4PM के यूट्यूब चैनल ने बनाया इतिहास, करोड़ों लोगों ने देखा पहुंचा देश में चौथे स्थान पर

  • डाटा बिंग्स के नये आंकड़ों में 4क्करू देश में चौथे स्थान पर पहुंचा
  • 12 लाख से अधिक सब्सक्राइबर के साथ लगातार सफलता के गाड़ रहा झंडे
  • कई दिग्गज यूट्यूब चैनलों को छोड़ा पीछे
  • 15 दिनों में एक लाख सब्सक्राइबर और 4PM से जुड़ गए

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। डाटा बिंग्स के ताजा सर्वे ने एक बार फिर ये साबित कर दिया कि 4PM यूट्यूब का सबसे ज्यादा लोकप्रिय चैनल है। सत्ता और देश की सच्चाई दिखाने वाला 4क्करू न्यूज चैनल आए दिन सफलता की नई बुलंदियों को छू रहा है। 4PM दिन पर दिन यूट्यूब की दुनिया में अपना एक अलग मुकाम स्थापित कर रहा है। तभी तो 4PM का झंडा पूरे देश में ऊंचा हो रहा है और 4PM का नाम हर किसी की जुबान पर सर चढक़र बोल रहा है। ये सब संभव हो पा रहा है सिर्फ उसके सच दिखाने और आज के समय में सत्ता से सवाल करने की काबिलियत की वजह से।
इसीलिए लोग इस चैनल को अधिक से अधिक देख रहे हैं और पसंद कर रहे हैं। 4PM की लगातार बढ़ती लोकप्रियता का ही नतीजा है कि वर्तमान समय में 4क्करू को देश के अन्य राजनीतिक खबरों से जुड़े चैनलों से ज्यादा देखा जा रहा है। तभी तो यूट्यूब पर व्यूज के मामले में कई दिग्गज लोगों को पीछे छोड़ते हुए यूट्यूब पर सबसे ज्यादा देखे जाने वाले चैनलों में 4PM ने चौथे स्थान पर पहुंच कर इतिहास रच दिया है। लगातार लोकप्रियता की सीढिय़ां चढ़ रहे 4PM ने देखते-देखते यूट्यूब पर अपने 1 मिलियन यानी कि 10 लाख सब्सक्राइबर पूरे कर लिए। ये लोगों के प्यार और 4PM द्वारा दिखाई जाने वाली सच्ची खबरों का ही नतीजा है कि सिर्फ 15 दिनों में ही 4PM ने 10 लाख से 11 लाख तक का सफर इतनी आसानी से पूरा कर लिया। वर्तमान समय में 4PM के सब्सक्राइबरों की संख्या 12 लाख के भी पार पहुंच चुकी है।

संजय शर्मा के शो और डिबेट को देखते हैं लाखों लोग

यहां तक पहुंचने के पीछे काफी लंबा संघर्ष और कड़ी मेहनत लगी है। 4PM के संपादक संजय शर्मा ने काफी मेहनत से 4PM को अपनी टीम के सहयोग से इस स्तर तक पहुंचाया है। 4PM की इस लोकप्रियता में संपादक संजय शर्मा का सुबह छ: बजे के शो ‘पॉलिटिकल बात संजय शर्मा के साथ’ का एक बड़ा योगदान है। शो को हर रोज लाखों लोग देख रहे हैं। इसके अलावा जहां कई बड़े-बड़े दिग्गजों की डिबेट को सिर्फ हजारों में व्यूज मिलते हैं, वहीं संजय शर्मा की शाम की डिबेट को रोजाना लाखों लोग देखते हैं और पसंद करते हैं। तो वहीं चैनल की अन्य खबरों को भी लोगों के द्वारा भारी संख्या में देखा जा रहा है। तभी तो आज 4PM कई बड़े-बड़े लोगों व चैनलों से आगे निकल आया है।

कई बार की गई 4PM की आवाज को दबाने की कोशिश

हालांकि, 4PM ने यहां तक पहुंचने में कई मुश्किलों का सामना किया है। क्योंकि वर्तमान समय में सत्ता से सवाल करना किसी भी मीडिया संस्थान या पत्रकार के लिए काफी मुश्किल है। ऐसे वक्त में आए दिन सत्ता से सवाल करना और देश के हुक्मरानों पर सवाल उठाना 4PM के लिए भी काफी मुश्किलों भरा रहा है। 4PM और संजय शर्मा की आवाज को दबाने का सत्ता द्वारा कई बार प्रयास भी किया गया। संजय शर्मा के विरुद कई एजेंसियां लगायी गयीं । झूठी शिकायतों पर जांच करायी गयी, लेकिन संजय शर्मा नहीं डरे और 4PM को लेकर इसी तरह से सत्ता से सवाल करते रहे और अभी भी उनके सत्ता से सवाल जारी हैं। कई बार 4PM के चैनल को भी सरकार द्वारा बंद कराया गया, ताकि वो इसके जरिए सच को दबा सकें। लेकिन यहां भी सरकार को सिर्फ निराशा ही हाथ लगी। क्योंकि वो 4PM और संजय शर्मा के हौसलों को जरा भी नहीं हिला पाए। आज नौबत ये आ गई है कि 4PM ने यूट्यूब की दुनिया में अपना झंडा गाड़ दिया है।

आप सांसद संजय सिंह पूरे सत्र के लिए राज्यसभा से निलंबित

  • मणिपुर हिंसा पर चर्चा व पीएम मोदी के जवाब की कर रहे थे मांग
  • आम आदमी पार्टी ने फैसले को बताया लोकतंत्र पर हमला

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता जाने के बाद अब लगभग साढ़े चार महीने बाद एक बार फिर विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास किया गया है और गुनाह फिर पीएम मोदी और सरकार से सवाल करना है। दरअसल, आज मानसून सत्र में संसद की कार्यवाही के दौरान विपक्ष मणिपुर हिंसा पर चर्चा व पीएम मोदी के जवाब देने की मांग कर रहा था। इस बीच आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी इसी बात को लेकर नारेबाजी कर रहे थे। सरकार से सवाल करना आप सांसद को भारी पड़ गया। क्योंकि संजय सिंह को सदन की कार्यवाही बाधित करने के कारण पूरे मानसून सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया। राज्यसभा सभापति ने कहा कि संजय सिंह ने बार बार मना करने के बाद भी सदन की कार्यवाही को बाधित किया, इसलिए उन्हें पूरे मानसून सत्र के लिए निलंबित किया जाता है। राज्यसभा सभापति ने ये कार्यवाई पीयूष गोयल की शिकायत पर की।

मणिपुर हिंसा पर चर्चा की कर रहे थे मांग

सदन की कार्यवाही शुरू होते ही मणिपुर हिंसा पर चर्चा को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में हंगामा शुरू हो गया। भारी हंगामे के बीच सभापति ने राज्यसभा में प्रश्नकाल शुरू कराया। प्रश्नकाल के अभी चार उत्तर ही दिए जा सके थे कि मणिपुर हिंसा पर चर्चा की मांग को लेकर संजय सिंह नारेबाजी करते हुए सभापति के आसन के समीप जा पहुंचे। सभापति की ओर से चेतावनी देने के बावजूद संजय सिंह अपने स्थान पर नहीं गए और मणिपुर हिंसा पर चर्चा कराए जाने की मांग और नारेबाजी करते रहे। जिसके बाद राज्यसभा के सभापति ने संजय सिंह को निलंबित कर दिया।

आप ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण, लीगल टीम से लेंगे सलाह

आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने संजय सिंह के निलंबन पर कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है। हमारी लीगल टीम इस मामले को देखेगी। संजय सिंह को निलंबित करने के खिलाफ विपक्षी दलों के नेता राज्यसभा के सभापति से मिल रहे हैं। वहीं आप सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ ने संजय सिंह को सदन से निलंबित कर दिया है। यह सही नहीं है, यह लोकतंत्र की भावना के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि सदन स्थगित होने के बाद हम सभापति के पास गए और उनसे इस निलंबन को रद्द करने का अनुरोध किया।

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