तो जाट राजा के सहारे यूपी में चुनावी नैया पार करेगी भाजपा!

  • कृषि कानूनों से नाराज जाटों को मनाने की लगा रही जुगत
  • पश्चिमी यूपी में जाट बिगाड़ सकते हैं सत्ता का समीकरण
  • पीएम मोदी ने किया जाट राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय का शिलान्यास
  • विपक्ष ने बोला हमला, कहा ढोंग कर रही है भाजपा

4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। विधान सभा चुनाव की आहट के साथ भाजपा का शीर्ष नेतृत्व तेजी से सक्रिय हो गया है। कृषि कानूनों से नाराज पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाट किसानों को मनाने के लिए भाजपा ने नया दांव चला है। जाट राजा महेंद्र प्रताप सिंह के नाम पर आज विश्वविद्यालय का शिलान्यास कर पीएम नरेंद्र मोदी ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाटों को संदेश देने की कोशिश की है। भाजपा नेतृत्व यह अच्छी तरह जानता है कि पश्चिमी यूपी के नाराज जाट उसका सत्ता समीकरण बिगाड़ देंगे। वहीं विपक्ष ने इसे भाजपा का ढोंग करार दिया है। कृषि कानूनों को लेकर किसान लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों की कमान जाट किसान नेता राकेश टिकैत ने संभाल रखी है। वे लगातार धरना और प्रदर्शन के माध्यम से कृषि कानूनों को खत्म करने की मांग कर रहे हैं। किसानों को सपा, आप और कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों का पूरा समर्थन भी प्राप्त है। यही नहीं पिछले दिनों मुजफ्फरनगर में हुई महापंचायत में किसानों ने भाजपा के खिलाफ वोट देने का आह्वïान भी किया था। किसानों की इस अपील के बाद भाजपा का शीर्ष नेतृत्व बेहद घबरा गया है और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाटों को खुश करने की जुगत में लग गया है। किसान आंदोलन को जाटों का भी भरपूर समर्थन मिल रहा है। लिहाजा आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अलीगढ़ में जाट राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय का शिलान्यास कर जाटों को अपने पाले में करने की कोशिश की। वहीं विपक्ष ने भाजपा पर राजा महेंद्र प्रताप सिंह के नाम पर जातिवादी राजनीति करने का आरोप लगाया है।

कौन हैं राजा महेंद्र प्रताप सिंह

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए राजा महेंद्र प्रताप सिंह ने अपनी संपत्ति दान कर दी थी लेकिन अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के इतिहास में राजा महेंद्र प्रताप सिंह को कोई स्थान नहीं मिला। विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर भी जो तथ्य दिए गए हैं, उसमें सैय्यद अहमद खान के योगदान का जिक्र तो है पर विश्वविद्यालय के लिए जमीन का एक बड़ा हिस्सा दान करने वाले राजा महेंद्र प्रताप सिंह का कोई उल्लेख नहीं है। यह वही राजा महेंद्र प्रताप सिंह थे जिन्होंने ब्रिटिश सरकार का विरोध किया था। वर्ष 1914 के प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान अफगानिस्तान गए थे और 1915 में उन्होंने आजाद हिन्दुस्तान की पहली निर्वासित सरकार बनवाई थी। इन्हीं के नाम पर योगी सरकार ने विश्वविद्यालय बनवाने का ऐलान किया था।

आजादी ही नहीं भारत के विकास की नींव रखने में भी राजा महेंद्र प्रताप सिंह का रहा योगदान: पीएम मोदी

अलीगढ़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अलीगढ़ में राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय का शिलान्यास करने के बाद लोगों को संबोधित भी किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं को राजा महेन्द्र प्रताप सिंह से परिचित कराने के साथ ही अलीगढ़ की महत्ता पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि महाराजा सुहेल देव हों या राजा महेंद्र प्रताप सिंह हों, आज की पीढ़ी को इन महापुरुषों से परिचित कराने का ईमानदार प्रयास देश में हो रहा है। देश के हर युवा को जो बड़े सपने देख रहा है, उसे राजा के बारे में अवश्य पढ़ना चाहिए। राजा की कुछ भी कर गुजरने की जीवटता हमें सीख देती है। वे आजादी के लिए देश के कोने-कोने में गए। विदेश भी गए। जी-जान से जुटे रहे। जीवन भर काम करते रहे। राजा जिस तरह एक लक्ष्य लेकर भारत की आजादी के लिए जुटे रहे, वह आज भी हम सबको प्रेरणा देता है। राजा महेन्द्र प्रताप सिंह भारत की आजादी के लिए ही नहीं लड़े उन्होंने भारत के विकास की नींव में भी सक्रिय योगदान दिया। उन्होंने वंृदावन में आधुनिक टेक्निकल कॉलेज अपने संसाधन से बनवाया। एएमयू को बड़ी जमीन दी। आज 21 वीं सदी का भारत शिक्षा व कौशल के नए दौर की ओर बढ़ चला है, तब मां भारती के ऐसे अमर सपूत के नाम पर विवि का निर्माण हो रहा है।

यूपी में जाट बिरादरी की अहमियत

यूपी में जाटों की आबादी 6 से 8 फीसदी के करीब है जबकि पश्चिमी यूपी में यह 17 फीसदी से ज्यादा है। लोक सभा सीटों सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बागपत, बिजनौर, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, मुरादाबाद, संभल, अमरोहा, बुलंदशहर, हाथरस, अलीगढ़, नगीना, फतेहपुर सीकरी और फिरोजाबाद में जाट वोट बैंक चुनावी नतीजों पर सीधा असर डालता है। वहीं विधान सभा की 120 सीटें ऐसी हैं जहां जाट वोट बैंक असर रखता है।

आजीवन सांप्रदायिकता और संकीर्ण राजनीति के विरोधी रहे व भाजपा के पूर्वगामियों की जमानत जब्त कराने वाले राजा महेन्द्र प्रताप सिंह के नाम पर नया विश्वविद्यालय बनाना भाजपाई ढोंग है जबकि उनके बनाए गुरुकुल विवि. वृंदावन को भाजपा सरकार ने नकली विवि घोषित करके उनका अपमान किया है।

अखिलेश यादव, सपा प्रमुख

राजा महेंद्र प्रताप सिंह को जाति के चश्मे से देखना दुर्भाग्यपूर्ण है। राजा महेंद्र प्रताप सिंह ने पहली सरकार अफगानिस्तान में बनाई थी हिंदुस्तान की और उसके प्रधानमंत्री बर्कुतुल्ला थे। ऐसे महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी को जाति के खांचे में रखकर भाजपा स्वतंत्रता सेनानियों के साथ घोर अन्याय कर रही है। वोटों की राजनीति के लिए भाजपा कितना गिरेगी?

सुरेंद्र राजपूत, प्रवक्ता, कांग्रेस

लोगों को गुमराह कर वोटों का फायदा लेना हो तो भाजपा राष्ट्रपति जैसे गरिमामयी संवैधानिक पद पर आसीन व्यक्ति तक की जाति का प्रचार करने से पीछे नहीं हटती। शहरों के नाम बदले लेकिन जनता की हालात बदहाल ही रही। विद्यालयों के नाम भी बदलेंगे लेकिन शिक्षा के हालात कब बदलेंगे। बुरे दिन का नाम अच्छे दिन रख कर भाजपा अपनी बीन बजा रही है।

वैभव माहेश्वरी, प्रवक्ता, आप

इसकी टाइमिंग गलत है। भाजपा के पास काम गिनाने के लिए कुछ नहीं है इसलिए अब वह जातिवाद की सियासत करने में जुटी हुई है। इससे अच्छा होता कि भाजपा सरकार किसानों की समस्याओं का समाधान करती। प्रदेश की जनता अब भाजपा की चालों को समझ चुकी है और वह विधान सभा चुनाव में उसको सबक सिखाएगी।

अनुपम मिश्रा, राष्टï्रीय संयोजक, टीम आरएलडी

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