प्रयागराज में तीसरे दिन भी जारी छात्रों का प्रदर्शन, 10 छात्रों पर FIR दर्ज, हिरासत में सपा नेता
4PM न्यूज़ नेटवर्क: यूपी लोक सेवा आयोग के खिलाफ प्रतियोगी छात्रों का आंदोलन आज (13 नवंबर) को तीसरे दिन भी जारी है। छात्रों ने आंदोलन के तीसरे दिन भी हजारों की संख्या में अभ्यर्थी आयोग के दफ्तर के बाहर सड़कों पर डटे रहे। वहीं दूसरी रात को अभ्यर्थियों ने मोमबत्ती जलाकर अपना विरोध प्रकट किया। इसके साथ ही अभ्यर्थियों ने मांग पूरी हुए बिना आंदोलन को वापस लेने से मना कर दिया है। वहीं दूसरी तरफ आंदोलन करने वाले अभ्यर्थियों के खिलाफ मुक़दमा दर्ज हुआ है। अभिषेक शुक्ला और राघवेंद्र समेत 10 अज्ञात के खिलाफ मुक़दमा दर्ज हुआ है। अराजकता फैलाने के आरोप में सिविल लाइंस थाने में मुक़दमा दर्ज हुआ। सरकारी कार्य में बाधा डालने और प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों को उकसाने का भी आरोप है।
आयोग के विरोध में प्रदर्शन कर रहे आधा दर्जन छात्रों को डिटेन किया गया है। सिविल लाइंस पुलिस ने आधा दर्जन से अधिक छात्रों को डिटेन किया है। छात्रों को कैंट थाने में रखा गया है। कुल 11 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है। मंगलवार की दोपहर और शाम में इन्हें हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने 2 नामजद व 10 अज्ञात प्रदर्शनकारियों पर मुकदमा भी दर्ज किया है। प्रतियोगी छात्रों ने आयोग के अध्यक्ष संजय श्री नेत के गुमशुदा होने के पोस्टर लगाए। आयोग अध्यक्ष संजय श्री नेत पर 50 रुपए का इनाम भी घोषित किया।
क्राइम ब्रांच की टीम ने सपा पार्टी के नेता राघवेंद्र यादव को हिरासत में लिया है। राघवेंद्र यादव लोकसेवा आयोग पर प्रदर्शन में शामिल होने जा रहे थे। क्राइम ब्रांच ने राघवेंद्र यादव को झूंसी थाने में रखा है।
जानिए पूरा मामला
दरअसल, प्रतियोगी छात्र वनडे वन शिफ्ट एक्जाम और नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया खत्म करने की मांग कर रहे हैं। प्रतियोगी छात्रों का कहना है कि जब तक आयोग लिखित आश्वासन नहीं देता है, तब तक उनका यह आंदोलन इसी तरह जारी रहेगा। ऐसे में अभ्यर्थियों की मांग है कि परीक्षा एक दिन और एक शिफ्ट में कराई जाए. अभ्यर्थी नार्मलाइजेसन व्यवस्था खत्म करने की मांग कर रहे हैं. सैकड़ों अभ्यर्थी आयोग के बाहर सड़क पर प्रदर्शन कर रहे हैं. इंकलाबी नारों और देशभक्ति गीतों के जरिए आंदोलन को धार दे रहे हैं।
आयोग की बाउंड्री वॉल और सड़क पर भ्रष्ट सेवा आयोग, लूट सेवा आयोग और पेपर लीक आयोग जैसे लिखे नारे, आयोग के अध्यक्ष संजय श्री नेत के अब तक प्रतियोगी छात्रों के सामने नहीं आए हैं। जिससे प्रतियोगी छात्रों की नाराजगी और बढ़ती जा रही है। छात्रों के विरोध और गुस्से को देखते हुए पुलिस प्रशासन भी मूकदर्शक बना हुआ है।
महत्वपूर्ण बिंदु
- FIR में कहा गया है कि बीएनएसएस की धारा 163 लागू है. होर्डिंग में तोड़ फोड़ का वीडियो भी मौजूद है।
- नामजद युवकों व अन्य पर आरोप है कि वह प्रतियोगी छात्रों के बीच अराजकता फैला रहे थे।
- पुलिस मामला दर्ज कर नामजद युवकों की तलाश में जुटी है।
- 10 अज्ञात अन्य की वीडियो के आधार पर पहचान की जा रही है।