NIOS के अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने किया कश्मीर के अध्ययन केंद्र का दौरा
4PM न्यूज़ नेटवर्क: राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (NIOS) के अध्यक्ष प्रोफेसर पंकज अरोड़ा ने कश्मीर के श्रीनगर स्थित अध्ययन केंद्र का दौरा किया। यहां उन्होंने श्रीनगर ग्रुप ऑफ स्कूल श्रीनगर के केंद्र में राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान कश्मीर संभाग श्रीनगर के राज्य पदाधिकारियों, समन्वयकों, शिक्षार्थियों और दिव्यांग शिक्षार्थियों के साथ बैठक की। प्रतिनिधिमंडल में एनसीटीई के ओएसडी डीके चतुर्वेदी, कश्मीर केंद्रीय विश्वविद्यालय के शिक्षा स्कूल के डीन प्रोफेसर जहू र अहमद गिलानी, कश्मीर केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूके) के शिक्षा विभाग के डॉ फिरदौस अहमद सोफल शामिल थे।
इस दौरे का उद्देश्य संस्थान द्वारा प्रस्तुत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रमों की गुणवत्ता का मूल्यांकन करना तथा संस्थान में आईटीईपी की शुरूआत करना था। कॉलेज की प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ) सीमा नाज ने टीम का गर्मजोशी से स्वागत किया, जिन्होंने दौरे के लिए आभार व्यक्त किया और क्षेत्र में शिक्षक शिक्षा के मानकों को ऊपर उठाने में एनसीटीई के समर्थन के महत्व पर जोर दिया।
प्रो. अरोड़ा ने शिक्षार्थियों को किया प्रोत्साहित
इसके साथ ही प्रो अरोड़ा ने कश्मीर संभाग के हितधारकों के साथ-साथ दिव्यांग शिक्षार्थियों सहित 30 शिक्षार्थियों से बातचीत की। एनआईओएस के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालने के बाद प्रो. पंकज अरोड़ा का यह पहला दौरा था। श्रीनगर केंद्र के शिक्षार्थियों और दिव्यांग शिक्षार्थियों ने प्रो. अरोड़ा को अपनी चुनौतियों के बारे में बताया और जम्मू-कश्मीर NIOS अध्ययन केंद्र को और अधिक सुविधाएं प्रदान करने की मांग की।
प्रो. अरोड़ा ने दिव्यांग शिक्षार्थियों की वास्तविक आवश्यकता और सीखने की गति को देखते हुए दिव्यांग शिक्षार्थियों के लिए अलग केंद्र खोलने की मांग को स्वीकार किया। ऐसे में कश्मीर घाटी के एनआईओएस के शिक्षार्थी प्रो. अरोड़ा से बातचीत करते हुए बेहद खुश दिखाई दिए। साथ ही उन्होंने भौगोलिक, सामाजिक और अन्य वास्तविक चिंताओं को ध्यान में रखते हुए कश्मीर घाटी के लिए NIOS के अलग क्षेत्रीय केंद्र की आवश्यकता को महसूस किया।
महत्वपूर्ण बिंदु
- प्रो. अरोड़ा ने सभा को संबोधित करते हुए शिक्षार्थियों को प्रोत्साहित किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
- इस दौरान उन्होंने सभी शिक्षार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।