छद्म राजनीति का हिस्सा है भाजपा के संगठन मंत्री बीएल संतोष का ट्वीट

  • 4पीएम की परिचर्चा में सामने आया कि राजनेताओं के बयानों के पीछे के अर्थ को समझना आवश्यक
  • कल्याण सिंह और अटल बिहारी के मसले से संघ ने सीख ले रखी है ऐसे में यूपी में कोई शो-डाउन वाली स्थिति नहीं। क्योंकि संघ न तो मोदी से दूर होगा और न योगी से।
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। कूटनीति में एक कोट है कि यदि कोई राजनीतिज्ञ कहता है हां तो आप उसे शायद समझिए और अगर वह कहता है शायद तो समझिए ना। साथ ही अगर वह कहता है नहीं तो फिर समझिए कि वह राजनीतिज्ञ कूटनीति में कच्चा है। इसलिए राजनेताओं के बयानों के पीछे के अर्थ को समझना आवश्यक है। ऐसे में संगठन मंत्री बी.एल. संतोष जी ने जो भी बयान दिया है वह सरकार के पक्ष में ही दिया है। यह बात निकलकर आई पूर्व मीडिया सलाहकार सीएम उत्तराखंड व प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के अध्यक्ष उमाकांत लखेड़ा, अमर उजाला समूह के सलाहकार संपादक विनोद अग्निहोत्री, वरिष्ठï व चर्चित पत्रकार दीपक शर्मा और 4पीएम के संपादक संजय शर्मा के साथ एक लंबी परिचर्चा में।
परिचर्चा में विनोद अग्निहोत्री ने कहा, बीएल संतोष संगठन मंत्री के तौर पर यूपी प्रवास पर थे, न कि संघ के प्रचारक के तौर पर। ऐसे में उनके इस प्रवास को संघ से न जोड़ा जाए तो ही बेहतर है। ऐसे में कोई भी संगठन मंत्री नहीं चाहेगा कि उसके किसी ट्वीट से पार्टी को कोई नुकसान हो। बात करें 2022 चुनाव की तो वह चुनाव ही आगे का रास्ता तय करेगा, ऐसे में उस लड़ाई को जीतना मोदी, योगी के साथ संघ के लिए भी जरूरी है। पूर्व में कल्याण सिंह और अटल बिहारी बाजपेई के मसले से संघ भी सीख चुका है इसलिए मुझे नहीं लगता कि यूपी में कोई शो-डाउन वाली स्थिति बनेगी, क्योंकि संघ न तो प्रधानमंत्री मोदी जी से दूर होगा और न ही योगी जी से। परिचर्चा में उमाकांत लखेरा बोले कि राजनीतिक लोग कहते कुछ है और करते कुछ और हैं। ऐसे में मुझे यह लगता है कि यूपी भाजपा में सब कुछ ठीक नहीं है। जनता में आक्रोश है । क्योंकि इस महामारी के दौर में जनता के भीतर अपने जन-प्रतिनिधियों के प्रति आक्रोश है। शीर्ष नेतृत्व में बैठे लोगों को पता है कि प्रधानमंत्री का रास्ता यूपी से ही आता है। पीएम मोदी को भी पता है कि अपने सामने आने वाले चुनौती को कैसे रसातल में धकेलना है।
वरिष्ठï पत्रकार दीपक शर्मा कहते हैं कि उमाकांत की बात से सहमत हूं कि संघ जो कहता है वह करता नहीं। यह रहस्य आज से नहीं, बल्कि हेडगेवार और गोलवरकर के समय से है। यूपी की जिस तरह विदेशी मीडिया में कोरोना के हालातों पर खबरें चली वह सरकार के लिए एक अलार्म था। इसके बाद ही पार्टी के शीर्ष नेतृत्व, दत्तात्रेय होसबोले और पूर्व आईएएस अधिकारी अरविन्द शर्मा के बीच बातचीत का दौर चला। वह सब बताता है कि कुछ दिक्कतें तो हैं। साथ ही यदि अरविन्द शर्मा को वीआरएस दिलाकर यूपी लाया गया तो केवल उन्हें एमएलसी ही नहीं बनाया जाना है बल्कि कुछ और काम भी देखने हैं। इसके पीछे एक नई राजनीति है। यह समझ पाना लोगों के लिए मुश्किल है। अगर हम बीएल संतोष के ट्वीट की बात करें तो वह एक छद्म राजनीति का हिस्सा है क्योंकि वे बात पॉलिटिकल क्राइसिस पर करने आए थे और ट्वीट में योगी की तारीफ कर रहे हैं। इसलिए कहा जाता है कि इनकी कथनी-करनी में बड़ा अंतर होता है।

हाईस्कूल के बाद अब यूपी बोर्ड की इंटर की परीक्षा भी रद्ïद
  • डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कहा- इंटरमीडिएट के विद्यार्थी भी होंगे प्रोन्नत
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर के कारण पीएम नरेंद्र मोदी के निर्देश के बाद सीबीएसई तथा आईएससी के कक्षा 12 की परीक्षा के रद्ïद करने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने भी इंटरमीडिएट की परीक्षा को रद कर दिया है। इसके आगे की रणनीति की घोषणा शाम को की जाएगी। उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि प्रदेश सरकार ने हाई स्कूल के बाद इंटरमीडिएट की परीक्षा भी निरस्त कर दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड महामारी की वर्तमान परिस्थितियों के दृष्टिगत बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा हमारी शीर्ष प्राथमिकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से हमने कक्षा 12वीं की परीक्षा को रद करने का यह निर्णय लिया है। वर्तमान शैक्षिक सत्र में माध्यमिक शिक्षा परिषद की 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा का आयोजन नहीं किया जाएगा। सीएम योगी के साथ डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा समेत शिक्षा बोर्ड के अधिकारियों के साथ करीब 30 मिनट बैठक चली। डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ करीब आधा घंटा की बैठक के बाद प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश माध्यमिक परिषद यानी यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट की परीक्षा को भी रद कर दिया। इस बैठक में अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा अराधना शुक्ला तथा शिक्षा निदेशक माध्यमिक शिक्षा के साथ अन्य अधिकारी भी मौजूद थीं। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के करीब सौ वर्ष के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि कक्षा 10 तथा कक्षा 12 की परीक्षा को रद किया गया। अब यूपी बोर्ड के इंटरमीडिएट के विद्यार्थी भी अगली कक्षाओं में प्रोन्नत होंगे।

कहां खर्च किए वैक्सीन बजट के 35 हजार करोड़: प्रियंका गांधी

  • कांग्रेस महासचिव ने केंद्र सरकार की वैक्सीन नीति पर उठाए सवाल
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी ने वैक्सीनेशन को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। प्रियंका ने जून महीने में सरकार के 12 करोड़ वैक्सीन लगाने के दावे पर सवाल उठाए हैं। साथ ही वैक्सीन बजट को लेकर भी सरकार को घेरा है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने आंकड़ा पेश करते हुए ट्वीट किया है कि मई में वैक्सीन उत्पादन क्षमता 8.5 करोड़ थी, वैक्सीन का उत्पादन 7.94 करोड़ हुआ और 6.1 करोड़ वैक्सीन लगी। अब जून में सरकार का दावा है कि 12 करोड़ वैक्सीन आएंगी। कहां से? क्या दोनों वैक्सीन कंपनियों की उत्पादकता में 40 फीसदी का इजाफा हो गया? वैक्सीन बजट के 35000 करोड़ कहां खर्च किए? अंधेर वैक्सीन नीति, चौपट राजा। वैक्सीनेशन को लेकर प्रियंका लगातार सरकार पर हमलावर हैं। एक दिन पहले ही उन्होंने ट्वीट किया था कि हम दुनिया में सबसे बड़े वैक्सीन निर्माताओं में से एक हैं, लेकिन अभी तक सिर्फ 3.4 फीसदी आबादी को ही पूरी तरह वैक्सीन लगाई जा सकी है। भारत के कन्फ्यूज्ड वैक्सीनेशन कार्यक्रम के लिए जिम्मेदार कौन है?

गोंडा में तालाब में डूबने से एक परिवार के पांच बच्चों की मौत, गांव में मातम

4पीएम न्यूज नेटवर्क. गोंडा। खोड़ारे थाना क्षेत्र के रसूलखानपुर मिश्रौली गांव में एक ही परिवार के पांच बच्चों के डूबने का मामला सामने आया है। तालाब से मिट्टी निकालने के दौरान पांचों बच्चे डूब गए। शवों को बाहर निकाल लिया गया है। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। गांव में मातम छा गया है। आज सुबह 10:30 बजे गांव निवासी दृग नरायन पांडेय के घर के चंचल, शिवाकांत, रागिनी, प्रकाशिनी व मुस्कान गांव के बगल स्थित तालाब से मिट्टी निकालने के लिए गए थे। इसी दौरान एक बच्चा फिसल कर तालाब में चला गया। उसे बचाने के लिए बारी-बारी से सभी तालाब में कूद गए। तालाब से थोड़ी दूर गांव के दो अन्य बच्चे खड़े थे। बच्चों को डूबता देख दोनों गांव की ओर भागे। परिवारजन को डूबने की सूचना दी। जब तक परिवारजन व ग्रामीण तालाब तक पहुंचते तब तक देर हो चुकी थी। मृतकों में अरविंद कुमार का आठ वर्षीय बेटा आदित्य उर्फ चंचल, छह वर्षीय बेटा शिवाकांत, सुरेंद्र कुमार की आठ वर्षीया बेटी रागिनी, दस वर्षीया बेटी प्रकाशिनी व वीरेंद्र की 14 वर्षीय बेटी मुस्कान शामिल हैं।

बिजनौर में बिना मास्क पहने दारोगा काट रहे थे चालान, जांच के आदेश

4पीएम न्यूज नेटवर्क. बिजनौर। सोशल मीडिया पर एक दारोगा के चालान काटने का वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में दारोगा एक युवक का मास्क न पहनने पर चालान काट रहे हैं लेकिन वे खुद मास्क नहीं पहने हुए थे। वीडियो के अपलोड होते ही सोशल मीडिया पर दारोगा साहब की किरकिरी हो रही है। इस मामले में एसपी ने जांच का आदेश दिया। वीडियो वायरल होने के बाद एसपी धनवीर सिंह ने इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि बिना मास्क लगाए दारोगा के चालान काटने का मामला संज्ञान में आया है। इस मामले में जांच के आदेश जारी किए गए हैं। जिसके बाद संबंधित दारोगा पर कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि इस वीडियो में दारोगा के साथ आसपास में दो अन्य पुलिसकर्मी थे, जिन्होंने मास्क लगाए रखा था। मामले में एसपी ने जांच का आदेश दिया।

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