विपक्ष ने की मंत्री को बर्खास्त करने की मांग, मंत्री बोले मामला हो जाएगा रफा-दफा
- 4पीएम की खबर से देशभर में हंगामा
- 4पीएम ने किया था खुलासा पीएम और सीएम की फोटो लगाकर फर्जीवाड़ा करने का
- नेशनल मीडिया ने भी 4पीएम के बाद चलाई खबर
- सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ने पीएमओ को खत लिखकर की मंत्री को बर्खास्त करने की मांग
- एबीपी गंगा के ब्यूरो चीफ को सफाई देते-देते झुंझला गये मंत्री, किया दावा हो जाएगा मामला खत्म
- विपक्ष ने कहा तुरंत बर्खास्त होना चाहिये मंत्री को, सरकार बैकफुट पर
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। 4पीएम के यूपी सरकार के मंत्रियों द्वारा कथित स्वदेशी मोबाइल फोन बेचने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ के नाम पर धोखाधड़ी करने के खुलासे के बाद पूरे देश में हंगामा मच गया है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस मामले पर जहां प्रदेश सरकार पर सीधा हमला बोला है वहीं दूसरी ओर एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर ने पीएमओ और सीएम को पत्र लिखकर कर कौशल विकास मंत्री कपिलदेव की मंत्रिमंडल से बर्खास्तगी और पूरे मामले की जांच सीबीआई और ईडी से कराने की मांग की है। वहीं मीडिया के सवालों पर कौशल विकास मंत्री कपिलदेव ने कहा कि कंपनी ने इसके लिए माफी मांग ली है और मामला जल्द रफा-दफा हो जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखे पत्र में नूतन ठाकुर ने 4पीएम की खबर का हवाला देते हुए लिखा है कि दरोगा दिनेश कुमार शुक्ला द्वारा लिखवाये गए मुकदमे में अभियुक्तों द्वारा इन ब्लाक कंपनी के कथित स्वदेशी मोबाइल के साथ पीएम तथा यूपी सीएम की फोटो का दुरुपयोग कर जनता में छलने का काम किया गया। यहीं नहीं पुलिस ने मुकदमे में आधे-अधूरे तथ्य लिखे हैं तथा जानबूझ कर ललित अग्रवाल के बड़े भाई कपिलदेव अग्रवाल तथा अन्य मंत्री/विधायकों का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में कौशल विकास मंत्री कपिलदेव अग्रवाल शुरू से सक्रिय रहे। उन्होंने एवं उच्च शिक्षा राज्यमंत्री नीलिमा कटियार ने नोएडा में इसकी लॉन्चिंग की थी, जिसे मंत्री सहित लम्भुआ विधायक देवमणि द्विवेदी ने भी अपने फेसबुक पर पीएम तथा सीएम के फोटो के साथ अपने फेसबुक पर शेयर किया था। इसके माध्यम से काला धन को सफेद करने की बात भी कही जा रही है। गौरतलब है कि मोबाइलकांड में कौशल विकास मंत्री कपिलदेव अग्रवाल के भाई ललित अग्रवाल तथा अन्य के खिलाफ थाना हजरतगंज, लखनऊ में धारा 120बी, 417, 420, 465, 468 दर्ज की गई है। अभियोग की विवेचना अवनीश कुमार, उपनिरीक्षक, हजरतगंज द्वारा की जा रही है। स्थानीय पुलिस मामले को रफा-दफा करना चाहती है। लिहाजा इस प्रकरण की विवेचना सीबीआई व ईडी से कराई जाए ताकि प्रकरण में कपिलदेव अग्रवाल, नीलिमा कटियार, देवमणि द्विवेदी आदि की भूमिका स्पष्टï हो सके।
मामला जल्द हो जाएगा खत्म: कपिलदेव
अपनी सफाई देते-देते मंत्री कपिलदेव अग्रवाल झुंझला गये। उन्होंने दावा किया कि होर्डिंग लगाने वाली कंपनी ने गलतफहमी में होर्डिंग लगा दी है और माफी भी मांग ली है तो अब मामले का पटाक्षेप हो जायेगा। जब उनसे पूछा गया कि उनके भाई के नाम एफआईआर है तो मंत्री ने कहा पुलिस को पता नहीं था कि ललित उनके भाई हैं। मंत्री ने दावा किया कि हाईकमान में से किसी ने उनसे कुछ नहीं पूछा। सवालों से पसीने-पसीने हो रहे मंत्री ने कहा कि उनका कंपनी से कोई लेना-देना नहीं है।
क्या है मामला
नामजद अभियुक्त इन ब्लाक कंपनी के ललित अग्रवाल तथा अन्य ने प्रधानमंत्री भारत सरकार तथा मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के फोटो का दुरुपयोग करते हुए आम जनता में छल कर ओन स्वदेशी तथा ओन इन ब्लाक का नाम दे कर विज्ञापन दिया था, जिसमे देश का स्मार्टफोन आ रहा है लिखा गया था और इसे इस प्रकार प्रकाशित किया गया कि आम जनमानस में यह भ्रम हो जाए कि स्मार्ट फोन स्वदेशी के रूप में भारत सरकार तथा उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लाया जा रहा है। इसकी होर्डिंग यूपी से लेकर उत्तराखंड के तमाम शहरों में लगाई गई थी। कपिलदेव अग्रवाल भारती एडवरटाइजिंग कंपनी, जो होर्डिंग, बैनर एवं अन्य प्रचार का काम करती है, के कर्ताधर्ता हैं, जिसमें उनके छोटे भाई ललित अग्रवाल सीईओ हैं।
मंत्री कर रहे धोखाधड़ी, सरकार बनी धृतराष्टï्र: संजय सिंह
राज्यसभा सांसद और आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी संजय सिंह ने मोबाइल कांड पर 4पीएम की खबर को टैग करते हुए प्रदेश सरकार पर हमला बोला। उन्होंने ट्वीट किया, मुख्यमंत्री ने धोखाधड़ी के लिए अपने मंत्रियों को खुली छूट दे रखी है। योगी सरकार के मंत्री कपिलदेव अग्रवाल योगी-मोदी का पोस्टर लगाकर स्वदेशी मोबाइल के नाम पर खुली लूट कर रहे थे जबकि केन्द्र व राज्य सरकार धृतराष्ट्र बनी हुई थी। आखिर माजरा क्या है?
अखिलेश ने साधा निशाना
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने 4पीएम की खबर को टैग करते हुए प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने तंज कसते हुए ट्वीट किया, अजब-गजब है तमाशा ठाठाबाबा के राज में, छप रहे हैं ‘शातिर अपराधीÓ सरकारी डाक में।
मंत्री कह रहे हैं कि कंपनी ने माफी मांग ली अब मामला खत्म हो जायेगा। यह तो वही बात है कि कोई हत्या कर दे और बाद में माफी मांग ले अगर सरकार में जरा भी नैतिकता बची है तो मंत्री को तुरंत बर्खास्त करना चाहिये।
सुरेन्द्र सिंह राजपूत, प्रवक्ता, कांग्रेस