भाजपा को पची नहीं भारत जोड़ो यात्रा: खाबरी

  • बीजेपी सरकार ने नौ वर्षों से भारतीय संविधान का किया चीरहरण

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। राहुल गांधी ने जब भारत जोड़ो यात्रा निकाली और 4000 किलोमीटर की यात्रा कर लोगों से मिले तो ये भाजपा को नहीं पचा। यह बात संविधान बचाओ संकल्प सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने कही। खाबरी ने कहा कि भाजपा सरकार नौ वर्षों से भारतीय संविधान का चीरहरण कर रही है। संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के विचारों की हत्या हो रही है। भाजपा ने सदस्यता खत्म करने की साजिश रच डाली। 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री ने दो करोड़ रोजगार प्रति वर्ष देने का वादा किया था।
सभी परिवारों के बैंक खाते में 15 लाख रुपए भेजने की बात कही, लेकिन सब भूल गए। मणिपुर में ह्दय विदारक घटना हुई। घटना के चलते विश्व में भारत को नीचा देखना पड़ा, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वहां जाना भी उचित नहीं समझा। राहुल गांधी वहां पहुंचे, लेकिन उसे भी राजनीतिक रंग दिया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि वो ट्वीट कर रहे हैं, कि नाम बदलने से काम नहीं बदलता। तो मैं पूछना चाहता हूं कि मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलने, अकबर रोड का नाम बदलने का क्या मतलब। कार्यक्रम को विशिष्ठ अतिथि प्रांतीय अध्यक्ष नकुल दुबे, अध्यक्षता कर रहे पूर्व सांसद कमांडो कमल किशोर, शहर कांग्रेस अध्यक्ष आदर्श अग्रवाल, अमर नाथ शुक्ल आदि ने भी संबोधित किया। इस दौरान ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ ज्ञानू, दीपक पाठक, जिलाध्यक्ष जय प्रकाश, मेजर राना शिवम सिंह, प्रदेश सचिव दुर्गविजय सिंह मान, डॉ. राजेश तिवारी आदि मौजूद रहे।

आपस में ही भिड़े कांग्रेसी नेता, बिफरे नकुल दुबे

यूपी के बहराइच जिले में प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने संविधान बचाओ कार्यक्रम आयोजित किया। पूरे कार्यक्रम के दौरान कई बार गहमागहमी का माहौल बना। कुछ-कुछ देर के बाद हंगामे जैसे हालात बनते दिखे। प्रदेश अध्यक्ष के सुरक्षा गार्ड द्वारा मीडिया कर्मी को धक्का देने के चलते मीडिया कर्मियों ने कुछ देर के लिए कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया। वहीं इसके बाद कार्यक्रम समाप्त होने के बाद सुरक्षा गार्ड ने पूर्व सांसद कमांडो कमल किशोर को धकका देने की कोशिश की, जिससे वह भडक़ उठे। वहीं इसी दौरान किसी बात को लेकर प्रांतीय अध्यक्ष नकुल दूबे गुस्सा हो गए और कुछ लोगों से मुझे मारो-मुझे मारो कहते दिखे। वह कार्यक्रम को छोडक़र बाहर जाते दिखे और किसी बात से बहुत नाराज लगे। बाद में वह जाकर अपनी गाड़ी में बैठ गए।

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