60 दिन में वंदे भारत में खाने की 20 शिकायतें, दो लाख से अधिक ठोका गया जुर्माना
नई दिल्ली। देश की सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत में भी खाने की गुणवत्ता पर सवाल उठते रहे हैं। 22415/22416 वाराणसी-नई दिल्ली वंदे भारत में पिछले दो माह के अंदर खानपान की गुणवत्ता से जुड़ी 20 से अधिक शिकायतें मिली हैं। इसमें भोजन समय पर नहीं मिलने की भी शिकायतें शामिल हैं। अकेले सिर्फ वाराणसी-नई दिल्ली वंदे भारत में दो लाख से अधिक का जुर्माना खानपान उपलब्ध कराने वाली फर्म पर लगाया जा चुका है।
21 दिसंबर 2023 से रेलवे ट्रैक पर उतरी 22415/22416 वंदे भारत ट्रेन सुबह छह बजे कैंट स्टेशन से रवाना होती है। वापसी में नई दिल्ली से रात 11 बजे कैंट स्टेशन पर पहुंचती है। शुरुआत में यानी जनवरी और फरवरी तक तो खानपान से जुड़ी शिकायतें नहीं आईं लेकिन मार्च और अप्रैल माह में 20 से अधिक शिकायतें पहुंच गईं। सोशल मीडिया पर एक यात्री के भोजन में गड़बड़ी मिलने पर उसी दिन फर्म पर एक लाख रुपये का जुर्माना ठोका गया था। इसके अलावा 20 से 35 हजार रुपये तक जुर्माना अलग-अलग खामियों पर लगाया गया।
चार दिन पूर्व दिल्ली से वाराणसी लौटते समय यात्री वैभव सिंह को सूखी रोटी दिए जाने की शिकायत पर आईआरसीटीसी अधिकारियों ने तुरंत दूसरा भोजन उपलब्ध कराया। आईआरसीटीसी के वेबसाइट पर यात्री ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिसे आईआरसीटीसी ने समस्या का समाधान करने के बाद शिकायत को डिलीट करवा दिया।
वंदे भारत से सफर करने वाले यात्रियों के अनुसार लग्जरी ट्रेन होने के कारण भोजन की गुणवत्ता भी उस हिसाब से होनी चाहिए। मगर, वंदे भारत में भी आम ट्रेनों की तरह खाना परोसा जा रहा है। कैटरिंग मैनेजर के पास लॉग बुक में शिकायत और फीडबैक दोनों दर्ज होता है।
केस-एक
पटना-लखनऊ वंदे भारत में शनिवार को यात्री डॉ. हेमंत यादव को बोतलबंद गर्म पानी और बासी नाश्ता परोस दिया गया। उन्होंने रेल मंत्री को एक्स पर ट्वीट कर शिकायत की तो कैटरिंग मैनेजर ने दूसरा पैकेट नाश्ता और पानी उपलब्ध कराया। मगर, उन्होंने लेने से इन्कार कर दिया। कई यात्रियों ने नाश्ता नहीं लिया था।
केस-दो
नई दिल्ली-वाराणसी वंदे भारत से सफर के दौरान यात्री वैभव सिंह को पापड़ जैसी सूखी रोटी परोस दी गई। यात्री ने आईआरसीटीसी की वेबसाइट समेत एक्स पर शिकायत कर दी। हरकत में आए कैटरिंग मैनेजर ने तुरंत दूसरा भोजन उपलब्ध कराया। वैभव की शिकायत पोस्ट को बाद में डिलिट कर दिया गया।
अधिकारी बोले
यात्रियों की ओर से शिकायत पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई और जुर्माने तक का प्रावधान है। आईआरसीटीसी पर्यवेक्षकों को भोजन गुणवत्ता के लिए बराबर निगरानी को निर्देशित किया गया है। यात्री सुविधाओं में किसी तरह की लापरवाही अक्षम्य है। – अजीत सिन्हा, सीआरएम, आईआरसीटीसी लखनऊ