विधान सभा पर पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों का विरोध कर रहे सपाइयों पर पुलिस का लाठीचार्ज
- प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री मोदी व योगी सरकार को घेरा
- सरकार विरोधी नारे लगाए कई कार्यकर्ता हिरासत में
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में आज समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के विरोध में विधान सभा के सामने प्रदर्शन किया। सपा कार्यकर्ताओं ने जमकर सरकार विरोधी नारे लगाए। इस दौरान पुलिस ने विरोध कर रहे सपाइयों पर लाठीचार्ज किया। कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया।
लाठीचार्ज में कुछ कार्यकर्ताओं को गंभीर चोटें आई हैं। मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष अनीस राजा के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने विधान सभा के सामने विरोध-प्रदर्शन किया। गिरफ्तारियां दीं। सपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि जब से देश में मोदी सरकार व प्रदेश में योगी सरकार ने सत्ता संभाली है। पेट्रोल-डीजल के भाव आसमान छू रहे है। प्रदेश के किसान आत्महत्या करने को मजबूर है। डीजल का रेट इतना बढ़ गया कि किसान फसलें नहीं उगा पा रहे है। किसान कर्ज के बोझ तले दब गए हैं। उन्होंने कहा कि अगर इस मोदी सरकार ने पेट्रोल-डीजल के रेट नहीं घटाए तो आगे भी आंदोलन जारी रहेगा। वहीं आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी देश में पेट्रोल और डीजल की बढ़ती दरों को लेकर स्वास्थ्य भवन के सामने थालियां बजाकर विरोध प्रदर्शन किया।
किराया न देने पर मकान मालिक ने गर्भवती सहित पति को पीटा, मुकदमा दर्ज
- लॉकडाउन के कारण आमदनी बंद होने से नहीं दे सके किराया
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। जानकीपुरम गार्डेन में किराए के मकान में रह रही गर्भवती महिला समेत 2 लोगों पर किराया न देने के चलते मकान मालिक ने जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में गर्भवती महिला सहित उसके पति को गंभीर चोटें आई हैं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया है।
जानकीपुरम गार्डेन कॉलोनी में पिंकी मिश्रा अपने पति और बच्चों के साथ किराए के मकान में रहती हैं। उनके पति प्राइवेट नौकरी करते है। पीडि़ता ने बताया कि वह नियमित रूप से मकान का किराया जमा करती थीं। लॉकडाउन के कारण सभी काम बंद हो गए, जिससे आमदनी रुक गई। पति की भी नौकरी चली गई, जिसके चलते वह मई का किराया नहीं दे सकी। इसके चलते मकान मालिक सुरेंद्र शुक्ला ने पत्नी बच्चों और अन्य किरायेदार सहित उनके घर पहुंच गए और किराए को लेकर गाली-गलौच करने लगे। मकान मालिक सुरेन्द्र जबरन घर खाली कराने लगे तो हम दोनों ने इसका विरोध किया, जिस पर सबने मिलकर सरिया, लाठी-डंडे और हथौड़े से जानलेवा हमला कर दिया। हमले में पिंकी को गंभीर चोटें आई, जबकि उनके पति का सिर फट गया। सूचना पर पहुंची पुलिस दोनों को इलाज के लिए अस्पताल ले गई। पिंकी मिश्रा की तहरीर पर पुलिस ने मकान मालिक सहित पांच अन्य पर एफआईआर दर्ज की है।
संवासिनी केस: महिला आयोग ने डीएम कानपुर को जारी किया नोटिस
- एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर की शिकायत पर लिया संज्ञान
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। राष्टï्रीय महिला आयोग ने एक्टिविस्ट डॉ.नूतन ठाकुर द्वारा कानपुर संवासिनी केस में की गई शिकायत का संज्ञान लेते हुए डीएम कानपुर नगर डॉ. ब्रहम देव राम तिवारी को नोटिस जारी किया है। आयोग की सदस्य कमलेश गौतम द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि शिकायत में महिलाओं के अधिकार व गरिमामय जीवन के अधिकार के हनन की शिकायत है। आयोग ने डीएम कानपुर नगर से 30 दिन में पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है।
एक्टिविस्ट डॉ.नूतन ठाकुर ने अपनी शिकायत में कहा था कि सुप्रीम कोर्ट ने 3 अप्रैल 2020 को कोविड काल में बाल सुरक्षा गृह हेतु कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए थे, जिसकी प्रति ईमेल के माध्यम से सभी प्रदेश के मुख्य सचिवों को भेजी गयी। इस आदेश में कोविड-19 से बचाव के लिए तमाम बिंदुओं पर अत्यन्त विस्तार से निर्देश दिए गए। नूतन के अनुसार इसके बाद भी कानपुर संवासिनी गृह में उक्त आदेशों का पालन नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि इस संवासिनी गृह की अधिकतम क्षमता 100 बच्चियों की थी। वहां 171 बच्चियों तथा 26 स्टाफ रखे गए थे, जो निर्धारित संख्या से बहुत अधिक थे। इसी प्रकार सात बच्चियां गर्भवती थीं और लगभग 6 माह से वहां रह रही थीं। इसके बाद भी उनके स्वास्थ्य के प्रति कोई भी अपेक्षित ध्यान नहीं दिया गया।