नवजोत सिद्धू की हरकतों से अजीज आए सीएम चन्नी, दी सीएम पद छोडऩे की चेतावनी
चंडीगढ़। कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने के बाद पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की निगाहें वर्तमान सीएम चरणजीत सिंह चन्नी पर लग गई हैं। सिद्धू ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर चन्नी के चयन पर उंगली उठाते हुए 13 सूत्री मांगों पर अमल की बात भी कही है. ऐसे में जब सीएम चन्नी ने इस मुद्दे पर सिद्धू से सलाह-मशविरा करना चाहा तो मुलाकात में ही दोनों के बीच तीखी नोकझोंक हो गई. सिद्धू के बाणों से आहत चन्नी ने सीएम पद छोडऩे की बात तक कह दी। साथ ही सिद्धू को चुनौती दी कि वह दो महीने में जितना चाहे उतना काम कर सकते हैं।
सिद्धू से मुलाकात से पहले पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा था कि सभी मुद्दों को सुलझा लिया जाएगा. साथ ही पार्टी के एजेंडे को भी लागू किया जाएगा। इसके बाद रविवार शाम पंजाब चन्नी और सिद्धू ने एक साथ बैठक की. सिद्धू के करीबी माने जाने वाले मंत्री परगट सिंह भी वहां मौजूद लोगों में शामिल थे. इससे पहले भी नवजोत सिंह सिद्धू ने दोपहर में पर्यवेक्षक हरीश चौधरी, राहुल गांधी के सहयोगी कृष्णा अल्लारु और कैबिनेट मंत्री परगट सिंह की मौजूदगी में बैठक की. सोमवार को सिद्धू, चौधरी और अल्लावरू के बीच एक और मुलाकात पंजाब भवन में छह घंटे से अधिक समय तक चली।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चन्नी और सिद्धू की मुलाकात में काफी गर्मी थी. एक सूत्र के मुताबिक सिद्धू ने दोनों बैठकों में अपना 13 सूत्री एजेंडा उठाया। रविवार रात हुई बैठक में चन्नी और सिद्धू के बीच खूब बहस हुई. सिद्धू ने चन्नी से उन वादों को पूरा करने के बारे में पूछा। जिसके लिए कांग्रेस ने अपना सीएम बदल लिया। इस पर चन्नी ने सिद्धू से कहा कि उनके पास केवल 60 दिन बचे हैं और वह सभी वादों को पूरा करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. इसके बाद सिद्धू ने उनसे युवाओं को सरकारी नौकरी देने का वादा पूरा करने की बात कही. इस पर चन्नी ने सिद्धू से यह भी कहा कि वह अपना मुख्यमंत्री पद छोडऩे के लिए तैयार हैं और सिद्धू खुद मुख्यमंत्री बन सकते हैं और दो महीने में अपना प्रदर्शन दिखा सकते हैं।