कार्तिक पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

हरिद्वार, अयोध्या और प्रयागराज में स्नान करने के लिए उमड़ी भक्तों की भीड़

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सूर्य उपासना के महीने कार्तिक मास के अंतिम स्नान पर्व कार्तिक पूर्णिमा पर अयोध्या के सरयू, हरिद्वार के हरकी पैड़ी और संगम नगरी प्रयागराज में गंगा-यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी और बलुआ घाट में आस्था की डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा हुआ है। दूर-दूर से आए लाखों-हजारों श्रद्धालु कालिंदी की धारा में डुबकी लगाने के बाद सूर्य को अघ्र्य दे रहे हैं और भगवान कार्तिकेय की पूजा-अर्चना कर साल भर अपने परिवार के निरोग रहने की कामना कर रहे हैं।
सूरज की पहली किरण निकलने से पहले ही हजारों श्रद्धालु इकट्ठे हो गए थे। कई घाटों पर तो तिल रखने की भी जगह नहीं बची। ग्रह नक्षत्रों के दुर्लभ संयोग की वजह से इस बार कार्तिक पूर्णिमा के स्नान का विशेष महत्व है। यहां आने वाले श्रद्धालु स्नान और पूजा-अर्चनाके साथ ही दान-पुण्य भी कर रहे हैं। मान्यताओं के मुताबिक कार्तिक पूर्णिमा के ही दिन भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र कार्तिकेय का जन्म हुआ था, जबकि स्रष्टि के पालनहार भगवान विष्णु ने आज ही के दिन मत्स्यावतार रूप धारण किया था। इस कारण कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान और पूजा अर्चना करने वाले को अक्षय पुण्य और स्वस्थ जीवन की प्राप्ति होती है। इसी वजह से संगम नगरी प्रयागराज में त्रिवेणी की धारा में स्नान करने वालों की भारी भीड़ उमड़ी हुई है।

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