धर्मेंद्र प्रधान ने प्रदेश संगठन के नेताओं के साथ चुनावी तैयारियों की बारीकी से समीक्षा की। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर शुरू किए गए सेवा-समर्पण अभियान, बूथ विजय अभियान, प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन सहित मौजूदा कार्यक्रमों और आगामी कार्ययोजनाओं पर विस्तृत चर्चा की। चुनावी तैयारियों में सबसे ज्यादा जोर बूथ प्रबंधन पर होगा। पार्टी की ओर से संचालित किये जा रहे बूथ विजय अभियान, पन्ना प्रमुखों की नियुक्ति और सम्मेलनों के साथ ही 26 से दो अक्टूबर के बीच प्रस्तावित जनसंपर्क अभियान को धारदार बनाने के तौर-तरीके पर मंथन हुआ।
प्रबुद्घ वर्ग सम्मेलनों का दूसरा चरण जल्द
पार्टी सूत्रों ने बताया कि तीन दिन की बैठक में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलनों का दूसरा चरण शुरू करने पर भी विचार विमर्श हुआ। यह भी तय हुआ कि मोदी-योगी सरकारों के काम को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने को खास अहमियत दी जाएगी। क्षेत्रों में सह प्रभारियों की बैठकें तय करने के साथ जिला और विधानसभा स्तर तक की बैठकों के कार्यक्रमों की रूपरेखा भी तैयार कर ली गई है। बता दें कि विधानसभा चुनाव जीतने के लिए भाजपा ने पूरी ताकत झोंकते हुए चुनाव और संगठन प्रभारियों की पूरी टीम सूबे में तैनात कर दी है।
हर थाने में होगी साइबर हेल्प डेस्क
- अब ऑनलाइन ठगी के पीड़ितों को टरका नहीं पाएगी यूपी पुलिस
लखनऊ। अब साइबर फ्राड की शिकायत लेकर थाने पहुंचे पीड़ितों को पुलिस कर्मी टरका नहीं पाएंगे। उन्हें हर हाल में पीड़ितों की मदद करनी होगी। साइबर अपराधों पर लगाम कसने के लिए प्रदेश भर के सभी थानों में साइबर हेल्प डेस्क अक्टूबर से खोली जाएगी। डीजीपी के आदेश पर 25 हजार पुलिस कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जो 30 सितंबर तक पूरा हो जाएगा। इसके बाद तैनाती होगी। प्रत्येक हेल्प डेस्क पर तीन से चार पुलिस कर्मी होंगे। अब तक थाना पुलिस उन्हें साइबर अपराध की बात कहकर साइबर क्राइम सेल भेजती थी। वहीं साइबर क्राइम सेल मुकदमा न दर्ज होने की बात कहकर फिर थाने भेज देती थी। इस तरह पीड़ित कई दिनों तक प्रार्थनापत्र लेकर एक से दूसरे दफ्तर के चक्कर काटता रहता था। थानों में बनी साइबर हेल्प डेस्क पर तैनात पुलिस कर्मियों की जिम्मेदारी होगी कि वह पीड़ितों के प्रार्थनापत्र की जांच कर उनकी शिकायत केंद्र सरकार द्वारा जारी वेबसाइट और टोल फ्री नंबर पर दर्ज कराएंगे। साथ ही मामले की जांच करेंगे। जरूरत पड़ने पर रिपोर्ट दर्ज कराएंगे। इतना ही नहींं, उन्हें मामले की प्रगति रिपोर्ट भी पीड़ित को समय-समय पर देनी होगी। मार्च 2020 में लॉकडाउन के पहले सिर्फ लखनऊ में ही साइबर क्राइम के रोजाना सात से आठ केस आते थे। आज स्थिति यह है कि रोजाना 18 से 20 शिकायतें सिर्फ साइबर क्राइम सेल में आ रही हैं। इनमें से 60 फीसदी मामले आर्थिक अपराध से संबंधित होते हैं।
लगातार बढ़ रहे साइबर अपराधों पर लगाम कसने के लिए डीजीपी के निर्देश पर प्रदेश के सभी थानों मेंं साइबर हेल्प डेस्क खोली जा रही है। इसके लिए पूरे प्रदेश से करीब 25 हजार पुलिस कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण पूरा होते ही हेल्प डेस्क शुरू की जाएगी।
रामकुमार, एडीजी साइबर क्राइम, उत्तर प्रदेश