न सेनेटाइजेशन न सोशल डिस्टेसिंग

यहां से होती है पूरे शहर को दवा की सप्लाई, कर्मचारी कोविड-19 टेस्ट की कर रहे मांग
मार्केट में हजारों कर्मचारी करते हैं काम कई मेडिकल व्यवसायी हो चुके हैं संक्रमण का शिकार
नगर निगम की टीम नहीं देती है ध्यान कोरोना विस्फोट का भय

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। राजधानी में लगातार कोरोना वायरस के आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं वहीं अमीनाबाद स्थित मेडिसिन मार्केट में संक्रमण विस्फोट होने का डर लगातार बना हुआ है। मेडिसिन मार्केट की संकरी गलियों में रोज हजारों लोग दवाइयां ढोते हैं, जिस कारण सोशल डिस्टेसिंग नहीं होती है। ऐसे में हर दूसरे दिन मार्केट में कोई न कोई कोरोना की चपेट में आ रहा है। बावजूद यहां सेनेटाइजेशन नहीं कराया जा रहा है।
दवा व्यवसायी इतना जरूर कहते हैं कि मई माह में सिर्फ एक बार ही सेनेटाइजेशन किया गया है मगर स्थिति देखते हुए फिर से सेनेटाइजशेन की जरूरत है। कइयों ने तो सबका कोविड टेस्ट किए जाने की भी मांग की। दवा व्यवसायियों का कहना है कि इन संकरी गलियों में रोज हजारों कर्मचारी काम करते हैं। बावजूद नगर निगम की टीम ध्यान नहीं दे रही, जिससे कोरोना विस्फोट का भय बना हुआ है। राजधानी में मेडिकल व्यवसाय का सबसे बड़ा बाजार लाटूस रोड स्थित अमीनाबाद में है। इस बाजार की गलियां बेहद संकरी हैं, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन नहीं हो पाती है। गलियां संकरी होने के बाद भी सफाई दूर-दूर तक नजर नहीं आती है। मेडिसिन मार्केट में काम कर रहे व्यवसायियों ने बताया कि हर दूसरे दिन कोई न कोई कोरोना से संक्रमित निकल रहा है और हर दूसरे दिन बाजार बंद हो जाता है। व्यवसायियों का कहना है कि नगर निगम यहां सेनेटाइजेशन नहीं कराता है। सरकार द्वारा निर्धारित किए गए वीकेंड लॉकडाउन में भी यहां सेनेटाइजेशन नहीं कराया जाता है। मेडिकल की दुकानें खोलना मजबूरी है अन्यथा अन्य लोगों को दवाई न मिलने के कारण समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

वीकेंड लॉकडाउन में भी नहीं होता सेनेटाइजेशन

मेडिसिन मार्केट के व्यवसायियों का कहना है कि पेट भरने के लिए काम करना ही पड़ेगा। रोज बाजार खोला जाता है लेकिन वीकेंड में बाजार बंद रहता है। नगर निगम इन दो दिनों में भी सेनेटाइजेशन नहीं करा पा रहा है। यहां हमेशा संक्रमण फैलने का डर बना रहता है क्योंकि हर दिन यहां के लोग संक्रमित निकलते रहते हैं। वर्तमान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिए हैं कि वीकेंड लॉकडाउन में सेनेटाइजेशन किया जाए लेकिन, यहां ऐसा कुछ नहीं हुआ।

हड़ताल की तो हुआ था सेनेटाइजेशन

मई में नजीराबाद के नया गांव में कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने के बाद अमीनाबाद मेडिसिन मार्केट अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दी गई थी। यह निर्णय मार्केट की एसोसिएशन ने लिया था। व्यापारियों ने फिर से बाजार का सेनेटाइजेशन, पल्लेदारों, दुकानदारों व कर्मचारियों का टेस्ट कराने की मांग की है। सभी को पीपीई किट देने, कर्मचारियों का बीमा कराने, दवाओं के पैकेट का सेनेटाइजेशन कराने की भी मांग की है। इससे पूर्व 13 और 14 मई को सेनेटाइजेशन का काम हुआ था। इसके बाद से अब तक नहीं हुआ।

मेडिसिन मार्केट में साफ-सफाई में अगर कोताही है तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सेनेटाइजेशन कार्य भी होगा इस बारे में जोनल अधिकारी को सूचना दे दी गई है।
अजय द्विवेदी, नगर आयुक्त लखनऊ

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