हड्डियों को बनाना है मजबूत, डाईट में शामिल करें ये फूड
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
विटामिन डी के लिए धूप को जरूरी माना जाता है। लेकिन बरसात या सर्दियों के मौसम में सूरज ढंग से नहीं निकल पाता है। जिस वजह से विटामिन डी की कमी का खतरा बढ़ जाता है। इसकी वजह से कैल्शियम भी घुल नहीं पाता और हड्डियां कमजोर होना शुरू हो जाती हैं। धूप के बिना भी इस विटामिन की कमी पूरी की जा सकती है। इस विटामिन डी डाइट में ऐसे फूड्स शामिल हैं, जिनमें ये सनलाइट विटामिन भरा हुआ है। शाकाहारी और मांसाहारी लोग इन खाद्य पदार्थों का सेवन करके कमी पूरी कर सकते हैं।
ऑयस्टर में है भरपूर मात्रा में विटामिन डी
अधिकतर लोग जानते हैं कि मछली खाने से विटामिन डी मिलता है। लेकिन ऑयस्टर एक दूसरा सीफूड है, जो भारी मात्रा मे इस न्यूट्रिएंट को देता है। इस फूड को खाकर विटामिन बी12 की कमी भी खत्म की जा सकती है। ऑयस्टर का उपयोग हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में किया जा सकता है। दरअसल, ऑयस्टर में ओमेगा-3 ऑयल की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफार्मेशन) द्वारा प्रकाशित एक शोध में पाया गया है कि ओमेगा-3 फैटी ऑयल एसिड दिल की धडक़नों को सामान्य रखकर दिल के दौरे का खतरा कम करने में मदद कर सकता है।
मशरूम
शाकाहारी लोगों के लिए मशरूम एक हाई विटामिन डी फूड है। लेकिन ध्यान रखें कि सिर्फ वही मशरूम विटामिन डी दे सकता है, जिसे धूप में उगाया गया हो। इसलिए बाजार से खरीदते हुए उसकी पैकेजिंग पर न्यूट्रिशनल वैल्यू जरूर देख लें। मशरूम एक पौष्टिक, स्वास्थ्यवर्धक एवं औषधीय गुणों से युक्त रोगरोधक सुपाच्य खाद्य पदार्थ है। चीन के लोग इसे महौषधि एवं रसायन सदृश्य मानते हैं जो जीवन में अद्भुत शक्ति का संचार करती हैं। रोम निवासी मशरूम को ईश्वर का आहार मानते हैं। यह पोषक गुणों से भरपूर शाकाहारी जनसंख्या के लिए महत्वपूर्ण विकल्प है तथा पौष्टिकता की दृष्टि से शाकाहारी एवं मांसाहारी भोजन के बीच का स्थान रखता है। मशरूम का 21वीं सदी में उत्तम स्वास्थ्य के लिए भोजन में प्रमुख स्थान है।
विटामिन डी की कमी के लक्षण
बार-बार बीमार पडऩा, थकान और कमजोरी, कमर दर्द, हड्डियों में दर्द, बार-बार हड्डी टूटना, डिप्रेशन, घाव या जख्म भरने में देरी, बोन लॉस, हेयर लॉस, वजन बढऩा, मसल्स में दर्द, एंग्जायटी आदि। विटामिन डी शरीर में कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता है।
संतरे का जूस
संतरे का फल विटामिन सी से भरपूर होता है। बाजार में कुछ फोर्टिफाइड ऑरेंज जूस मिलते हैं, जिनमें विटामिन डी डाला जाता है। इसे पीकर आप रोजाना की जरूरत पूरी कर सकते हैं और हड्डियों को मजबूत बना सकते हैं। संतरे के जूस में जिंक आयरन जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाते हैं। जिससे आप कई तरह की बीमारियों की चपेट में आने से बच सकते हैं। इसके लिए रोजाना एक गिलास संतरे के जूस का सेवन करना चाहिए। संतरे के जूस का सेवन आंखों के लिए भी काफी फायदेमंद माना जाता है। क्योंकि संतरे के जूस में विटामिन ए की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जो आंखों के लिए काफी जरूरी होता है। संतरे के जूस का सेवन करने से आंखों की रोशनी तेज होती है।
दूध
एक गिलास दूध पीकर आप हड्डियों को अंदर से मजबूत बना सकते हैं। यह नेचुरल ड्रिंक विटामिन डी के साथ कैल्शियम देती है। यूएसडीए के मुताबिक 100 एमएल दूध में 51 आईयू विटामिन डी और 113 एमजी कैल्शियम मिलता है। शरीर के बढ़ते वजन को कम करने में भी दूध आपके लिए प्रभावी हो सकता है। दरअसल, दूध में भरपूर रूप से प्रोटीन मौजूद होता है, जो वजन को घटाने और नियंत्रित करने में आपकी मदद करता है।
अंडा
प्रोटीन से भरा अंडा हड्डियों को मजबूत बना सकता है। यह ऑस्टियोपोरोसिस की बीमारी से बचाता है और विटामिन डी देता है। इसके लिए आपको अंडे का पीला भाग जरूर खाना होगा। क्योंकि, सफेद हिस्से में सिर्फ प्रोटीन मौजूद होता है। वजन को कम करने और नियंत्रित रखने के लिए अंडे का सेवन मददगार हो सकता है। अंडे में भरपूर मात्रा में प्रोटीन होता है। प्रोटीन, शरीर में लंबे समय तक ऊर्जा को बनाए रखने और पेट को भरे रखने का काम कर सकता है। इससे बार-बार खाने की आदत पर रोक लग सकता है और शरीर में जाने वाली कैलोरी की मात्रा नियंत्रित हो सकती है।