केरल में एक लाख से भी ज्यादा हैं कोरोना के एक्टिव केस: हेल्थ मिनिस्ट्री
नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस की रफ्तार धीमी हो गई है। केरल जैसे कुछ राज्यों को छोडक़र, कोरोना वायरस के बहुत कम नए मामले दर्ज किए जा रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस में जानकारी देते हुए कहा कि केरल 1 लाख से ज्यादा एक्टिव केस वाला राज्य है। उन्होंने कहा कि चार राज्यों- महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में 10,000 से 1 लाख सक्रिय मामले हैं। बाकी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में 10,000 से कम सक्रिय मामले हैं। आपको बता दें कि वैज्ञानिक लगातार भारत में कोरोना की तीसरी लहर की चेतावनी दे रहे हैं, जिसके चलते सरकार ने कोरोना टीकाकरण अभियान को तेज कर दिया है।
राजेश भूषण ने कहा कि फरवरी 2021 में विदेशी यात्रियों के भारत आने पर एक प्रोटोकॉल जारी किया गया था, जिसमें मध्य-पूर्व, यूएम और यूके को दो बार (उड़ान से पहले, भारत आने के बाद) आरटीपीसीआर टेस्ट से गुजरना होगा। अन्य देशों के लिए टेस्ट की आवश्यकता नहीं होती है जब वे दूसरे भारत में आते हैं, लेकिन अब चीन, बंगाल, दक्षिण अफ्रीका, जिम्बाब्वे, बोसवाना, मॉरीशस के लोगों को दो बार आरटीपीसीआर टेस्ट करना होगा। केरल में आज 32,097 नए मामले, 188 मौतें और 21,634 ठीक हुए, सक्रिय मामले 2,40,186, परीक्षण सकारात्मकता दर 18.41 प्रतिशत दर्ज की गई।
कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान में गति बरकरार रखते हुए कर्नाटक में एक दिन में सबसे ज्यादा 12,04,402 टीके लगे हैं। बुधवार को टीकाकरण किया गया। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, राज्य सरकार ने पूरे राज्य में 10 लाख टीकों का लक्ष्य रखा है। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन, बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) और जनता के अधिकारियों ने स्वेच्छा से लक्ष्य से परे टीकाकरण करने के लिए कहा। राज्य में कोविड के खतरे को रोकने के लिए और तीसरी लहर के खिलाफ एक निवारक उपाय के रूप में सरकार द्वारा एक विशेष अभियान की योजना बनाई जा रही है। उन्होंने आगे कहा, राज्य में 12,04,402 कोविड टीकाकरण किए गए हैं जो कि है देश में सबसे ज्यादा। सरकार ने प्रत्येक बुधवार को 10 लाख कोविड टीकाकरण के लिए विशेष अभियान चलाने की योजना बनाई है।