किसान सम्मान दिवस पर सियासी घमासान

  • नए कृषि कानूनों को लेकर सत्ता और विपक्ष का वार-पलटवार जारी
  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बोले, किसानों को गुमराह कर रहा विपक्ष
  • सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, किसानों को अपमानित कर रही भाजपा
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। नए कृषि कानूनों को लेकर किसान सम्मान दिवस पर भी यूपी में सियासी घमासान जारी रहा। सत्ता और विपक्ष के बीच जमकर वार-पलटवार चला। इस मौके पर कांग्रेस ने कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन किया। जहां सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विपक्ष किसानों को गुमराह कर रहा है वहीं दूसरी ओर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा सरकार किसानों को अपमानित कर रही है। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती (किसान सम्मान दिवस)पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार हमेशा किसानों के साथ है। किसानों के नाम पर राजनीति करने वाले लोग जब सत्ता में आते थे तो बंद चीनी मिलों को बंद करने पर मौन हो जाते थे। यूपी सरकार ने कोरोना काल में भी चीनी मिलें चलाईं। सीएम ने कहा कि जिन्हें किसानों की खुशहाली अच्छी नहीं लगती वे कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ किसानों को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बार-बार कहा जा रहा है कि एमएसपी और मंडियां समाप्त नहीं होंगी इसके बावजूद किसानों को गुमराह किया जा रहा है। नए कानून किसान की उपज का मुनाफा उसके खाते में डालने का काम करेंगे। किसानों को जहां से अच्छा मूल्य मिलेगा वहां अपनी उपज बेचने को स्वतंत्र होंगे लेकिन जिन्हें यह अच्छा नहीं लग रहा है वे किसानों को गुमराह कर रहे हैं। सरकार किसानों के हित में प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। सरकार किसानों की लागत को कम करने और उत्पादकता बढ़ाने पर जोर दे रही है। प्रदेश के किसानों को ट्रैक्टर प्रदान किए जा रहे हैं। 20 कृषि विज्ञान केंद्रों को स्थापित करने का संकल्प पूरा किया है। इस पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, चौधरी चरण सिंह की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन। आज भाजपा के राज में देश के इतिहास में एक ऐसा ‘किसान दिवसÓ आया है, जब उत्सव के स्थान पर देश का किसान सड़कों पर संघर्ष करने पर मजबूर है। भाजपा किसानों का अपमान करना छोड़े क्योंकि ‘देश का किसान, भारत का है मानÓ।

सीएम ने 11 किसानों को टै्रक्टर देकर किया सम्मानित
सीएम योगी आदित्यनाथ ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती के मौके पर 11 किसानों को ट्रैक्टर देकर सम्मानित किया। इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि चौधरी चरण सिंह कहा करते थे कि देश की खुशहाली का रास्ता खेतों से होकर जाता है यानि भारत की प्रगति तब होगी, जब देश का किसान प्रगतिशील होगा। भारत में समृद्धि तब आएगी, जब किसान समृद्धशाली होगा। कृषि प्रधानता ही भारत की अर्थव्यवस्था का आधार है। प्रदेश के 4 कृषि विश्वविद्यालयों के माध्यम से कृषि विज्ञान केंद्रों को जोड़ा गया है। 89 कृषि विज्ञान केंद्र किसानों की आय दोगुनी करने के लिए काम कर रहे हैं।
आंदोलन जारी, सरकार से वार्ता के प्रस्ताव पर मंथन
नई दिल्ली। तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में सिंघु बॉर्डर पर चल रहा किसानों का धरना-प्रदर्शन आज 28 वें दिन भी जारी है। किसान आज सरकार से वार्ता के प्रस्ताव पर मंथन करेंगे। किसानों ने जवाब देने के लिए भी अपनी रणनीति का ऐलान किया है। सभी संगठनों से मंत्रणा करने के बाद यह जवाब केंद्र को भेजा जाएगा। इसमें किसानों का सवाल है कि केंद्र सरकार बताए कि कृषि कानून रद होंगे या नहीं, इसके बाद वह बताएंगे कि बातचीत के लिए जाएंगे या नहीं।
चीन से तनाव के बीच सेना प्रमुख नरवणे ने लिया अग्रिम मोर्चों का जायजा
  • तैयारियों की ली जानकारी जवानों का बढ़ाया हौसला
4पीएम न्यूज नेटवर्क. नई दिल्ली। चीन के साथ कई महीनों से चल रहा तनाव अभी बरकरार है। इसके बीच भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स की एकदिवसीय यात्रा पर लेह पहुंचे। इस दौरान सेना प्रमुख ने रेचिन ला समेत अग्रिम मोर्चों का जायजा लिया। सेना प्रमुख नरवणे ने एलएसी की स्थिति का मूल्यांकन किया। उन्हें जीओसी, फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स और अन्य स्थानीय कमांडरों द्वारा सेना की परिचालन तैयारियों पर जानकारी दी गई। सेना ने इसकी जानकारी दी। सेना ने बताया कि सेना प्रमुख ने रेचिन ला में अग्रिम पंक्ति पर तैनात सैनिकों की स्थिति का निरीक्षण किया। उन्होंने एलएसी के साथ सैनिकों को सहज बनाने के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की।

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