सीएजी रिपोर्ट में योगी सरकार का भ्रष्टाचार खुला : दीपक सिंह
- प्रयागराज कुंभ प्रदेश का सबसे बड़ा घोटाला
लखनऊ। सीएजी की 2019 के प्रयागराज कुंभ की रिपोर्ट में बड़ा घोटाला होने पर कांग्रेस से प्रदेश की योगी सरकार को घेरा है। विधान परिषद में कांग्रेस के नेता दीपक सिंह ने योगी सरकार पर वर्ष 2019 में हुए प्रयागराज कुंभ की भव्यता और दिव्यता के नाम पर करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। दीपक सिंह ने कहा कि यह उत्तर प्रदेश के इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला है। योगी सरकार ने प्रयागराज कुंभ में हुए जिस भ्रष्टाचार को धर्म और आस्था की आड़ में ढक दिया, उसे मानसून सत्र में विधानमंडल के समक्ष पेश की गई भारत के नियंत्रक-महालेखापरीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट ने बेनकाब कर दिया है। कांग्रेस नेता दीपक ने इस घोटाले की जांच इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज से कराने की मांग की है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस का विधि विभाग इस घोटाले की जांच के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल करेगा। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में मीडिया से मुखातिब दीपक ने कहा कि सीएजी रिपोर्ट के मुताबिक कुंभ मेले के लिए 2743.60 करोड़ रुपये आवंटित हुए थे, जिसमें जमकर भ्रष्टाचार हुआ। कुंभ में टिन, टेंट, पंडाल, बैरिकेडिंग कार्यों के लिए 105 करोड़ रुपए की वित्तीय स्वीकृति के सापेक्ष मेला अधिकारी ने 143.13 करोड़ रुपए के कार्य कराए। लोक निर्माण विभाग ने स्वीकृत दरों से कई गुना ज्यादा रेट पर सड़क निर्माण कराया। दीपक सिंह ने कहा कि आपदा राहत कोष से गृह (पुलिस) विभाग को 65.87 करोड़ रुपये के आवंटन को भी सीएजी ने अपव्यय बताया है। कुंभ मेले में जिन 32 ट्रैक्टर को खरीदा गया, उनमें से चार के रजिस्ट्रेशन नंबर एक मोपेड, दो मोटरसाइकिल और एक कार के थे। सरकार ने वहां पर 42 हजार रुपये की दर से शौचालय निर्माण कराया। अस्थायी टेंट लगाने पर 231.45 करोड़ रुपये खर्च किए, जबकि सीएजी का कहना है कि इसका कुल भुगतान 143 करोड़ रुपये ही होना चाहिए था। 10,500 रुपये की एलईडी लाईट का 22,650 रुपये की दर से भुगतान कर इस मद में 32 लाख रुपये का चूना लगाया गया।