पीएम मोदी ने शुरू किया गरीब कल्याण रोजगार अभियान प्रवासी मजदूरों को मिलेगा काम

  • गांवों में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार खर्च करेगी 50 हजार करोड़
  • प्रधानमंत्री ने प्रवासियों से कहा, इतना काम शुरू कराएंगे कि मजदूर कम पड़ जाएंगे

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आज गरीब कल्याण रोजगार अभियान का शुभारंभ किया। कोरोना संकट की वजह से अपने शहरों को लौटे प्रवासी श्रमिकों को इस स्कीम से फायदा होगा। इसके तहत केंद्र सरकार 50 हजार करोड़ रुपये खर्च करेगी।
पीएम मोदी ने कहा कि देश की ग्रामीण आबादी ने कोरोना के संक्रमण को बहुत प्रभावी तरीके से रोका है। आज गरीब के कल्याण के लिए एक बहुत बड़ा अभियान शुरू हुआ है। यह अभियान हमारे श्रमिकों के लिए है। इनमें ज्यादातर ऐसे श्रमिक हैं, जो लॉकडाउन के दौरान अपने घरों, गांवों को लौटे हैं। मेरे श्रमिक साथियों, देश आपकी भावना और जरूरत को भी समझता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभियान की शुरुआत करने से पहले घर लौटे प्रवासी मजदूरों से बात भी की। पीएम मोदी ने श्रमिकों से उन्हें मिले योजनाओं के लाभ के संबंध में भी जानकारी ली। अन्य शहरों में मेहनत-मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण करने वाले श्रमिकों ने भी प्रधानमंत्री से अपने हुनर को लेकर खुलकर बात की। एक श्रमिक ने पीएम मोदी को यह बताया कि वह बाहर रहकर राजमिस्त्री का कार्य करता था। काम मिलना बंद हो गया तो वह गांव लौट आया। पीएम मोदी ने उस श्रमिक से पूछा कि गांव लौटने के बाद उसे काम मिल रहा है या नहीं। इस पर श्रमिक ने बताया कि मुखिया के माध्यम से कुछ काम शुरू हुए हैं, जिनमें उसे फिलहाल काम मिला है। इस पर पीएम ने कहा चिंता मत कीजिए, गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत हम गांव में ही इतना काम शुरू कराएंगे कि मजदूर कम पड़ जाएंगे। गौरतलब है कि इन मजदूरों को मनरेगा के तहत काम मिलेगा। इसकी दैनिक मजदूरी हाल ही में 182 रुपये से बढ़ाकर 202 रुपये कर दी गई है।

गांव में आजीविका के अवसर बढ़ाएगा अभियान: सीएम

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आज गरीब कल्याण रोजगार अभियान का शुभारंभ किए जाने पर उनका अभिनंदन करते हुए आभार जताया। योगी ने कहा कि इस अभियान में प्रदेश के 31 जिलों का चयन किया गया है और इस अभियान को प्रदेश के उन जिलों में जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्रदेश सरकार कृत संकल्पित है। योगी ने कहा कि पूरे देश में गरीब कल्याण व ग्रामीण विकास को नया आधार देने के लिए प्रधानमंत्री की पहल पर संचालित किया जा रहा यह अभियान गांवों में आजीविका के अवसरों को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान करेगा।

ये जिले हैं शामिल

इस अभियान के तहत सरकार ने 6 राज्यों के 116 जिलों की पहचान की है। इन जिलों में करीब 67 लाख प्रवासी मजदूर वापस गए हैं। इन 116 जिलों में बिहार के 32, उत्तर प्रदेश के 31, मध्य प्रदेश के 24, राजस्थान के 22, ओडिशा के 4 और झारखंड के 3 जिले शामिल हैं।

कानपुर में बसपा नेता पिंटू सेंगर की दिनदहाड़े हत्या

हमलावरों ने की कई राउंड फायरिंग, पुलिस कर रही पड़ताल
बसपा प्रमुख को चांद पर जमीन देने की पेशकश कर आए थे चर्चा में

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कानपुर। लाल बंगला क्षेत्र में पूर्व सपा जिलाध्यक्ष के घर के बाहर दिनदहाड़े बसपा नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस घटना की छानबीन कर रही है।
बसपा नेता नरेंद्र सिंह उर्फ पिंटू सेंगर तब चर्चा में आए थे जब उन्होंने बसपा प्रमुख मायावती को चांद पर जमीन देने की पेशकश कर दी थी। इसके बाद से वह बसपा की राजनीति में सक्रिय थे। लालबंगला क्षेत्र में आज दोपहर पूर्व सपा जिलाध्यक्ष चंद्रेश सिंह के घर के बाहर मौजूद बसपा नेता पिंटू सेंगर पर ताबड़तोड़ गोलियों की बौछार कर दी गई। पिंटू जमीन पर गिर पड़े। हमलावर फरार हो गए। गंभीर हालत में बसपा नेता को रीजेंसी हॉस्पिटल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर पड़ताल शुरू कर दी है। वरिष्ठï पुलिस अधीक्षक कानपुर नगर ने बताया कि चार अज्ञात बदमाश हमलावर दो बाइकों पर आए थे। पांच या छह राउंड फायरिंग हुई। 32 बोर के कारतूस बरामद हुए हैं। मामले की जांच की जा रही है।

मुख्तार गैंग पर कसा शिकंजा पांच गिरफ्तार, तीन पर इनाम

अवैध बूचडख़ाने पर छापेमारी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। जेल में बंद बाहुबली बसपा विधायक मुख्तार अंसारी के अवैध कारोबार और गैंग के सदस्यों के खिलाफ मऊ पुलिस ने सख्त एक्शन लिया है। शहर के बीचों-बीच दो दशकों से चल रहे अवैध बूचडख़ाने पर छापेमारी कर उसे बंद करा दिया गया है। पांच को गिरफ्तार किया है, जिन पर गैंगस्टर के साथ अन्य धाराओं पर कार्रवाई की गई है। इनकी संपत्ति भी जब्त की जाएगी। वहीं फरार तीन आरोपियों पर 25-25 हजार का इनाम घोषित किया गया है। पुलिस ने गैंग लीडर शकील अहमद, एखलाक अहमद, जावेद अख्तर, अब्दुर्रहमान, व अजमल कुरैशी को गिरफ्तार किया है।
मऊ एसपी अनुराग आर्य ने बताया कि नगर क्षेत्र में 20 वर्षों से अवैध रूप से नगर पालिका के जर्जर भवन में संचालित अवैध बूचडख़ाने पर दबिश देकर 11 लोगों को दो दर्जन जानवर व आठ सौ किलो मांस के साथ गिरफ्तार किया गया। यह मुख्तार अंसारी के गुर्गों की शह पर संचालित हो रहा था। आठ के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। इनमे से पांच को गिरफ्तार किया गया है। तीन फरार अभियुक्तों शकील अहमद, रिजवान अहमद, मौ कैफ पर पच्चीस-पच्चीस हजार का इनाम घोषित किया गया है। वहीं मऊ पुलिस ने मुख्तार अंसारी गैंग द्वारा अवैध वसूली करने वाले फरार 11 शातिरों पर भी पुलिस अधीक्षक ने 25-25 हजार का इनाम घोषित किया है।

फरार आरोपी भी जल्द पकड़े जाएंगे : एडीजी

वाराणसी जोन के एडीजी बृजभूषण शर्मा ने मामले में कहा कि मऊ जेल में बंद बाहुबली बसपा विधायक मुख्तार अंसारी के अवैध कारोबार और गैंग के सदस्यों पर पुलिस की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने बताया कि अंसारी ने कई जगह अवैध कब्जे कर रखे हैं, उनको भी कब्जा मुक्त कराया जाएगा। अंसारी के अभियुक्तों की धरपकड़ के लिए पुलिस कई जगह दबिश दे रही है। फरार आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने मऊ शहर में दो दशकों से चल रहे अवैध बूचडख़ाने पर छापेमारी करने वाली पुलिस टीम की सराहना की है।

पशुधन घोटाले में नामजद और फरार सिपाही की कमिश्नरेट में कर दी तैनाती

पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। लखनऊ कमिश्नरेट में पशुधन घोटाले में नामजद और फरार आरोपी हेड कांस्टेबल दिलबहार सिंह यादव को सर्विलांस में तैनात कर दिया है। इसने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पूरे मामले की जानकारी के लिए जब पुलिस कमिश्नर से संपर्क किया गया तो उनके पीआरओ ने डीजीपी की मीटिंग में व्यस्त होने की बात कही।
लखनऊ कमिश्नरेट में पशुधन घोटाले में नामजद व फरार आरोपी यूपी पुलिस के हेड कांस्टेबल दिलबहार सिंह यादव की पोस्टिंग सर्विलांस सेल उप आयुक्त मध्य लखनऊ के कार्यालय में कर दी गई है जबकि एसटीएफ व पुलिस को उसकी तलाश है। गिरफ्तारी के आदेश होने के चलते वह फरार चल रहा है। दरअसल पशुधन विभाग में दो सौ करोड़ से ज्यादा का टेंडर दिलाने के नाम पर दो आईपीएस अधिकारियों समेत अन्य ने नोयडा के व्यापारी मंजीत भाटिया से ठेका दिलाने के नाम पर नौ करोड़ रुहड़प लिए थे, जिसे लेकर मंजीत ने हजरतगंज कोतवाली में 13 जून को 11 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। एफआईआर होने के बाद मामले की जांच एसटीएफ को सौंप दी गई। हेड कांस्टेबल दिलबहार सिंह यादव 2019 में आईजी कृष्ण मोहन द्वारा बाराबंकी से लखनऊ पुलिस लाइन संबद्ध किया गया था। इसके बाद यह प्रकरण सामने आया और पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने आरोपी दिलबहार को निलम्बित कर दिया था। वहीं पिछले गुरुवार को डीसीपी मुख्यालय से उसकी तैनाती पुलिस उप आयुक्त सर्विलांस सेल मध्य के कार्यालय में कर दी गई है। बताया जा रहा है कि फर्जीवाड़े में नामजद हेड कांस्टेबल दिलबहार सिंह यादव की पुलिस अफसरों के साथ घनिष्ठ संबंध हैं।

सचिवालय में चल रहा था ठगी का कारोबार

यह पूरा फर्जीवाड़ा सचिवालय के एक कमरे में चलता रहा जिसमें सहायक समीक्षा अधिकारी उमेश मिश्र, संविदाकर्मी, लखनऊ में तैनात हेड कांस्टेबल दिलबहार सिंह यादव और होमगार्ड भी शामिल थे। पूरे फर्जीवाड़े में एसटीएफ की जांच के दायरे में दो आईपीएस समेत चार अन्य सरकारी कर्मचारी भी हैं

वाह री लखनऊ पुलिस, मृत सिपाही को भी दे दी तैनाती

लखनऊ कमिश्नरेट में जिस हेड कांस्टेबल फौलाद खान की तैनाती की गई है, उसकी दो माह पहले मौत हो चुकी है। कमिश्नरेट के डीसीपी पूर्वी के कार्यालय में तैनात हेड कांस्टेबल फौलाद खान का नाम उसी लिस्ट में शामिल है, जिस पोस्टिंग लिस्ट में पशुधन घोटाले के नामजद आरोपी का। इस वजह से कमिश्नरेट में मृतक सिपाही चर्चा का विषय बना हुआ है। फौलाद खान मूल रूप से गोंडा के थाना करनैलगंज के निरुवा का रहने वाला था। 7 अप्रैल को दिल का दौरा पडऩे से उसकी मौत हो गई थी।

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