ग्राम पंचायतों के 2 लाख रिक्त पदों पर उपचुनाव 12 जून को

  •  21 हजार से अधिक ग्राम पंचायतों का गठन अभी बाकी है

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में दो लाख से अधिक उन पदों के लिए उपचुनाव की अधिसूचना जारी कर दी गई, जिनके लिए नामांकन पत्र दाखिल नहीं हो सके थे। इन पदों के रिक्त रहने के कारण 21 हजार से अधिक ग्राम पंचायतों का गठन नहीं हो सका और नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान शपथ भी नहीं ने सके। ऐसे में उपचुनाव वाले अधिकांश स्थानों पर निर्विरोध निर्वाचन संभव है। राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने बताया कि नामांकन पत्र आगामी छह जून को सुबह आठ से शाम पांच बजे जमा होंगे। नामांकन पत्रों की जांंच छह जून को होगी। नाम वापसी सात जून को सुबह आठ से दोपहर तीन बजे तक होगी। इसी दिन चुनाव चिन्ह भी आवंटित किए जाएंगे। मतदान 12 जून को सुबह सात से शाम छह बजे तक होगा तथा 14 जून को सुबह आठ बजे से मतगणना होगी। सूत्रों का कहना है कि अधिकतर रिक्त पद ग्राम पंचायत सदस्यों के हैं। इन पदों के रिक्त रहने के कारण 21 हजार से अधिक ग्राम पंचायतों का गठन नहीं हो सका और नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान शपथ भी नहीं ने सके। ऐसे में उपचुनाव वाले अधिकांश स्थानों पर निर्विरोध निर्वाचन संभव है। गौरतलब है कि प्रदेश के तीन-चार जिलों को छोड़कर सभी जगह पंचायत चुनाव हो चुके हैं। इन पंचायत चुनाव में सपा की पकड़ मजबूत हुई है। वहीं भाजपा व बसपा का जनाधार गांवों में कम हुआ है। ग्राम पंचायतों में यूपी सरकार के कामकाज से जनता खुश नहीं है। वहीं छोटे दलों ने पंचायतों में अपनी पकड़ मजबूत बनाई है।

जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव जून के दूसरे पखवाड़े में

उत्तर प्रदेश की 21 हजार से अधिक ग्राम पंचायतों की गठन प्रक्रिया पूरी कराने के साथ ही जिला पंचायत अध्यक्ष व ब्लॉक प्रमुख पदों के चुनाव की सुगबुगाहट भी तेज हो गई है। सूत्रों का कहना है कि 15 जून के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव कराने की तैयारी है। इसके बाद ही ब्लॉक प्रमुखों का चुनाव होगा। इसके अलावा जिन पंचायतों में चुनाव हो चुके हैं या ब्लॉक प्रमुख का चुनाव होना है, वहां जोड़ तोड़ शुरू हो गई है। इसी तरह जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए भी लड़ाई शुरू हो चुकी है।

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