कांग्रेस नेता दिग्विजय ने महंत आनंद गिरि पर लगाए गंभीर आरोप
नई दिल्ली। महंत नरेंद्र गिरि के निधन के बाद सियासी बयानबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है। ताजा बयान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह की तरफ से आया है। नरेंद्र गिरि की मौत के बाद संदेह के घेरे में आए शिष्य आनंद गिरि पर दिग्विजय ने गंभीर आरोप लगाए हैं. जिसके बाद सियासी हलचल शुरू हो गई है. हालांकि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने नरेंद्र गिरि की मौत के मामले की जांच के लिए 18 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया है. जो जांच कर सरकार को सूचित करेगी। दिग्विजय सिंह ने कहा है कि मठों के कब्जे में धांधली और जमीन की खरीद आनंद गिरी की पहचान है।
दरअसल, सोमवार को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और श्रीमठ बाघंबरी गद्दी के महंत नरेंद्र गिरी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. महंत नरेंद्र गिरि मौत को कोई खुदकुशी मान रहा हैं तो कोई हत्या। पुलिस ने उनके शिष्य महंत आनंद गिरि को संदेह के घेरे में लिया है। फिलहाल पुलिस आनंद गिरी से पूछताछ कर रही है। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर मामले को आगे बढ़ा दिया है। महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में हिरासत में लिए गए आनंद गिरी पर दिग्विजय सिंह ने तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि आनंद गिरि आधुनिक हिंदुत्व के प्रतीक हैं। मठों पर कब्जा, मंदिर के चढ़ावे का दुरूपयोग, मंदिर की जमीन की बिक्री में धांधली। भगवा हिंदू धर्म की पहचान है। इसे अपमानित मत करो।
महंत नरेंद्र गिरि सोमवार को अपने मठ के एक कमरे में मृत पाए गए। पुलिस के मुताबिक गिरि ने कथित तौर पर पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने कहा कि एक कथित सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें महंत ने लिखा है कि वह मानसिक रूप से परेशान है और अपने एक शिष्य से परेशान है। लखनऊ में अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि आनंद गिरि के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज होने के बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया है. कुमार ने कहा कि सुसाइड नोट में तीन लोगों के नाम हैं और प्राथमिकी के आधार पर आनंद गिरी को हिरासत में लिया गया है. नरेंद्र गिरी की मौत के मामले में 18 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया है। जल्द ही मामले को सुलझा लिया जाएगा।