योगी राज में न कानून है न ही संविधान : संजय सिंह

कानपुर में पुलिस पिटाई से युवक की मौत मामले पर आप नेता ने भाजपा को घेरा

लखनऊ। पुलिस हिरासत में कासगंज के अल्ताफ की हत्या का मामला अभी थमा भी नहीं कि कानपुर में पुलिस पिटाई से युवक की मौत पर आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने योगी सरकार की ध्वस्त कानून व्यवस्था पर एक बार फिर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि योगी राज में न कानून है न ही संविधान। आए दिन पुलिस की पिटाई से मौत हो रही है। चोरी के आरोप में दो दिन पहले युवक को उठाया था, हालत बिगड़ने पर बहन के सुपुर्द किया और उसकी मौत हो गई।

आप नेता संजय सिंह ने कहा कि योगी सरकार की पुलिस कासगंज में अल्ताफ, प्रभात मिश्रा, इंद्रकांत त्रिपाठी, मनीष गुप्ता और अरुण की जान ले चुकी है। योगी की ठोंको नीति उत्तर प्रदेश में कानून की धज्जियां उड़ा रही है। उन्होंने मांग की है कि कानपुर घटना की उच्च स्तरीय जांच कराई जानी चाहिए, जिससे दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके। उन्होंने कहा कि सबका साथ सबका विकास की बात करने वाली योगी सरकार दरअसल सबका विनाश करने में जुटी है। सांसद संजय सिंह ने कहा कि मैं हैरान हूं कि जिस अजय मिश्रा मंत्री की गाड़ी से पांच किसानों को कुचल कर मार दिया गया। आज तक उससे कोई पूछताछ नहीं हुई। मंत्री की गाड़ी का बीमा भी नवीनीकृत नहीं था। अजय मिश्रा को तत्काल पद से बर्खास्त किया जाना चाहिए।

आप सांसद ने कहा कि पत्रकारों व नेताओं की जासूसी हो रही है, यह किसके इसारे पर हो रही है। हाईकोर्ट के जज से इसकी जांच कराना चाहिए। कौन किसके खिलाफ क्या साजिश कर रहा है पता होना ही चाहिए। एसटीएफ संगठित अपराध रोकने के लिये है या पत्रकारों की जासूसी के लिये? आखिर एसटीएफ के अधिकारी नियमों के विपरीत तीन साल से ज्यादा कैसे एक स्थान पर रुके हुए हैं। इनका ट्रांसफर क्यों नहीं हो रहा?

संगठित अपराध रोकने के लिए है या पत्रकारों की जासूसी के लिए

यूपी में एक बार फिर पत्रकारों एवं नेताओं की जासूसी कराने का आरोप योगी सरकार पर लगा है। खास बात यह है कि इस बार जासूसी में एसटीएफ को लगाने की बात सामने आई है। पत्रकार हेमंत तिवारी के इन आरोपों को अत्यंत गंभीर बताते हुए आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने सवाल उठाया कि एसटीएफ संगठित अपराध रोकने के लिये है या पत्रकारों की जासूसी के लिये? सांसद संजय सिंह ने पत्रकार संजय शर्मा के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। संजय शर्मा ने अपने ट्वीट में लिखा था कि पत्रकारों के नेता हेमंत तिवारी ने खुलासा किया है कि एसटीएफ अपने नये उपकरणों से यूपी के मंत्रियों ,विधायकों और पत्रकारों की रिकार्डिंग करा रही है।

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