दिलीप घोष ने लगाया टीएमसी कार्यकर्ताओं पर हमला करने का आरोप
नई दिल्ली। बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने पश्चिम बंगाल के भवानीपुर में होने वाले उपचुनाव को टालने की मांग की है। दिलीप घोष ने कहा कि हमें प्रचार करने नहीं दिया जा रहा है. हम मतदाताओं तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। इसलिए चुनाव कराने का कोई मतलब नहीं है। दिलीप घोष ने कहा कि आज जब मैं भवानीपुर में चुनाव प्रचार कर रहा था तो टीएमसी कार्यकर्ता मुझे गंदी गालियां देने लगे. मैं टीकाकरण केंद्र पर कुछ लोगों से बात कर रहा था, तभी कुछ लोगों ने आकर मुझे घेर लिया। भीड़ के रूप में आए लोग मेरे साथ मारपीट करने लगे।
इस दौरान हमारे एक कार्यकर्ता को बुरी तरह पीटा गया। मुझ पर भी हमला हुआ। लोगों ने अर्जुन सिंह को भी घेर लिया और गो बैक के नारों के साथ उन्हें क्षेत्र छोडऩे के लिए मजबूर कर दिया। बीजेपी नेता ने कहा कि चुनाव आयोग को इसकी पूरी जानकारी है. हमने इसकी शिकायत एक बार नहीं बल्कि कई बार दिल्ली और कोलकाता में चुनाव आयोग से की है. इसके बावजूद सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए। जब चुनाव प्रचार के दौरान हमें मतदाताओं से मिलने नहीं दिया जा रहा है तो चुनाव कराने का क्या फायदा? लोग लगातार भय के माहौल में जी रहे हैं।
30 सितंबर को होने वाले चुनाव से पहले भवानीपुर विधानसभा सीट उपचुनाव के प्रचार के आखिरी दिन सोमवार को दक्षिण कोलकाता क्षेत्र में तनाव बढ़ गया. प्रियंका टिबरेवाल के लिए प्रचार कर रहे भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष पर यहां तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने कथित तौर पर हमला किया। बता दें कि भाजपा प्रत्याशी के तौर पर ममता बनर्जी के खिलाफ टिबरेवाल चुनावी मैदान में हैं। घटना भवानीपुर इलाके के जादूबार बाजार (जादू बाबू का बाजार) के पास हुई जहां तृणमूल समर्थकों ने घोष का रास्ता रोक दिया और उन्हें सडक़ के किनारे धकेल दिया. समर्थकों ने भाजपा के जय श्री राम का मुकाबला करने के लिए ममता बनर्जी द्वारा गढ़े गए नारे जॉय बांग्ला के नारे लगाने शुरू कर दिए और वापस जाने के लिए चिल्लाया। इस दौरान घोष के निजी सुरक्षा गार्डों और तृणमूल कांग्रेस समर्थकों के बीच हाथापाई हो गई और गार्ड भीड़ को तितर-बितर करने के लिए बंदूक तानते नजर आए। मारपीट में भाजपा का एक समर्थक घायल हो गया।