ताजनगरी को मेट्रो की सौगात, पीएम मोदी बोले, आत्मनिर्भर हो रहा भारत
- मेट्रो प्रोजेक्ट आगरा में स्मार्ट सुविधाओं के मिशन को और करेगा मजबूत
- वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रधानमंत्री ने किया शिलान्यास
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
आगरा। ताज नगरी आगरा को आज मेट्रो का तोहफा मिल गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगरा मेट्रो रेल परियोजना के निर्माण कार्य का वर्चुअल शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि आगरा के लोगों को मेट्रो का काम शुरू होने पर बहुत-बहुत बधाई। आगरा के पास बहुत पुरातन पहचान तो हमेशा रही लेकिन अब इसमें आधुनिकता का नया आयाम जुड़ रहा है। सैंकड़ों वर्षों का इतिहास संजोए यह शहर अब 21वीं सदी के साथ कदमताल मिलाने के लिए तैयार हो रहा है। भारत आत्मनिर्भर बन रहा है।
उन्होंने कहा कि आगरा में स्मार्ट सुविधाएं विकसित करने के लिए पहले ही लगभग एक हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं पर काम चल रहा है। पिछले साल जिस कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का शिलान्यास करने का मुझे अवसर मिला था वो भी तैयार हो चुका है। कोरोना के समय में यह सेंटर बहुत उपयोगी सिद्ध हुआ।
उन्होंने कहा कि अब 8000 करोड़ रुपये से अधिक का यह मेट्रो प्रोजेक्ट आगरा में स्मार्ट सुविधाओं के मिशन को और मजबूत करेगा। बीते छह वर्षों में यूपी के साथ ही पूरे देश में जिस गति के साथ मेट्रो नेटवर्क पर काम हुआ वह इस सरकार की पहचान और प्रतिबद्धता को दर्शाता है। 2014 तक देश में लगभग सवा 200 किमी मेट्रो लाइन संचालित थीं। आज मेक इन इंडिया के तहत मेट्रो कोच भी देश में ही बन रहे हैं। यही नहीं, जो सिग्नल सिस्टम है उसका भी पूरी तरह से भारत में ही निर्माण हो, इस पर भी काम चल रहा है। यानी अब मेट्रो नेटवर्क के मामले में भी हम आत्मनिर्भर हो रहे हैं।उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है, जैसे-जैसे कोरोना की स्थिति सुधरती जा रही है। वैसे ही बहुत जल्द ही टूरिज्म सेक्टर की रौनक भी फिर से लौट आएगी। इस मौके पर केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी मौजूद रहे।
8380 करोड़ आएगी लागत
आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट में 8380 करोड़ रुपये लागत आएगी। 7.31 लाख यात्री प्रतिदिन सफर कर सकेंगे। आगरा मेट्रो की रफ्तार 80 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। जो दिल्ली और नोएडा मेट्रो से अधिक है। मेट्रो के एक कोच की कीमत आठ करोड़ रुपए है। प्रत्येक ट्रेन में तीन-तीन कोच होंगे। सबसे ज्यादा 16 ट्रेनें कालिंदी विहार से आगरा कैंट रेलवे स्टेशन तक कॉरिडोर पर चलेंगी। आगरा मेट्रो का ट्रायल दो साल में होना है। 2025-26 तक 30 किमी लंबे ट्रैक पर मेट्रो दौडऩे लगेगी।
प्रदेश में तेजी से हो रहे हैं विकास कार्य: सीएम
आगरा के 15वीं वाहिनी पीएसी परेड मैदान में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आगरा में नए युग की शुरुआत हो रही है। विकास कार्य हो रहे हैं। इन्वेस्टमेंट यूपी अब इन्वेस्टमेंट भारत के साथ मिलकर तेजी से कार्य कर रहा है। प्रधानमंत्री ने नए भारत की शुरुआत की है। उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश भर में निवेश करने वाले लोगों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। आगरा मेट्रो से शहर के 26 लाख लोगों को फायदा होगा इससे पब्लिक ट्रांसपोर्ट सुविधा बढ़ेगी।
अब सीरम इंस्टीट्यूट ने वैक्सीन कोविशील्ड के आपात उपयोग की मांगी मंजूरी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कोरोना वायरस वैक्सीन के लिए महीनों से जारी कवायद अब रंग लाती दिख रही है। फाइजर के बाद अब सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने अपनी कोरोना वैक्सीन अपने कोविशील्ड वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति मांगी है। सीरम भारत में ऑक्सफोर्ड के कोविड-19 टीके कोविशील्ड के आपातकालीन उपयोग की औपचारिक मंजूरी प्राप्त करने के लिए भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) के समक्ष आवेदन करने वाली पहली स्वदेशी कंपनी बन गई। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि कंपनी ने महामारी के दौरान चिकित्सा आवश्यकताओं और व्यापक स्तर पर जनता के हित का हवाला देते हुए यह मंजूरी दिये जोन का अनुरोध किया है। इससे पहले शनिवार को अमेरिकी दवा निर्माता कंपनी फाइजर की भारतीय इकाई ने उसके द्वारा विकसित कोविड-19 टीके के आपातकालीन इस्तेमाल की औपचारिक मंजूरी के लिए भारतीय दवा नियामक के समक्ष आवेदन किया था। फाइजर ने उसके कोविड-19 टीके को ब्रिटेन और बहरीन में ऐसी ही मंजूरी मिलने के बाद यह अनुरोध किया था। वहीं, एसआईआई ने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के साथ मिलकर रविवार को देश के विभिन्न हिस्सों में ऑक्सफोर्ड के कोविड-19 टीके कोविशील्ड के तीसरे चरण का क्लीनिकल परीक्षण भी किया। एसआईआई के आवेदन का हवाला देते हुए कहा कि कंपनी ने बताया है कि क्लीनिकल परीक्षण के चार डाटा में यह सामने आया है कि कोविशील्ड लक्षण वाले मरीजों और खासकर कोविड-19 के गंभीर मरीजों के मामले में खासी प्रभावकारी है। चार में से दो परीक्षण डाटा ब्रिटेन जबकि एक-एक भारत और ब्राजील से संबंधित है।
बड़ी साजिश नाकाम, इस्लामिक-खालिस्तानी संगठन के पांच आतंकवादी गिरफ्तार
एक लाख डॉलर, हथियार और दस्तावेज बरामद
4PM न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक बड़ी साजिश को नाकाम करते हुए शकरपुर इलाके से पांच आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। इसमें से दो आतंकी खालिस्तान और तीन कश्मीरी इस्लामिक आतंकी संगठन के हैं। इनके पास से एक लाख डॉलर, हथियार और दस्तावेज बरामद किए गए हैं। दिल्ली पुलिस इनका किसान संगठनों से लिंक खंगालने में जुटी हुई है। ये दिल्ली में किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने के लिए आए थे। इन्हें मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया है।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के कार्यालय में आतंकियों से पूछताछ जारी है। स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने कहा कि दिल्ली के शकरपुर इलाके में मुठभेड़ के बाद पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से दो पंजाब के, तीन कश्मीर के हैं। उनके पास से हथियार और दस्तावेज बरामद किए गए हैं। गिरफ्तार आतंकियों को आईएसआई के नारको टेररिज्म समूह का समर्थन प्राप्त है। आतंकी संगठन के नाम की पुष्टि होना अभी बाकी है। शकरपुर से गिरफ्तार पांच लोगों में से एक की पहचान पंजाब के शौर्य चक्र विजेता बलविंदर सिंह के हत्यारे के रूप में की जा रही है। उसकी भूमिका तलाशी जा रही है।
आरपीएफ के सिपाही ने छात्र को पीटा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
वाराणसी। कैंट स्टेशन स्थित मुख्य आरक्षण केंद्र में आज सुबह टिकट लेने पहुचे छात्र की आरपीएफ के मनबढ़ सिपाही ने पिटाई कर दी। आरपीएफ इंस्पेक्टर अनूप सिन्हा ने सिपाही को जमकर डांट पिलाई। लिखित माफीनामा के बाद मामला रफादफा हुआ।
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से बीकॉम प्रथम श्रेणी के छात्र उज्वल गुप्ता ने बताया कि वह सुबह चेन्नई का टिकट लेने के लिए आरक्षण केंद्र पहुचा था। वहां तैनात जनार्दन यादव नामक सिपाही ने सिर्फ फार्म भरने के लिए मांगे गए पेन पर उसके साथ गाली गलौज और मारपीट की।
सोते समय अधेड़ की हत्या से सनसनी
- मौके पर पहुंची डॉग स्क्वायड टीम, जांच में जुटी पुलिस
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
प्रयागराज। बारा थाना के पांडर गांव में रविवार की रात एक अधेड़ को मौत के घाट उतार दिया गया। वारदात उस समय हुई जब वह नए घर में बीमार भैंस की देखभाल के लिए सो रहा था। सूचना पर फोरेंसिक टीम के साथ डॉग स्क्वायड की टीम मौके पर पहुंच कर हत्यारों का सुराग लगाने का प्रयास कर रही है। हालांकि अभी तक किसने और क्यों हत्या की, यह राज ही बना है।
बारा थाना क्षेत्र के पांडर गांव निवासी विनोद शुक्ला उर्फ लल्लू 55 वर्ष परिवार के साथ रहता था। उसके दो घर हैं। पुराने घर में परिवार के लोग रविवार की रात में सो रहा था। वहीं नए घर में उनकी बीमार भैंस बंधी थी। भैंस बीमार थी, इसलिए उसकी देखभाल के लिए रात में वह वहीं सो गए। सुबह करीब पांच बजे विनोद की पत्नी आशा शुक्ला नए घर में उन्हें चाय देने के लिए पहुंची तो अवाक रह गई। वहां खून से सना हुआ विनोद का शव देखा। सूचना पुलिस को दी गई। बारा थाने की फोर्स पहुंचकर जांच-पड़ताल करने लगी। कुछ देर बाद मौके पर एसपी यमुनापार और सीओ फॉरेंसिक टीम व डॉग स्क्वायड के साथ पहुंचे। हत्या किसने की, मौत के घाट उतारने का क्या कारण था, इन सवालों का पुलिस जवाब ढूंढने के लिए पड़ताल कर रही है। गौरतलब है कि विनोद शुक्ला के दो बच्चों में बड़े पुत्र जैनेंद्र शुक्ला उर्फ लाला की मौत कैंसर से करीब सात वर्ष पूर्व हो चुकी है। उसका छोटा बेटा विकास शुक्ला वाहन चालक है।