संसद से सड़क तक राहुल गांधी का सरकार पर प्रहार
- संभल, किसान आंदोलन समेत कई मुद्दों पर पीएम मोदी को घेरा
- भाजपा ने भी नेता प्रतिपक्ष पर किया पलटवार
- विपक्षी दलों ने संसद के बाहर दिया धरना प्रदर्र्शन
- शीतकालीन सत्र के 9वें दिन भी हंगामा जारी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र के नौवें दिन भी हंगामा जारी रहा। विपक्ष ने एकबार फिर एनडीए सरकार को संसद से लेकर सड़क तक संभल व किसान के मुद्दे पर घेरा है। संसद के दोनों सदनों में भारी हंगामा और नारेबाजी देखी गई है। लोकसभा और राज्यसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष में तकरार बनी हुई है। हालांकि, बीते दो दिनों से सदनों की कार्यवाही चल रही है। संभल हिंसा को लेकर एक सांसद की टिप्पणी से लोकसभा में हंगामा हो गया, जिसके चलते सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी गई। वहीं राज्यसभा की कार्यवाही जारी है। लोकसभा नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, पीएम मोदी जी अडानी का जांच नहीं करा सकते क्योंकि वह अगर जांच कराएंगे तो वह अपनी ही जांच कराएंगे। पीएम मोदी और अडानी एक है ये दो नहीं है। वहीं भाजपा ने भी कांगे्रस सांसद व नेता प्रतिपक्ष राहुल पर पलटवार करते हुए उन्हें अगर उनको धरना प्रदर्शन करना है तो वह राजघट जाएं। वंही कई नए बिल संसद में पेश किए गए, तो कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई, लोकसभा में 100 साल पुराने बॉयलर एक्ट को बदलने के लिए विधेयक को मंजूरी मिली। अडानी मामले पर विपक्षी सांसदों के विरोध पर भाजपा सांसद रवि किशन ने कहा,वे हरियाणा हार गए हैं, महाराष्ट्र में उनकी ऐतिहासिक हार हुई है, आने वाले दिनों में वे हर जगह हारेंगे। इसलिए, उनकी हार का दर्द इस बात में झलक रहा है। उन्होंने सपा और टीएमसी के विरोध प्रदर्शन से दूर रहने पर कहा, हर कोई बिखर रहा है, कल राहुल गांधी बिना बताए (संभल के लिए) चले गए, अखिलेश यादव को यहीं रुकने के लिए कहा गया और वे खुद संभल के लिए निकल गए, अब अखिलेश यादव को भी उनकी मानसिकता का पता चल गया है। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा शीतकालीन सत्र में भाग लेने के लिए संसद पहुंचीं।
भाजपा का राहुल गांधी पर बड़ा हमला
भाजपा सांसद संबित पात्रा ने एक बार फिर कांग्रेस और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को बड़ा हमला बोला। उन्होंने एक खतरनाक त्रिकोण का जिक्र करते हुए राहुल को देशद्रोही तक कह डाला। दरअसल, उन्होंने एक फ्रेंच समाचार पत्र में छपी रिपोर्ट का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि हम आज एक खतरनाक त्रिकोण के बारे में बात करने जा रहे हैं, जो भारत को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है और ऐसे मैं कह सकता हूं कि राहुल देश के सबसे बड़े गद्दार हैं।पात्रा ने कहा, अगर सदन को छोड़कर सांसद पार्टी कार्यालय में बैठे हैं तो आप गंभीरता को समझ सकते हैं। यह मुद्दा किसी पार्टी का नहीं है, बल्कि देश के संभुप्रता का और एकता का है। हाल ही में खुलासा हुआ कि कुछ ताकतें हैं, जो देश को तोडऩा चाहती हैं। कहीं न कहीं भारत की एकता और संभुप्रता के साथ खिलवाड़ करना चाहती हैं। दो दिसंबर को एक फ्रेंच अखबार ने इसका खुलासा किया है।
देश में हो रहे बड़े-बड़े भ्रष्टाचार : वेणुगोपाल
कांग्रेस सांसद और महासचिव (संगठन) के.सी. वेणुगोपाल ने आरोप लगाया कि अडानी मामले में, इस देश में सबसे बड़ा भ्रष्टाचार हो रहा है और सरकार इस पर चर्चा करने के लिए तैयार है, वे अडानी का नाम सुनने के लिए तैयार नहीं हैं। हम देश को बताना चाहते हैं कि यह सबसे बड़ा भ्रष्टाचार हो रहा है, लेकिन सदन इसपर चर्चा के लिए तैयार नहीं है। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई और मणिकम टैगोर ने हिंसा प्रभावित संभल का दौरा करने जा रहे नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को रोके जाने के मुद्दे पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया।कांग्रेस सांसद विजय वसंत ने कन्याकुमारी के मछुआरों के सामने आने वाले जरूरी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया।
स्लोगन लिखी जैकेट पहनकर विरोध करने पहुंचे राहुल-प्रियंका
पिछले कुछ दिनों से सड़क से लेकर संसद तक अडानी से जुड़ा मुद्दा सुर्खियों में है। इसे लेकर सियासी गलियारों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है। संसद में विपक्षी दलों के नेता लगातार अडानी मुद्दे को लेकर सरकार पर सवाल उठा रहे हैं और जांच की मांग की जा रही है। आज एक बार फिर विपक्षी सांसदों ने संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, सांसद प्रियंका गांधी सहित विपक्ष के अन्य नेता शामिल हुए। सभी ने जैकेट पहन रखी थी। इस पर लिखा था अडानी और मोदी एक हैं। विपक्ष अरबपति के खिलाफ आरोपों की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने की मांग कर रहा है, जिन्हें अमेरिकी अभियोजकों ने रिश्वत धोखाधड़ी के आरोपों में दोषी ठहराया है। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और उनकी सांसद बहन प्रियंका गांधी सहित विपक्षी सांसदों ने गुरुवार को संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। नेता प्रतिपक्ष स्पेशल जैकेट पहने नजर आए, जिस पर पीछे की तरफ लिखा है, मोदी अडानी एक है, अडानी सेफ है। जहां एक तरफ विरोध करने वाले सांसद जैकेट पहने नजर आए, तो वहीं राहुल गांधी अलग ही अंदाज में नजर आए। राहुल हमेशा की तरह सफेद टी-शर्ट पहनकर संसद पहुंचे, लेकिन टी-शर्ट के पीछे की तरफ वही स्लोगन लिखा नजर आया, जो अन्य नेताओं की जैकेट पर लिखा था।
राजघाट जाएं राहुल : गिरिराज
अडानी मामले पर विपक्षी सांसदों के विरोध पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि .बेहतर होता कि जो लोग खुद को विपक्ष का नेता कहते हैं, वे राम जन्मभूमि मंदिर की परिक्रमा करते. जो लोग यहां राजनीतिक ड्रामा कर रहे हैं, बेहतर होता कि वे राजघाट जाकर बैठते। भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा, राहुल गांधी संविधान की किताब हाथ में लेकर संविधान तोडऩे की बात कर रहे थे. उनका काम वहां (संभल) जाना नहीं था, दरअसल उन्हें अपना फोटो सेशन पूरा करना था, उनकी हमदर्दी संभल या वहां के लोगों से नहीं है, उनकी हमदर्दी अपने वोट बैंक से है,समाजवादी पार्टी और कांग्रेस एक दूसरे का वोट बैंक खींचना चाहती हैं।
योगी सरकार में पारदर्शिता नहीं : कांग्रेस सांसद चमाला
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा को हिंसा प्रभावित संभल जाने से रोके जाने पर कांग्रेस सांसद किरण कुमार चमाला ने कहा, लोकतंत्र में जब भी देश भर में कोई घटना होती है, तो विपक्ष के नेता को वहां पहुंचकर तथ्यों का पता लगाना चाहिए। चार दीवारों (संसद की) के बीच हमें नहीं पता कि संभल में क्या हुआ, हमारे विपक्ष के नेता ने वहां पहुंचकर तथ्यों का पता लगाने की कोशिश की। राज्य सरकार ने उन्हें वहां पहुंचने की अनुमति नहीं दी, जिससे पता चलता है कि पारदर्शिता नहीं है, वे देश के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को तोडऩे की कोशिश कर रहे है।
सपा व तृणमूल कांग्रेस प्रदर्शन से रहे दूर
कांग्रेस की अगुवाई वाले इस प्रदर्शन में सपा के साथ तृणमूल कांग्रेस भी शामिल नहीं हुई। हालांकि कई इंडिया ब्लॉक पार्टियों के नेताओं ने अडानी अभियोग मुद्दे पर संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया और मामले की संयुक्त संसदीय जांच (जेपीसी) का आह्वान किया। कांग्रेस, आप, आरजेडी, शिवसेना (यूबीटी), डीएमके और वामपंथी दलों के सांसदों ने अपनी मांग को लेकर जमकर नारे लगाए और संसद परिसर में मोदी-अडानी एक हैं लिखे बैनर पकड़े। हालांकि, टीएमसी ने विपक्ष के विरोध प्रदर्शन से खुद को दूर रखा।