देश भर में लहराया 4पीएम का परचम
- डाटा ङ्क्षबग्स की रिपोर्ट में 4पीएम रिकॉर्ड व्यूज के साथ सबसे आगे
- 13.5 करोड़ व्यूज के साथ पहले नम्बर पर पहुंचा यूट्यूब चैनल
- 4पीएम के नेशनल चैनल पर आए साढ़े 13 करोड़ व्यूज
- छह महीने से नम्बर-1 रहे डीबी लाइव से 4पीएम के पौने दो करोड़ व्यूज ज्यादा आए सितंबर महीन में
- सितंबर में ही 4पीएम ने लांच किये अपने मध्य प्रदेश और राजस्थान चैनल
- यूपी, बिहार, गुजरात, महाराष्ट्र और कर्नाटक में पहले से ही हैं 4पीएम के राज्य चैनल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। वर्तमान समय में देश के अंदर कथित मेन स्ट्रीम मीडिया की क्या हालत है इससे तो देश का बच्चा-बच्चा तक भलीभांति वाकिफ है। पिछले लगभग 10 सालों से मीडिया अपना धर्म और कर्तव्य भूलकर सिर्फ सत्ता का चारण बन गया है। देश के अधिकांश कथित मेन स्ट्रीम मीडिया संस्थान आए दिन सिर्फ और सिर्फ सत्ता की तारीफें और वाहवाही करते रहते हैं। इन सालों में मीडिया भूल ही गया है कि सत्ता से सवाल करना ही उसका असल धर्म और कर्तव्य है। लेकिन ऐसे मुश्किल वक्त में 4पीएम लगातार देश व प्रदेश की सत्ता से सवाल कर रहा है और मीडिया के असल धर्म का पालन भी कर रहा है।
सत्ता से सवाल करने की आदत और सच को दिखाने की जिद का ही नतीजा है कि 4पीएम आए दिन लोकप्रियता की नई ऊंचाईयों को छूता जा रहा है। अब 4पीएम के खाते में एक और कीर्तिमान जुड़ गया है। 4पीएम के सच दिखाने की जिद ने अब 4पीएम के यूट्यूब चैनल को देश का नंबर वन यूट्यूब चैनल बना दिया है। डाटा बिंग्स के ताजा आंकड़ों में 134.5 मिलियन यानी साढ़े 13 करोड़ व्यूज के साथ टॉप पॉलिटिकल कमेंटेटर्स की श्रेणी में 4पीएम देश का सबसे ज्यादा देखे जाने वाले यूट्यूब चैनल बन गया है।
बजा 4पीएम का डंका
सत्ता से सवाल और सच दिखाने की बदौलत ही 4पीएम को लगातार दर्शकों का प्यार मिल रहा है और 4पीएम आए दिन नई-नई बुलंदियों को छू रहा है। इसी क्रम में पिछले कुछ एक महीनों से नंबर 2 पर चल रहा 4पीएम अब नंबर वन का यूट्यूब चैनल बन गया है। सितंबर के डाटा बिंग्स के ताजा आंकड़ों के मुताबिक 4पीएम 134.5 मिलियन व्यूज और 12 प्रतिशत व्यू शेयर के साथ नंबर एक पर पहुंच गया है। इस दौरान 4पीएम ने पिछले कुछ वक्त से नंबर वन पर चल रहे डीबी लाइव को पीछे छोड़ दिया है। पिछले माह जारी किए गए आंकड़ों में 4पीएम 89 मिलियन व्यूज के साथ दूसरे नंबर पर था। लेकिन अब ताजा आंकड़ों में 4पीएम के दर्शकों में भारी इजाफा हुआ है और यही वजह है कि अब 134.5 मिलियन व्यूज के साथ 4पीएम देश का नंबर वन चैनल बन गया है।
जल्द ही होने वाले हैं 2 मिलियन सब्सक्राइबर्स
13 करोड़ से भी ज्यादा व्यूज और लोगों के प्यार की बदौलत 4पीएम नंबर वन तो बन ही गया है। लेकिन 4पीएम की लोकप्रियता निरंतर बढ़ती जा रही है और कीर्तिमानों की नई ऊंचाईयों पर चढ़ती जा रही है। व्यूज के साथ-साथ 4पीएम के सब्सक्राइबर्स में भी काफी तेजी से इजाफा हो रहा है। यही वजह है कि देखते-देखते सब्सक्राइबर्स की संख्या 1 मिलियन से कब 2 मिलियन के करीब पहुंच गई पता ही नहीं चला। 4पीएम जल्द ही अपने 2 मिलियन सब्सक्राइबर्स भी पूरे करने वाला है। 4पीएम की बढ़ती लोकप्रियता ये दर्शाती है कि सत्ता से सवाल करना लोगों को आज भी पसंद है। और हर कोई सच को ही देखना चाहता है। बस कोई सच दिखाने वाला हो।
लगातार जारी हैं 4पीएम के सत्ता से तीखे सवाल
लोगों के प्यार और अपने सच दिखाने की ताकत की बदौलत 4पीएम लगातार सफलता की सीढिय़ों को चढ़ रहा है और देश में आए दिन अपना परचम फहरा रहा है। जिस समय देश की कथित मेन स्ट्रीम मीडिया सिर्फ सत्ता की चारण बनकर बैठ गई है, ऐसे में 4पीएम और उसके संपादक संजय शर्मा ने अपने यूट्यूब चैनल के जरिए सत्ता से तीखे सवाल करना जारी रखा और जनता के सामने लगातार सच को दिखाते रहे हैं। आज उसी सच और सत्ता से सवाल करने के हौसले का ही नतीजा है कि 4पीएम देश भर में पहले स्थान पर पहुंच गया है। 4पीएम को अब 13 करोड़ से भी अधिक लोग लगातार देख रहे हैं और पसंद कर रहे हैं। इसकी प्रमुख वजह है कि 4पीएम की सच दिखाने व बताने की जिद।
लगातार बढ़ रहीं हैं 4पीएम की शाखाएं
बढ़ती लोकप्रियता और लगातार मिल रहे लोगों के प्यार का ही नतीजा है कि 4पीएम का परिवार निरंतर बढ़ता जा रहा है और 4पीएम की नई-नई शाखाएं लोगों के बीच आती जा रही हैं। शुरूआत में सिर्फ 4पीएम के नाम से एक यूट्यूब चैनल था। इसके बाद 4पीएम यूपी ने दस्तक दी। जिसपर यूपी की खबरों को प्रमुखता से दिखाया जाने लगा। 4पीएम नेशनल और 4पीएम यूपी को मिले प्यार व समर्थन के बाद देखते-देखते कब 4पीएम के क्षेत्रीय चैनलों में बढ़ोत्तरी हो गई और ये संख्या बढक़र 1 से आठ पर पहुंच गई पता भी नहीं चला। वर्तमान समय में 4पीएम के नेशनल समेत कुल आठ चैनल चल रहे हैं जिनमें 4पीएम नेशनल, 4पीएम यूपी, 4पीएम बिहार, 4पीएम महाराष्ट्र, 4पीएम गुजरात, 4पीएम कर्नाटक, 4पीएम मध्य प्रदेश और 4पीएम राजस्थान शामिल हैं।