आम आदमी की जेब पर फिर चोट : 15 दिन में 50 रुपये बढ़े रसोई गैस के दाम, भड़का विपक्ष
- महीने के पहले दिन लगा महंगाई का झटका, लखनऊ में एक हजार के करीब पहुंचा रसोई गैस सिलेंडर का दाम
- विपक्ष बोला, जनता की समस्याओं से सरकार को नहीं कोई मतलब, लगातार बढ़ रही महंगाई
- केवल उद्योगपतियों का हित साधने में जुटी भाजपा सरकार, कहीं नहीं दिखे अच्छे दिन
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। आम आदमी को महंगाई का एक और झटका लगा है। महीने के पहले दिन ही रसोई गैस सिलेंडर के दाम में 25 रुपये का इजाफा किया गया है। इसके साथ ही पंद्रह दिनों के भीतर एलपीजी सिलेंडर के दाम में पचास रुपये की वृद्धि हुई है। लगातार बढ़ती महंगाई को लेकर विपक्ष ने भाजपा की केंद्र सरकार पर हमला बोला है। विपक्ष का कहना है कि देश में महंगाई आसमान पर पहुंचती जा रही है लेकिन सरकार को आम आदमी की समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है। वह बस अपने उद्योगपति मित्रों के हित साधने में जुटी है। अच्छे दिन का वादा जमीन पर कहीं नहीं दिख रहा बल्कि जनता कमरतोड़ महंगाई से त्राहिमाम कर रही है। पेट्रोलियम कंपनियों ने महीने के पहले दिन ही रसोई गैस के दाम में बढ़ोतरी कर दी है। बिना सब्सिडी वाले 14.2 किलोग्राम गैस सिलेंडर की कीमत में 25 रुपए की बढ़ोतरी की गई है। इसके पहले 17 अगस्त को एलपीजी गैस की कीमतों में 25 रुपए का इजाफा किया गया था। इस बढ़ोतरी के बाद राजधानी लखनऊ में 14.2 किग्रा का एलपीजी सिलेंडर 922.50 रुपये हो गया है जबकि इससे पहले यह 897.50 रुपये का था। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में गैस सिलेंडर के रेट अलग-अलग हैं। गोरखपुर में 14.2 किलो का रसोई गैस सिलेंडर अब 947 रुपए का हो गया है जबकि आगरा में 898 रुपए का है। गौरतलब है कि तेल कंपनियां हर महीने की पहली और पंद्रह तारीख को रसोई गैस के दाम की समीक्षा करती हैं। वहीं रसोई गैस, पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है और उत्तर प्रदेश समेत विभिन्न राज्यों में महंगाई को लेकर विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला जारी रखे है। रसोई गैस के दामों में ताजा इजाफे के बाद विपक्ष ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए उस पर आम आदमी को परेशान करने का आरोप लगाया है। विपक्ष का कहना है कि सरकार महंगाई पर अंकुश लगाने में पूरी तरह नाकाम रही है। इसके कारण आम आदमी का जीना मुहाल हो गया है।
क्या कहना है सरकार का
पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की लगातार बढ़ती कीमतों की वजह से केंद्र सरकार को काफी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है लेकिन सरकार का कहना है कि यह सब अंतरराष्ट्रीय कीमतों पर निर्भर है और उसके हाथ में ज्यादा कुछ नहीं है। वहीं सरकार लगातार गैस की कीमतों में सब्सिडी खत्म करते जाने की कोशिश कर रही है।
कमर्शियल सिलेंडर भी महंगा
देश की तेल मार्केटिंग कंपनियों ने 19 किलोग्राम के कमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम में 75 रुपये का इजाफा किया है। अब दिल्ली में कॉमर्शियल सिलेंडर का दाम बढ़कर 1693 रुपये हो गया है। कोलकाता में इसका दाम 1,772 रुपये, मुंबई में 1,649 रुपये और चेन्नई में यह 1,831 रुपये हो गया है।
महंगाई ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। भाजपा सरकार में आम आदमी पूरी तरह त्रस्त हो चुका है। सरकार हर मोर्चे पर फेल है और आंखें मूंदे बैठी है।
उदयवीर सिंह, एमएलसी, सपा
प्रधानमंत्री जी, आपके राज में दो ही तरह का विकास हो रहा है। एक तरफ आपके खरबपति मित्रों की आय बढ़ती जा रही है दूसरी तरफ आमजनों के लिए आवश्यक वस्तुओं के दाम बढ़ते जा रहे हैं। अगर यही विकास है तो इस विकास को अवकाश पर भेजने का वक्त आ गया है।
प्रियंका गांधी, महासचिव, कांग्रेस
जब इतिहास लिखा जाएगा तो इसका जिक्र जरूर होगा कि भाजपा नाम की एक क्रूर पार्टी ने अपने ही देश के करोड़ों लोगों की मेहनत का निवाला छीनकर चंद सेठों के हवाले कर दिया। गैस के दाम गरीब मध्यम वर्ग से खाना पकाने की क्षमता छीन ले रहे हैं। भाजपा सरकार देश को बर्बाद करने में तुली है।
वैभव माहेश्वरी, प्रवक्ता, आप
भाजपा गरीब, किसान और मजदूरों के विकास का वादा कर सत्ता में आयी थी लेकिन इसका उल्टा दिखाई पड़ रहा है। महंगाई बेलगाम होती जा रही है। किसान, मजदूर और गरीब परेशान हैं लेकिन सरकार की कुंभकर्णी नींद नहीं खुल रही है। उसे आम आदमी की समस्या से कोई मतलब नहीं है।
सरदार इंद्रजीत सिंह, राष्टï्रीय प्रवक्ता, आरएलडी